विंडरमेयर | ‘ऑल दैट मैटर्स’ के साथ संहिता मंच का रंग-उत्सव शुरू

  • 11:38 pm
  • 10 October 2025

बरेली | मंच तक आने के बाद भी किसी ड्रामे में प्रयोग की और नए ड्रामे की तमाम गुंजाइशें छिपी रहती हैं. पहले से किसी तैयारी के बिना ही कलाकार संवाद, अभिनय और संगीत-रचना तुरत-फुरत पेश कर डालते हैं और देखने-सुनने वालों को यह भी भा जाता है. विंडरमेयर थिएटर में शुक्रवार की शाम ‘संहिता मंच 25’ के नाट्य उत्सव की पहली प्रस्तुति इसकी नज़ीर बन गई.

इस उत्सव का पहला नाटक ‘ऑल दैट मैटर्स’ मुंबई की ‘बीइंग एसोसिएशन’ के कलाकारों को प्रस्तुत करना था. ऐन मौक़े पर मालूम हुआ कि कलाकारों की ट्रेन के टिकट कन्फ़र्म नहीं हो सके हैं. संहिता मंच की संयोजक और ‘बीइंग एसोसिएशन’ की निर्देशक रसिका आगाशे अकेले ही फ़्लाइट से कल शाम को बरेली पहुँच पाईं. ‘शो मस्ट गो ऑन’ पर भरोसा करते हुए रसिका ने रंग विनायक रंगमंडल (विंडरमेयर) के कलाकारों को साथ लेकर नाटक की पाठ्य-प्रस्तुति तैयार की और रसिकों ने उनकी इस प्रस्तुति को ख़ूब सराहा भी. उनके लिए रंगमंच का यह प्रयोग अनूठा अनुभव था और यादगार भी.

मीरा सीतारमण के लिखे नाटक ‘ऑल दैट मैटर्स’ की कहानी में मक़्तूल एक गाय है, जिसे इन्साफ़ चाहिए था. इस क़िस्से में मक़्तूल और पैराकारों के प्रसंग सुनने वालों को इतने आमफ़हम मालूम होते हैं कि मानो मंच पर उनके आसपास के वाक़यों के बारे में ही बात हो रही हो. चुटीले संवाद, हास्य और व्यंग्य इस क़िस्से में इतने लतीफ़ और पुरअसर तरीक़े से पिरोये हुए हैं कि लोग लुत्फ़अंदोज़ हुए. इस पाठ-अभिनय की अदायगी भी उन्हें भायी. पाठ में रसिका आगाशे ने इंस्पेक्टर राजन, निर्लेक धुल्ला ने मलिक और वरुण, प्रियाँशु गुप्ता ने बिराजे, अजय चौहान ने सब-इंस्पेक्टर विष्णु, ह्रदयेश प्रताप सिंह ने सरपंच, भूपेंद्र कुमार ने उमेश, मन्नु शर्मा ने रमेश और दौलत सिंह, संजना कपूर ने एम3जी और रेखा तथा राज सिंह ने गायक तथा गिटारिस्ट की भूमिकाएं कीं.

शनिवार यानी 11 अक्टूबर को उजागर ड्रामैटिक एसोसिएशन और वेद सत्पति के नाटक ‘मिथ्यासुर’ का मंचन होगा, जिसे प्रणय पांडे ने लिखा है और निर्देशन अजीत सिंह पलावत ने किया है. 12 अक्टूबर को बंगलूरु का नाट्य-दल ‘कहे विदूषक’ के नाटक ‘रोमियो एंड शकुंतला’ का मंचन होगा, जिसे अविनाश मट्टा ने लिखा है और श्रीनिवास बीसेट्टी ने निर्देशित किया है. विंडरमेयर थिएटर में ये सभी शो शाम को 7 बजे से होंगे.

संहिता मंच थिएटर फ़ेस्टिवल के अगले ही दिन सोमवार यानी 13 अक्टूबर को ‘कहे विदूषक’ के कलाकार ‘वेटिंग फ़ॉर नसीर’ का मंचन करेंगे. यह शो भी 7 बजे शुरू होगा.

पाठ शुरू करने से पहले रसिका आगोश ने संहिता मंच के थिएटर फ़ेस्टिवल के फ़ॉर्मेट के बारे में बताया. कहा कि यह इस मायने में बिल्कुल अनूठा है कि इसमें हर साल देश भर से नई कहानियाँ आमंत्रित की जाती हैं और फिर उनमें से तीन कहानियाँ चुनकर नाटक तैयार कराए जाते हैं. अभी तक यह फ़ेस्टिवल मुंबई और बंगलूरु जैसे महानगरों में होता रहा है, इस बार उन्होंने उत्सव के लिए बरेली के विंडरमेयर को चुना.

शुक्रवार की शाम को रसिका आगाशे ने उत्सव की औपचारिक शुरुआत की. उन्होंने इस साल की तीनों कहानियों का संग्रह दया दृष्टि चैरिटेबल ट्रस्ट के अध्यक्ष डॉ.बृजेश्वर सिंह को भेंट किया.


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