ओलंपिक रिपोर्ट | सब दिन होत न एक समाना
03 अगस्त 2021 | टोक्यो ओलंपिक. स्पर्द्धाओं का 11वां दिन.
कहा गया है कि सब दिन होत न एक समाना. हर दिन एक-सा नहीं होता. हर दिन ही आपको ख़ुशियां कब नसीब होती हैं. हर दिन उम्मीदें पूरी नहीं होती. कभी-कभी टूटती भी हैं. साल भर तो सूरज भी नहीं चमकता. साल में कुछ दिन बादल बरसते हैं. कुछ दिन हम ताप से झुलसते हैं, कुछ दिनों हम ठिठुरते भी हैं. उतार-चढ़ाव तो रोज़मर्रा की ज़िंदगी में भी आते ही हैं. खेलों में भी ऐसा होता है. उतार-चढ़ाव यहां भी होते हैं. भारत के लिए आज उतार का दिन था. थोड़ी उदासी का दिन. थोड़ी मायूसी का दिन.
आज दिन की ख़राब शुरुआत हुई थी. महिला जेवलिन थ्रो में भारत की अन्नु रानी प्रतिभाग कर रही थीं. फ़ाइनल राउंड के लिए क्वालीफ़ाई करने के लिए 63 मीटर की थ्रो या पहले 12 प्रतिभागियों में आना ज़रूरी था. अन्नु केवल 54.04 मीटर तक ही भाला फेंक सकीं. वह 14वें स्थान पर रहीं और क्वालिफ़िकेशन राउंड से ही बाहर हो गईं.
इस स्पर्धा का स्वर्ण पोलैंड की एम अंद्रेजिक ने 65. 24 मीटर थ्रो के साथ जीता. रजत ऑस्ट्रेलिया की एम लिटिल ने 62.37 मीटर और कांस्य चीन की एच एच ल्यु ने 61.99 मीटर थ्रो के साथ जीता. आप इस बात पर ग़ौर कर सकते हैं कि अन्नु की सर्वश्रेष्ठ थ्रो 63.24 मीटर की है. यह इस बार की रजत पदक विजेता से बेहतर है.
उधर पुरुषों की शॉटपुट स्पर्धा में तेजिन्दरपाल सिंह तूर भाग ले रहे थे. फ़ाइनल राउंड के लिए 21.20 मीटर थ्रो या टॉप 12 खिलाड़ियों में आना ज़रूरी था. लेकिन तूर 19.99 मीटर थ्रो के साथ अपने ग्रुप के 16 प्रतिभागियों में 13वें स्थान पर रहे और फ़ाइनल राउंड में जगह बनाने में असफल भी.
पुरुष हॉकी में भारत का विजय अभियान आज सेमीफ़ाइनल में थम गया. पहले सेमीफ़ाइनल में भारत विश्व नंबर दो टीम बेल्जियम से खेल रही थी और 2-5 से हार गई. पूल में ऑस्ट्रेलिया से 1-7 से हार के बाद यह दूसरी और करारी हार थी.
शुरू में भारत ने कड़ा मुक़ाबला किया. पहले क्वार्टर की समाप्ति पर भारत 2-1 से आगे था. तीसरे क्वार्टर की समाप्ति तक भी भारत 2-2 से बराबरी पर था. पर चौथे क्वार्टर में वे खेल को संभाल नहीं सके और हार गए. भारत बहुत ज़्यादा रक्षात्मक हो गया और भारत का डिफेंस एकदम बिखर गया.
भारतीय टीम आख़िरी समय में ज़रूरत से अधिक डिफेंसिव नजर आई. बेल्जियम ने भारत के पांच के मुकाबले 14 पैनल्टी कॉर्नर अर्जित किए. बेल्जियम ने 03 गोल पैनल्टी कॉर्नर से और एक पैनल्टी स्ट्रोक से किया. पांचवां फ़ील्ड गोल था. उसकी तरफ से एलेग्जेंडर हेंड्रिक्स ने शानदार हैट्रिक लगाई. भारत की और से हरमनप्रीत और मनदीप ने एक-एक गोल किया.
