आयुर्वेदिक सिरप पीने से पाँच लोगों की मौत
- 8:15 pm
- 30 November 2023
गुजरात में खेड़ा ज़िले के तीन गाँवों में मिलावटी आयुर्वेदिक सिरप पीने से पाँच लोगों की मौत की ख़बर है. दो और लोगों की हालत गंभीर है, उनका इलाज चल रहा है. पुलिस के मुताबिक ‘कालमेघासव’ नाम से बेचे गए इस आयुर्वेदिक सिरप में मिथाइल एल्कोहल पाया गया है.
पिछले दो दिनों में खेड़ा के बिलोदरा, बागडू गांव और वडाडला गांव में हुए इस हादसे के बारे में पुलिस के हवाले से ‘इंडियन एक्सप्रेस’ ने लिखा है कि इन लोगों ने मंगलवार को बिलोदरा के एक प्रोविज़न स्टोर से ख़रीदा गया आयुर्वेदिक सिरप इस्तेमाल किया था. मौतों की वजह की पुष्टि के लिए पोस्टमार्टम और विसरा की जाँच रिपोर्ट का इंतज़ार किया जा रहा है, लेकिन, अभी तक की जाँच से पता चला है कि इन सभी ने कालमेघासव ख़रीदा और पिया था. पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ़्तार किया है, जिनमें सिरप की बिक्री करने वाला दुकानदार भी शामिल है.
सुरंग की डीपीआर में बचाव के तीन रास्ते, बनाया एक भी नहीं
सिलक्यारा सुरंग में फंसे मजदूर बचा तो लिए गए हैं लेकिन उसके निर्माण में ख़ामियां ही संकट की वजह बनीं. ‘दैनिक भास्कर’ की पड़ताल में मालूम हुआ है कि दरअसल, सुरंग के साथ बचाव और रखरखाव के तीन और रास्ते बनाने का प्रस्ताव इसके डीपीआर में है लेकिन कंपनी ने एक भी रास्ता नहीं बनाया था. उससे भी ज़्यादा गंभीर बात यह कि निरीक्षण के लिए आने वाले अफ़सरों ने भी इस पर ध्यान नहीं दिया. इनमें से अगर बाहर निकलने का एक भी आपात रास्ता बना होता शायद मजदूरों को इतने दिनों तक सुरंग में फंसे नहीं रहना पड़ता. वैकल्पिक रास्तों का ज़िक्र रिक्वेस्ट फ़ॉर प्रपोज़ल में है और इसे वेबसाइट इंफ्राकाम.निक.इन पर देखा जा सकता है. निर्माण का प्लान नेशनल हाईवे एंड इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलेपमेंट कारपोरेशन लिमिटेड ने बनाया है. यह टनल 12 हजार करोड़ रुपये के महत्वाकांक्षी चार धाम ऑल वेदर रोड का अहम् हिस्सा है. इसलिए इस पर काम तो जारी रहेगा लेकिन इसमें हुई गड़बड़ियों पर भी ग़ौर ज़रूरी होगा.
मजदूरों की सुरक्षा के बाबत दस राज्यों से एमओयू करेगी झारखंड सरकार
सिलक्यारा की सुरंग में फंसे मजदूर 17 दिन बाद सुरक्षित निकाल लिए गए हैं लेकिन झारखंड को अब भविष्य की चिंता है. सुरंग में झारखंड के 16 और उड़ीसा के पांच मजदूर फंसे थे. दोनों ही राज्यों ने श्रमिकों की सुरक्षित वापसी के लिए अपने प्रतिनिधि सिलक्यारा भी भेजे थे. झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार ने एक सहमति पत्र (एमओयू) तैयार कराया है, जिस पर वह दस राज्य सरकारों से हस्ताक्षर कराना चाहती है. ‘द इकोनामिक्स टाइम्स’ को मिले सहमति पत्र के मुताबिक इसमें अप्रवासी श्रमिकों के संबंध में अंतराज्यीय समन्वय समिति बनाने और नोडल अफसर तैनात करने की बात लिखी है. नोडल अफसर भी अतिरिक्त या संयुक्त श्रम अधिकारी स्तर का रखने का प्रस्ताव है. यह समिति राज्य के श्रमिकों की सुरक्षा व कल्याण के प्रति जवाबदेह होगी. ऐसी ही मांग उड़ीसा सरकार की भी है.
