भारी बर्फ़बारी के बाद अब हिमस्खलन का ख़तरा, कई रास्ते बंद
शिमला | सूबे के अलग-अलग हिस्सों में ताज़ा बर्फ़बारी से एनएच 305 सहित कई जगह रास्ते बंद हो गए हैं, अटल टनल होकर रोहतांग का रास्ता भी बंद है. भारी बर्फ़बारी वाले कुछ इलाक़ों में हिमस्खलन का ख़तरा बन गया है. अफ़सरों ने हिमस्खलन की चेतावनी के साथ ही सैलानियों को सोलंगनाला और जलोड़ी दर्रा की ओर नहीं जाने की सलाह दी है.
लाहौल में भारी हिमपात के बाद मनाली-केलांग नेशनल हाइवे समेत कई सड़कें बंद हो गई हैं. मनाली, सोलंगनाला, धुंदी और आसपास के इलाक़ों में पिछले दो दिनों हुई बर्फ़बारी के बाद अटल टनल बंद हो गई है.
मनाली में हिमालय हेलिस्की स्नो फ़ोरकास्ट (सासे) के हिमस्खलन की आशंका जताने के बाद शिमला, कुल्लू, लाहौल-स्पीति, किन्नौर और चंबा ज़िलों में अफ़सरों सैलानियों औऱ स्थानीय लोगों को इस ख़तरे से आगाह कर दिया है. सासे ने इन पांचों ज़िलों में 24 जगहें चिन्हित करते हुए हिमस्खलन की चेतावनी जारी की है.
कुल्लू के आनी इलाक़े में मौसम के करवट बदलते ही एनएच 305 एक बार फिर अवरुद्ध हो गया है. जलोडी जोत पर करीब आधा फ़ीट तक हिमपात हुआ है. यह हाईवे आनी को ज़िला मुख्यालय कुल्लू से जोड़ता है. ऐसे में कुल्लू आने वालों को दस से पंद्रह किलोमीटर पैदल चलकर जलोड़ी दर्रा पार करना होगा.
ताज़ा बर्फ़बारी
|रोहतांग दर्रा में 50 सेंटीमीटर, कोकसर में 30 सेंटीमीटर, नॉर्थ पोर्टल 30, साउथ पोर्टल 25, सिस्सू 30, दारचा 30, धुंधी में 20, सोलंगनाला में 15, जलोड़ी दर्रा में 15 और केलांग में 10 सेंटीमीटर.
कवर | किन्नौर का कल्पा गाँव.
फ़ोटो क्रेडिट | संवाद
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