दयारा बुग्याल में मक्खन-दूध की होली

उत्तरकाशी | दयारा बुग्याल में पारंपरिक अंढूड़ी उत्सव (बटर फेस्टिवल) कल ज़ोर-शोर से मनाया गया. इस उत्सव के लिए ख़ासतौर पर जुटे सैलानियों और गाँव वालों ने मिलकर दूध-दही और मक्खन की होली खेली. इस मौक़े पर लोकनृत्य रासौ के साथ ही कलाकारों ने लोकगीत भी प्रस्तुत किए. बुग्याल में पाँच महीनों तक अपने जानवरों के साथ ठहरने वाले पशुपालक प्रकृति के प्रति कृतज्ञता जताने के लिए यह उत्सव मनाते हैं.

कोविड के चलते यह आयोजन दो साल बाद संभव हुआ. उत्सव में शामिल होने के लिए सैलानी दो दिन पहले ही बुग्याल के आधार शिविर रैथल गाँव पहुंचने लगे थे. कुछ ने तो दयारा पहुंचकर छानियों और टेंट में रात बिताई.

रैथल की दयारा पर्यटन उत्सव समिति का यह आयोजन बटर फेस्टिवल के नाम से मशहूर है. क़रीब साढ़े दस बजे शुरू हुआ उत्सव साढ़े बारह बजे तक चला. शुरुआत में कृष्ण और राधा के किरदार वाले कलाकारों ने दूध-मक्खन की मटकी फोड़ी और एक दूसरे को दूध-मक्खन लगाया. लोक गायक रजनीकांत सेमवाल, धनराज सौर्य, माही जौनपुरी और लोक गायिका अनीशा रांगड़, मंजू नौटियाल ने रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किए.

गंगोत्री के विधायक सुरेश चौहान, एसपी अर्पण यदुवंशी, एडीएम तीर्थपाल सिंह, एसडीएम सीएस चौहान, भाजपा के जिला अध्यक्ष रमेश चौहान, महामंत्री हरीश डंगवाल, होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष शैलेंद्र मटूड़ा भी उत्सव में शामिल हुए.


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