अब 5 अगस्त को भारत कांस्य पदक के लिए जर्मनी से खेलेगा. दूसरे सेमीफ़ाइनल में ऑस्ट्रेलिया ने जर्मनी को 3-1 से हराया.
कुश्ती में भी भारत की ख़राब शुरुआत हुई. महिलाओं की फ़्री-स्टाइल के 62 किलोग्राम के प्री क्वार्टर फ़ाइनल के पहले मुक़ाबले में सोनम मलिक मंगोलिया की पहलवान बोलोरतुया खुरेलखू से हार गई. उनकी हार दुर्भाग्यपूर्ण रही. क्योंकि बाउट ख़त्म होने पर स्कोर 2-2 अंकों की बराबरी पर था. सोनम को 1 के मुकाबले 3 चेतावनी मिलने के कारण हार का सामना करना पड़ा.
टोक्यो ओलंपिक से कुछ और ख़बरें
आज एथलेटिक्स में कई स्पर्द्धाओं के फ़ाइनल मुक़ाबले हुए. बात शुरू करते पुरुषों की 400 मीटर बाधा दौड़ से. आज की यह फ़ाइनल दौड़ अविस्मरणीय बन गई. नॉर्वे के अख़बारों ने इसे नॉर्वे के वारहोल और अमेरिका के राय बेंजामिन के मध्य ‘सुपर डुएल’ की संज्ञा दी.
इसे विश्व रिकॉर्ड के साथ जीता नॉर्वे के कर्सटीन वारहोल ने 45.94 सेकेंड के समय के साथ. उन्होंने केवल एक महीने पहले ही 46.70 सेकेंड का विश्व रिकॉर्ड बनाया था, जिसे उन्होंने ही ध्वस्त किया. दूसरे स्थान पर रहे बेंजामिन ने भी वारहोल के पहले के विश्व रिकॉर्ड को तोड़ा और 46.17 सेकेंड का समय लिया.
यहां तक कि तीसरे स्थान पर रहे ब्राज़ील के एलिसन डॉस सैंटोस भी मात्र सेकेंड के 200वें हिस्से से विश्व रिकॉर्ड तोड़ने से चूक गए. उन्होंने 46.72 सेकेंड का समय लिया. कमाल की बात तो ये है कि इस रेस के आठ में से 6 प्रतिभागियों ने विश्व रिकॉर्ड या महाद्वीपीय या राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़ा.
दरअसल यह 1960 के रोम ओलंपिक की 800 मीटर की दौड़ की याद दिलाती है, जिसमें मिल्खा सिंह सेकेंड के 100वें हिस्से से कांस्य पदक चूक गए थे और चौथे स्थान पर रहे थे. और कमाल की बात थी कि पहले चार रेसर ने विश्व रिकॉर्ड तोड़ा था. निःसन्देह यह दौड़ पिछली एक सदी की सबसे शानदार नहीं तो चुनिंदा शानदार रेस में एक होगी.
सर्गेई बुबका के बाद स्वीडन के 21 साल के अमांडा डुपलांटिस पोलवॉल्ट का सबसे बड़ा नाम हैं. आज वे 6.19 मीटर का नया विश्व रिकॉर्ड तो नहीं बना पाए, परन्तु 6.02 मीटर ऊंची छलांग के साथ पोल वॉल्ट का स्वर्ण पदक जीत लिया. 5.97 मीटर के साथ रजत अमेरिका के क्रिस नीलसन ने और 5.87 मीटर के साथ कांस्य ब्राजील के थियागो ब्राज़ ने जीता.
महिलाओं की हैमर थ्रो स्पर्धा का स्वर्ण विश्व रिकॉर्ड धारी पोलैंड की अनीता वोडरजिक ने 78.74 मीटर थ्रो के साथ लगातार तीसरी बार जीत लिया. एथलेटिक्स की व्यक्तिगत स्पर्धा में लगातार तीन बार खिताब जीतने वाली पहली महिला एथलीट हो गयी हैं. चीन की वांग झेंग ने रजत और पोलैंड की मलविना कोपरोन ने कांस्य पदक जीता.
