एनसीज़ेडसीसी की लाइब्रेरी आम लोगों के लिए भी खुली
प्रयागराज | कहते हैं जब ज्ञान और सूचनाओं को लेकर कोई संशय हो तो पुस्तकालय की तरफ़ जाना चाहिए. दीगर बात है कि आज के दौर में लोग गूगल के दरबार में चले जाते हैं. यों विद्वजन तो अब भी जानते-बताते हैं कि ज्ञान का अनमोल और असल ख़जाना तो पुस्तकालयों में ही है.
ऐसा ही एक ज्ञानकोष आज प्रयागराज में भी शुरू हुआ. उत्तर-मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र (एनसीज़ेडसीसी) ने अपनी लाइब्रेरी पहली बार सार्वजनिक उपयोग के लिए खोल दी है यानी आम लोग भी सदस्यता लेकर लाइब्रेरी का इस्तेमाल कर सकेंगे. केंद्र की इस लाइब्रेरी में विश्व और भारतीय वांग्मय की कला, संस्कृति और धर्म आदि विविध विषयों पर किताबें, पत्रिकाएं, मोनोग्राफ़ आदि उपलब्ध हैं.
अध्ययन और संदर्भ के लिए यह पुस्तकालय शुरू करने वाले सांस्कृतिक केंद्र के निदेशक प्रोफेसर सुरेश शर्मा ने इस मौक़े पर कहा, ‘प्रयागराज की समृद्ध बौद्धिक और सांस्कृतिक विरासत में इस पुस्तकालय की भी सकारात्मक भूमिका हो और नई पीढ़ी के पाठक-शोधार्थी ज्ञान स्रोत के रूप में इस पुस्तकालय का लाभ लें, इस उद्देश्य से यह पुस्तकालय जनता के लिए शुरू किया गया है. पुस्तकालय के लिए आधुनिक साहित्य की सैकड़ों पुस्तकों की भी खरीद की गई है.’
शुक्रवार की शाम को पुस्तकालय का लोकार्पण सांसद श्रीमती केसरी देवी पटेल ने किया. इस पुस्तकालय की छमाही सदस्यता की फ़ीस ₹600 तय की गई है. सदस्यों को सुरक्षा राशि के तौर ₹700 जमा कराने होंगे.
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