कभी-कभी सोचकर फ़िक्र होती है कि साधना का झुमका न गिरा होता तो, बरेलवी मसलक से जुड़े अक़ीदतमंदों के सिवाय बरेली को जानता कौन! इतिहास के एक दौर में रोहिल्ला सरदारों ने ज़रूर इस इलाक़े को पहचान दी, मगर यह शहर लखनऊ, बनारस या फिर इलाहाबाद जैसे शहरों की तरह किसी मुकम्मल पहचान से महरूम ही रहा. हाल [….]