(कथाकार डॉ.प्रेम कुमार की इंफाल यात्रा एक संगोष्ठी में शिरकत के निमित्त हुई थी. वहाँ बिताये हुए कुछ दिनों के अपने अनुभवों को उन्होंने ‘यात्रा पूरब के स्वीट्ज़रलैंड की’ नाम के सफ़रनामे में दर्ज किया. हालांकि यह कोई चौदह-पंद्रह साल पुरानी बात है, मगर उनके सफ़रनामे [….]