शनिवार , 27  अप्रैल  2024

9 मई| तस्वीरों में हर रोज़ कितनी ही दास्तानें दर्ज होती हैं. कुछ कही-सुनी-देखी जाती हैं, कुछ इसके बिना ही धुंधली पड़ जाती हैं. आज दिन भर संवाद के नेटवर्क पर आई तमाम तस्वीरों में से चुनींदा का यह छोटा-सा संग्रह. ये महान हरगिज़ नहीं हैं, ये आम हैं. इतनी आम कि कई बार निगाह में आने से भी रह जाती हैं.

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