इगा स्वियातेक | यूएस ओपन की क्रेज़ी पोलिश स्टार

न्यूयॉर्क के फ्लशिंग मीडोज़ के आर्थर ऐश एरीना में यूएस ओपन के दौरान खेल के नेपथ्य में एफ़्रो अमेरिकनों के दुःख-दर्द के वाहक जैज़ संगीत को बहते हुए महसूस किया जा सकता है. समय-समय पर एफ़्रो-अमेरिकन खिलाड़ी अपने खेल से इस संगीत की कोई तान छेड़कर उसके स्वर को ऊंचा कर देते हैं और संगीत की ये ऊंची तान अपने आकर्षण के मोहपाश में बांध लेती है.

इस साल पुरुष वर्ग में फ्रांसिस टिआफो इस संगीत की तान मद्धम सुर में सेमीफ़ाइनल तक छेड़ते रहे लेकिन महिला वर्ग में सेरेना विलियम्स की तीसरे दौर में हार से ये संगीत उसके आसुओं में घुलकर विलीन हो गया और उसकी जगह पॉप संगीत ने ले ली. और इसको छेड़ने वाली थीं, पोलैंड की 21 वर्षीय इगा स्वियातेक.

वे ब्रिटिश पॉप स्टार सील की दीवानी हैं. सील का एक बहुत प्रसिद्ध गीत है – क्रेज़ी. इस गीत की पंक्ति है ‘हम कभी सर्वाइव नहीं कर सकते जब तक कि हम थोड़े क्रेज़ी न हो जाएं….लोगों से भरे इस संसार में थोड़े से लोग होते हैं जो उड़ना चाहते हैं क्या ये क्रेज़ी नहीं है.’ और खिलाड़ियों की इस भीड़ में इगा उन थोड़े से खिलाड़ियों में हैं, जो सफलता के आसमान में उड़ना चाहती हैं. वे थोड़ी नहीं, बहुत क्रेज़ी होती हैं और हर चुनौती से पार पाकर सर्वाइव करती हैं और विजेता बनती हैं.

इस बार का महिला वर्ग का फ़ाइनल पोलैंड की इगा स्वियातेक और अल्जीरिया की ओंस जेबुर के बीच खेला गया. दोनों पहली बार यूएस ओपन के फ़ाइनल में खेल रहीं थीं और जो भी जीतता एक इतिहास लिखता. जीत इगा के हिस्से आई. उन्होंने ओंस को सीधे सेटों में 6-2,7-6 (7-5) से हराकर अपना तीसरा और साल का दूसरा ग्रैंड4 स्लैम जीता. वे ये ख़िताब जीतने वाली पहली पोलिश महिला खिलाड़ी हैं. जेबुर हारकर ये ख़िताब जीतने वाली पहली अफ़्रीकन महिला खिलाड़ी बनने से चूक गईं.

नंबर वन रैंकिंग के साथ इगा इस ख़िताब को जीतने के लिए सबसे फ़ेवरिट खिलाड़ी मानी जा रही थीं और उन्होंने कर दिखाया. यहां आने से पहले वे दो फ्रेंच ख़िताब जीत चुकी थीं. और शानदार खेल रही थीं. विम्बलडन में तीसरे दौर में अलिज़े कोर्नेट से हारने से पहले लगातार 37 मैच जीतकर सेरेना विलियम्स का रिकॉर्ड तोड़ चुकी थीं. इतना ही नहीं इस साल यहां आने से पूर्व छह खिताब अपने नाम कर चुकी थीं, जिसमें चार डब्ल्यूटीए1000 ख़िताब शामिल थे.

दूसरी और 28 वर्षीया विश्व नंबर 05 ओंस जेबूर की चुनौती भी कम नहीं थी. वे विम्बलडन के फ़ाइनल में पहुंचने वाली पहली अरब महिला बनने का गौरव हासिल कर चुकी थीं. वे फ़ाइनल में एक संघर्षपूर्ण मैच में कज़ाकिस्तान की एलिना रीबाकिना से 6-3,2-6,2-6 से हार गईं थीं. लेकिन यहां वे इगा के विरुद्ध वे 2-2 मैचों की बराबरी पर थीं. और अपने पावर प्ले से किसी भी खिलाड़ी को हराने का माद्दा रखती हैं.