जैमेका की थॉमसन हेराह ने 100 मीटर के बाद महिलाओं की 200 मीटर दौड़ भी 21.53 सेकेंड के समय से जीतकर अपना डबल पूरा किया. नामीबिया की क्रिस्टीन एमबोमा ने चांदी का अमेरिका की गैबी थॉमस ने कांसे का तमग़ा जीता.
अमेरिका की एनथिंग मू ने महिलाओं की 800 मीटर दौड़ 1 मिनट और 55.21 सेकेंड का समय निकाल कर जीत ली. ब्रिटेन की कीली होड़किनसन ने चांदी का अमेरिका की रविन रोजर्स ने कांसे का पदक जीता. अमेरिका की कोई धावक इस रेस को 50 से भी अधिक सालों के बाद जीत सकी है.
आज बास्केटबॉल के क्वार्टर फ़ाइनल मैच खेले गए. स्लोवेनिया ने जर्मनी को 94-70 अंकों से और अमेरिका ने स्पेन को 95-81 अंकों से हराकर सेमीफ़ाइनल में जगह बनाई. सेमीफ़ाइनल में प्रवेश पाने वाली दो अन्य टीमें हैं फ्रांस और ऑस्ट्रेलिया. फ्रांस ने इटली को 84-75अंकों से हराया जबकि ऑस्ट्रेलिया ने अर्जेंटीना को 97-59 से हराया.
आज ही वॉलीबाल के क्वार्टर फ़ाइनल मुकाबले खेले गए. वर्तमान चैंपियन ब्राज़ील ने मेजबान जापान को 25-20,25-22,25-20 से हराकर सेमीफ़ाइनल में प्रवेश किया. जबकि रूस भी कनाडा को सीधे सेटों में 3-0 से हराकर सेमीफ़ाइनल में पहुंचा. अर्जेंटीना भी एक कड़े मुकाबले में इटली को 3-2 से हराकर सेमीफ़ाइनल में पहुंच गई है. चौथा क्वार्टर फ़ाइनल पोलैंड और फ्रांस के बीच है.
चीन के ज़ी सियी ने पुरुषों की 03 मीटर स्प्रिंगबोर्ड डाइविंग स्पर्द्धा का स्वर्ण पदक जीता. रजत पदक उन्हीं के साथी वांग जोंगयुआन ने और कांस्य पदक ब्रिटेन के जैक लौघर ने जीता.
इजू वेलोड्रम में साइक्लिंग में महिला टीम परसुइट स्पर्धा का स्वर्ण जर्मनी ने, रजत ब्रिटेन ने और कांस्य अमेरिका की टीम ने जीता. जबकि पुरुषों की टीम स्प्रिंट स्पर्धा का स्वर्ण नीदरलैंड ने, रजत ब्रिटेन ने और कांस्य फ्रांस ने जीता.
एरिआके जिम्नास्टिक सेन्टर पर चल रही जिम्नास्टिक की पुरुष पैरेलल बार स्पर्धा का स्वर्ण चीन के जोउ जिंग युआन ने जीता. इस स्पर्धा का रजत जर्मनी के लुकास दोसर ने और कांस्य टर्की के फरहत अरिकान ने जीता.
महिला बैलेंस बीम का स्वर्ण चीन की गुआन चेनचेन ने जीता. रजत भी चीन की तांग सिजिंग ने और कांस्य पदक अमेरिका की सिमोन बाइल्स ने जीता.
यह प्रतिस्पर्धा इसलिए उल्लेखनीय है कि इससे अमेरिका की सुप्रसिद्ध जिम्नास्ट सिमोन स्पर्धा में वापसी कर रही थीं. उन्होंने मानसिक स्वास्थ्य के आधार पर बीच में ही प्रतियोगिता छोड़ दी थी. ये सिमोन की शानदार वापसी थी. यहां पर उन्होंने एक कांस्य और टीम स्पर्धा में रजत पदक जीते हैं. अब उनके खाते में दो ओलंपिक में चार स्वर्ण, एक रजत और दो कांस्य पदक सहित कुल 07 पदक हो गए हैं.
