राजोरी में कालाकोट के जंगलों में सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच बुधवार को हुई मुठभेड़ में सेना के दो अफ़सर और दो जवानों की जान चली गई. जंगलों से घिरे बाजीमल के इलाक़े में दो-तीन आतंकवादियों के छिपे होने की ख़बर के बाद पुलिस, सीआरपीएफ़ और फ़ौजियों ने मोर्चा संभाल रखा है. [….]
झांसी-मिर्जापुर हाईवे के रैपुरा में बगरेही मोड़ पर बांदा रोडवेज़ की जनरथ बस और बोलेरो में आमने-सामने ज़बरदस्त टक्कर हो गई. इस हादसे में बोलेरो में सवार सात लोगों की मौत हो गई और चार लोग घायल हो गए. बस में सवार नौ मुसाफिरों को भी चोटें आई हैं. [….]
विशाखापत्तनम में बंदरगाह पर लगी भीषण आग से ज़रा-सी देर में मछली पकड़ने वाली चालीस नावें जलकर ख़ाक हो गईं.आगजनी से क़रीब 30 करोड़ रुपए के नुकसान का अनुमान है. [….]
(से.रा. यात्री के तीन पत्र और उनसे फ़ोन पर हुई बातचीतों के कुछ अंश यहाँ इस उम्मीद के साथ प्रस्तुत हैं कि उनके माध्यम से यात्री जी के परिचितों, पाठकों, अध्येताओं को उनके विचार-व्यवहार और रचनाकार के बारे में कुछ और अधिक जानने-समझने, कहने-बताने में मदद मिलेगी [….]
(वरिष्ठ साहित्यकार से.रा.यात्री का शुक्रवार की सुबह निधन हो गया. 91 वर्ष के यात्री जी लंबे समय से बीमार चल रहे थे. तक़रीबन 18 कहानी संग्रह, 33 उपन्यास, दो व्यंग्य संग्रह और संस्मरण लिखकर उन्होंने हिंदी साहित्य को समृद्ध किया. [….]
पिछले महीने क़तर की एक अदालत द्वारा आठ पूर्व भारतीय नौसेना कर्मियों को मौत की सज़ा दिए जाने के फ़ैसले के खिलाफ़ अपील दायर की गई है. विदेश मंत्रालय की ओर से यह जानकारी दी गई. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि हिरासत में लिए गए भारतीयों को दोहा में [….]
उत्तरकाशी के सिल्क्यारा में धंसी सुरंग के भीतर 130 घंटे से ज़्यादा फंसे 40 मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकालने की कोशिशों को शुक्रवार को झटका लगा, जब सुरंग के मलबे को ड्रिल कर रही मशीन ने 22 मीटर तक ड्रिलिंग के बाद काम करना बंद कर दिया. [….]
रामधारी सिंह ‘दिनकर’ की एक महत्त्वपूर्ण किताब है ‘लोकदेव नेहरू’. पंडित नेहरू की राजनीतिक और अन्तरंग ज़िंदगी के कई अनछुए पहलुओं को यह किताब जितनी आत्मीयता से पेश करती है, वह केवल दिनकर के ही वश की बात लगती है.’लोकदेव’ शब्द दिनकर ने विनोबा भावे से लिया था [….]
महाकवि के रूप में विख्यात जयशंकर प्रसाद का हिन्दी नाट्य-जगत और कथा-साहित्य में भी विशिष्ट स्थान है. प्रसाद की कहानियों में हमें न सिर्फ़ भारतीय दर्शन की सुखवादी मूल्य-मान्यताओं की अनुगूँज सुनाई देती हैं, बल्कि ये हमें सामाजिक यथार्थ के तमाम अप्रिय स्तरों तक ले जाती हैं. प्रसाद के लिए साहित्य की रचना [….]
(जॉर्ज ऑरवेल का उपन्यास ‘1984’, सन् 1949 में छपा था. गौरव ग्रंथ माला के तहत राजकमल प्रकाशन ने इसका हिंदी अनुवाद छापा है. अनुवादक अभिषेक श्रीवास्तव कहते हैं कि इतने वर्षों में दुनिया जाने कितनी बार बदली है. इतनी बदल गई कि लेखक का कोई समकालीन आज की दुनिया को देख ले तो उसे जादूगर का मायाजाल [….]
सरकार ने प्याज़ के निर्यात का न्यूनतम निर्यात मूल्य (एमईपी) 800 डॉलर प्रति टन तय किया है. विदेश व्यापार के महानिदेशक की ओर से शनिवार को जारी यह अधिसूचना 29 अक्टूबर से 31 दिसंबर तक लागू रहेगी. यों प्याज़ का निर्यात किसी शुल्क से मुक्त है मगर घरेलू बाज़ार में प्याज़ की बढ़ती क़ीमतों को क़ाबू करने के लिए [….]