लेकिन इगा ने ओंस के विरुद्ध खेले मई में रोम ओपन में अंतिम मैच में आसानी से 6-2, 6-2 से हराया था. जब आज का फ़ाइनल शुरू हुआ तो इगा ने अपनी सधी सर्विस और डीप स्ट्रोक्स के जरिए ओंस की सर्विस ब्रेक की और 3-0 की बढ़त ले ली. लेकिन ओंस ने वापसी की और दमदार ग्राउंड स्ट्रोक्स के बूते इगा की सर्विस ब्रेक की और स्कोर 3-2 कर लिया.

लेकिन इगा ने आगे कोई मौका नहीं दिया और पहला सेट 6-2 से जीत लिया. और दूसरे सेट में 3-0 की बढ़त बना ली तो लगा कि रोम को दोहराया जा रहा है. लेकिन ओंस ने हार नहीं मानी. उन्होंने दो सर्विस ब्रेक कर स्कोर 4-4 और फिर 6-6 कर सेट को टाइब्रेकर में ले गईं लेकिन अन्ततः टाईब्रेक 5-7 से हारकर सेट और ख़िताब हार गईं.

जीत के बाद वे कह रही थीं ‘आज मुझे पता चला मेरे लिए आसमां ही सीमा है’ तो निःसंदेह उनके मन में अपने प्रिय गायक सील के गाने ‘क्रेज़ी’ की पंक्ति ‘लोगों से भरे इस संसार में थोड़े से लोग होते हैं जो उड़ना चाहते हैं’ घूम रही होगी.

दरअसल सेरेना विलियम्स के पराभव के बाद महिला टेनिस में ऐसी रिक्ति-सी आ गयी थी जिसमें एक शक्तिशाली खिलाड़ी के अभाव में सभी खिलाड़ियों के लिए मैदान खुला था और हर ग्रैंड स्लैम में एक नई खिलाड़ी विजेता बन रही थी. इसको इस तथ्य से भी समझा जा सकता है कि इस समय खेल रही खिलाड़ियों में सेरेना, नाओमी ओसाका(04) और एंजेलिक करबर(03) के बाद इगा चौथी ऐसी खिलाड़ी हैं, जिन्होंने 03 या उससे अधिक ग्रैंड स्लैम ख़िताब जीते हैं.

दरअसल वे सेरेना की ख़ाली की हुई जगह को भर रही हैं और उनकी सही उत्तराधिकारी हैं. वे पावर खेल में ही नहीं, मानसिक दृढ़ता में भी सेरेना की तरह मजबूत हैं. ये उन्होंने आज फ़ाइनल में दिखाया भी. आज दर्शकों के ज़बरदस्त शोर और ओंस को समर्थन के बावजूद शानदार खेल दिखाया. खेल के बाद सुप्रसिद्ध टेनिस खिलाड़ी क्रिस एवर्ट कह रही थीं ‘आज इगा ने इस प्रतियोगिता का सबसे शानदार मैच खेला. वे नंबर वन खिलाड़ी की तरह ही खेल रही थीं.’

निःसंदेह आज वे आज जीत की खुशी में थोड़ी-थोड़ी क्रेज़ी हुई जा रही होंगी और सील को गुनगुना रही होंगी –

“…लोगों से भरे आकाश में कुछ ही लोग हैं जो उड़ना चाहते हैं, क्या ये क्रेज़ी नहीं है,
लोगों से भरे स्वर्ग में कुछ ही लोग हैं जो उड़ना चाहते हैं, क्या ये क्रेज़ी नहीं है,
लोगों से भरी दुनिया में कुछ ही लोग हैं जो उड़ना चाहते हैं,
क्या ये क्रेज़ी नहीं है, क्या ये क्रेज़ी नहीं है,क्या ये क्रेज़ी नहीं है,
लेकिन कभी सर्वाइव नहीं कर सकते जब तक कि हम थोड़े क्रेज़ी न हो जाएं…”

इगा को ये जीत मुबारक.

कवर फ़ोटो | ट्वीटर से साभार


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