‘लकी’ भैंस की मौत पर ‘काज’, भोज में 400 लोगों ने की शिरकत
उस भैंस का नाम ही नहीं था, वह सबकी लाडली भी थी. जब से वह घर में आई थी परिवार का आर्थिक दशा दिनों-दिन अच्छी होती गई. 27 साल बाद जब वह मरी तो ‘अंतिम संस्कार’ के बाद उसके सम्मान में किसी परिवारीजन के समान ही किसान ने मृत्युभोज कराया. स्थानीय भाषा में इसे काज कहा जाता है, जिसमें परिवार-रिश्तेदारों समेत चार सौ लोग शामिल हुए. उन्हें भोजन के अलावा देशी घी से बने लड्डू, जलेबी और गुलाब जामुन परोसे गए. वहां भैंस की फ़ोटो रखी गई थी और उस पर फूलों की माला चढ़ाई गई. हरियाणा के चरखी दादरी ज़िले के चरखी गांव के किसान सुखबीर ने ‘द टाइम्स ऑफ़ इंडिया’ को बताया कि लाड़ली उनके परिवार को 25 साल तक दूध देती रही. इस बीच उसने 24 पड़िया को जन्म दिया. इनमें से किसी को बेचा नहीं गया. उन्हें उनके परिवार या फिर रिश्तेदारों ने पाला.
फ़ैशन शो में बुर्के में कैटवॉक पर जमीयत उलमा की नाराज़गी
श्रीराम ग्रुप ऑफ़ कॉलेजेज़ की ओर से मुजफ्फरनगर में आयोजित फ़ैशन शो ‘फ़ैशन स्लेप्स-2023’ विवादों में घिर गया. दरअसल, फ़ैशन डिज़ाइनिंग की 13 छात्राओं ने बुर्का और हिजाब में रैंप पर कैटवॉक किया. हालांकि दर्शकों ने तालियों से इस नए प्रयोग का स्वागत किया और इसने निर्णायक मंडल में शामिल फ़िल्म अभिनेत्री मंदाकिनी और टीवी कलाकार राधिका गौतम को भी प्रभावित किया लेकिन इसे लेकर नाराज़गी भी सामने आई. जमीयत-ए-उलमा हिंद के ज़िला समन्वयक मुक़र्रम काज़मी ने इसे उकसावे की कार्रवाई बताया और कहा कि इससे मुस्लिम समदाय की भावनाओं को ठेस पहुंची है. दूसरे कई मौलाना ने भी विरोध किया. हालांकि इमाम एसोसिएशन के अध्यक्ष मौलाना जुल्फ़िकार ने इस विवाद को यह कहते हुए ख़ारिज़ किया कि यह शिक्षणेत्तर गतिविधि थी, जिसका धर्म से कोई लेना-देना नहीं है. ‘हिंदुस्तान टाइम्स’ ने कॉलेज के कला विभाग के निदेशक डॉ.मनोज धीमान के बयान में लिखा है कि शो में फैशन की विविधता प्रदर्शित करने की कोशिश की गई थी. इसको किसी धर्म से नहीं जोड़ा गया था.
फ़िल्म फ़ेस्टिवल में ‘द केरला स्टोरी’ के विरोध पर युवक-युवती हिरासत में
फ़िल्म फ़ेस्टिवल में ‘द केरला स्टोरी’ की स्क्रीनिंग के दौरान कथित रूप से हंगामा करने के आरोप में पुलिस ने केरल के एक युवक और युवती को हिरासत में ले लिया. हालांकि उन्हें पौन घंटे बाद ही छोड़ दिया गया. वे एक हफ़्ते से समारोह में आ रहे थे लेकिन अब उनके प्रवेश पर पाबंदी लगा दी गई है. उनको जारी किए गए पास आयोजकों ने रद्द कर दिए हैं. ‘द इंडियन एक्सप्रेस’ की खब़र के मुताबिक, श्रीनाथ और उनकी दोस्त अर्चना रवि ने कहा कि उन्होंने कोई नारेबाज़ी नहीं की. वह सिर्फ़ इस फ़िल्म के जरिए किए जा रहे प्रोपगंडा का विरोध जताना चाहते थे. इसके लिए उन्होंने दो पेज का पैंफ़लेट वहां डाला था. वह फ़िल्म पर बनाए गए मीम के प्रिंट के साथ फ़ोटो करा रही थीं तभी पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया. पुलिस का कहना था कि यह विरोध जताने की जगह नहीं है.
पांच साल तक बढ़ा दी गई है मुफ़्त खाद्यान्न वितरण योजना
केंद्र सरकार ने ग़रीबों को निशुल्क अनाज देने वाली योजना प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना की अवधि पांच और बढ़ा दी है. यानी यह दिसंबर 2028 तक लागू रहेगी. इस पर सरकार को 11.8 लाख करोड़ रुपये खर्च करने होंगे. इसके तहत 81.3 करोड़ लाभार्थियों को हर महीने पांच किलो अनाज दिया जाता है. अन्त्योदय योजना में शामिल परिवारों को 35 किलो अनाज मिलता है. इस योजना को केंद्र की कैबिनेट ने मंजूरी दे दी है.
चयन-संपादन | शरद मौर्य
कवर | प्रतिनिधि तस्वीर
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