शुक्रवार , 19  अप्रैल  2024

उदयपुर शहर के लोगों को भी याद नहीं कि जगदीश मंदिर को इतने अर्से तक बंद और जगदीश चौक को इतना ख़ामोश कभी देखा हो, फतेहसागर की पाल इतनी सूनी और त्रिपोलिया पर ऐसा सन्नाटा तो कभी महसूस नहीं किया. महामारी की विपदा ने जैसे इंसानों की सूरतें बदल दी हैं, शहरों के चेहरे भी उसी तरह बदले हैं और झीलों का शहर भी इसका अपवाद नहीं. इन ख़ामोशियों के पीछे कितनी ही कहानियां बन रही हैं, कही और सुनी जा रही हैं. हर कोई इसे अपने ढंग से दर्ज करता चल रहा है. ये तस्वीरें भी ऐसी ही कोशिश का नतीजा है.

फ़ोटो स्टोरीः दिनेश पगारिया

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