गुरुवार की रात को आंखें सिर्फ़ एंडी मरे की नहीं भरी थीं, बल्कि विम्बलडन के सेंटर कोर्ट में मौजूद बहुत से लोगों की आंखें नम थीं. ये इक्कीसवीं सदी के टेनिस खेल के ‘फैबुलस फ़ोर’ के एक और नगीने की कोर्ट से विदाई की उदास शाम थी. दिल की उदासी थी कि आंखों में [….]