मुझको मरे हुए 16 साल हो चले हैं, पैदा हुए 90 और तुझ से रुख़सत हुए क़रीब 77 साल जमा तीन महीने. अब सोच तेरी याद में दिन गिने के नहीं? पैदा हुआ मैं तेरी फ़िज़ाओं में और आख़िरी सांस ली दिल्ली के अशोक विहार इलाक़े में. पैदाइश और मौत के बीच और भी कई शहरों में पड़ाव रहे पर सब बेमानी रहे. तेरे से जुदा हो के दिल कहीं और लगा ही नहीं, दिल्ली [….]