बीमारी का डर है, इंतज़ाम भी है कि लोग घरों में रहें ताकि महफ़ूज रहें. छोटे-बड़े शहरों की सड़कों-चौराहों से चहलपहल नदारद है, बल्कि सिर्फ़ ख़ामोशी है. ऐसे में भी जहाँ-तहाँ लाइनें हैं, लोग हैं तो यह समझना लाजमी हो जाता है कि वे क्यों अपने घरों से बाहर है? इन लाइनों की वजह क्या है, हासिल क्या है?
8 मई को संवाद न्यूज़ के नेटवर्क की ढेर सारी तस्वीरों में से यहाँ कुछ चुनी हुई तस्वीरें.