जिम्नास्टिक की टोक्यो ओलंपिक की अंतिम स्पर्धा पुरुषों की होरिजेंटल बार स्पर्धा थी, जिसमें जापान के डायक़ी हाशिमोतो ने स्वर्ण पदक जीता. इसका रजत पदक क्रोशिया के टिन सर्बिक ने और कांस्य रूस के निकिता नगोर्णी ने जीता.
वेटलिफ्टिंग के 109 किलोग्राम भार वर्ग में 21 वर्षीय उज़बेकिस्तान के अकबर जुरेव ने 430 किलोग्राम वजन उठाकर नया ओलंपिक रिकॉर्ड बनाया. आर्मीनिया के सिमोन मार्टिरॉयन ने चांदी का लातविया के आर्थर प्लेसनिएक्स ने कांसे का तमग़ा अपने नाम किया.
कुश्ती में फ्रीस्टाइल लाइटवेट महिला स्पर्धा में अमेरिका की तमिर एम स्टॉक ने स्वर्ण, नाइजीरिया की ब्लेसिंग ओबोरुडुडु ने रजत और यूक्रेन की चेरकासोवा ने कांस्य पदक जीता
और अब बात पदक तालिका की. आज खेल प्रतिस्पर्धाओं की समाप्ति पर पदक तालिका में चीन 32 स्वर्ण पदकों सहित 69पदक जीत कर पहले स्थान पर,अमेरिका 24 स्वर्ण पदकों सहित कुल 73 पदक लेकर दूसरे पर और जापान 19 स्वर्ण पदक सहित कुल 36 पदक जीतकर तीसरे स्थान पर है. भारत एक रजत और एक कांस्य सहित कुल दो पदकों के साथ पदक तालिका में अब 64वें स्थान पर पहुंच गया है.
और चलते-चलते टोक्यो के दो विशिष्ट खिलाड़ियों की बात.
इयान थोर्पे केवल ऑस्ट्रेलिया के ही नहीं बल्कि विश्व के महानतम तैराकों से एक हैं, जिन्होंने 05 ओलंपिक गोल्ड जीते हैं. अब एमा मैकेन उन्हीं की राह पर हैं. वे कुल 11 ओलंपिक पदक जीत कर ऑस्ट्रेलिया की सर्वश्रेष्ठ एथलीट बन गई हैं.
एमा ने टोक्यो में तैराकी में कुल 07 पदक जीते हैं. 04 स्वर्ण पदक और 03 कांस्य. इसके अलावा 01 स्वर्ण, 02 रजत और एक कांस्य पदक उन्होंने रियो में जीता था. टोक्यो में 50 मीटर फ्रीस्टाइल, 100 मीटर फ्रीस्टाइल, 4×100 मीटर फ्रीस्टाइल और 4×100 मीटर मेडले में स्वर्ण और 100 मीटर बटरफ्लाई, 4×200 मीटर फ्रीस्टाइल और 4×100 मीटर मिक्स्ड मेडले में कांस्य पदक जीतकर ये उपलब्धि प्राप्त की.
उधर अमेरिका के कैलब ड्रेसेल ने तैराकी में 05 स्वर्ण पदक जीतकर रिकॉर्ड कायम किया. ड्रेसेल ने 50 मीटर फ्रीस्टाइल, 100 मीटर फ्रीस्टाइल, 100 मीटर बटरफ्लाई, 4×100 मेडले, और 4×100 मिक्स्ड रिले में जीते हैं. वे अब तक 07 ओलंपिक स्वर्ण पदक जीत कर माइकेल फेल्प्स एयर मार्क स्पिट्ज की राह पर हैं.
इन दोनों तैराकों को सलाम.
सभी तस्वीरें | ट्वीटर से साभार.
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