हरदोई | 21 साल से मालख़ाने में है नेताजी की प्रतिमा
हरदोई। नेताजी सुभाष चंद्र बोस की एक मूर्ति पिछले 21 साल से यहाँ मालख़ाने में रखी हुई है. नगर पालिका की ज़मीन पर मूर्ति लगाने की कोशिश करने पर पुलिस ने दो लोगों का चालान करके मूर्ति मालख़ाने में जमा करा दी थी.
सन् 2000 में शिवसेना के तत्कालीन जिला प्रमुख रामवीर द्विवेदी ने मौनी बाबा मंदिर तिराहे के क़रीब नगर पालिका की ज़मीन पर नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा लगवाने की कवायद शुरू की थी. 23 जनवरी 2000 को प्रतिमा स्थापित कर दी गई.
मालूम होने पर शहर कोतवाली की पुलिस ने मौक़े पर पहुंचकर नेताजी की प्रतिमा कब्ज़े में ले ली. शांति भंग की आशंका में दो लोगों का चालान भी किया. तब से मालख़ाने में दाख़िल इस मूर्ति पर हर साल चर्चा तो होती है, लेकिन पुनर्स्थापना की कोशिश कभी नहीं हुई.
रामवीर द्विवेदी का दावा है कि 28 दिसंबर 1998 को नगर पालिका के बोर्ड प्रस्ताव संख्या 11 के क्रम में प्रतिमा लगाने की इज़ाज़त दी गई थी. बाद में 20 जनवरी 2003 को भी पुराने प्रस्ताव का हवाला देकर प्रतिमा लगाने की अनुमति दी गई, लेकिन प्रतिमा लगाई नहीं जा सकी.
नगर पालिका के अध्यक्ष सुखसागर मिश्र मधुर ने इस बाबत पूछने पर कहा कि जहां तक उन्हें मालूम है, शासन की मंज़ूरी के बिना अब प्रतिमा लगाने की कोई व्यवस्था नहीं है. सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा के बारे में नगर पालिका की ओर से शासन को प्रस्ताव शासन को भेजा जाएगा. मंज़ूरी दिलाने के लिए डीएम से भी सहयोग मांगेगे.
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फोटो
39- सुभाष चंद्र बोस की यही प्रतिमा है मालखाने में कैद। (संवाद)
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