ये तीन बरस पहले ट्यूलिप फ़ेस्टिवल के दिनों की तस्वीरें हैं. अप्रैल के महीने में श्रीनगर के इंदिरा गांधी मेमोरियल ट्यूलिप गार्डन में यह फ़ेस्टिवल होता है. तीस हेक्टेयर के इलाक़े में फैला यह ट्यूलिप गार्डन एशिया में सबसे बड़ा है. ट्यूलिप की 48 क़िस्में और क़रीब 15 लाख पौधों के बीच होने की अनुभूति वहां जाकर ही महसूस की जा सकती है.
इस यात्रा के लिए उकसाने वाले फ़ोटोग्राफर साथी दिनेश पगारिया के साथ पूरा दिन वहां बने रहने के बाद भी हमने अगले रोज़ फिर जाना तय किया था मगर सुबह-सुबह हुई बर्फ़बारी ने जाने न दिया. जहां-तहां बर्फ़ की मोटी चादर के बीच ग़ुजरते हुए बर्फ़ जब पानी बनकर हमारे जूतों में दाख़िल हो गया तो कुछ देर बाद हम अपने ठिकाने पर लौट आए थे. अगले रोज़ डल झील पर मुंह अंधेरे लगने वाले ‘फ्लोटिंग बाज़ार’ में अलबत्ता हो आए थे.
इस बार लॉक डाउन में जब पूरा देश ही घरों के भीतर रहा तो ट्यूलिप को देखने वाले भला कैसे जुट पाते?
फ़ोटो स्टोरी | प्रभात