पेरिस ओलंपिक | चौथा नंबर, आह और काश की सदाएं
खेलों में चौथे नंबर पर रहना खिलाड़ियों या टीमों के लिए शायद सबसे त्रासद बात होगी. यह स्थान एक पदक और ख़ाली हाथ रह जाने के बीच का न्यूनतम अंतर होता है. दिल से हमेशा एक ‘आह’ निकलती है और कानों को एक सदा सुनाई देती रहती है कि ‘काश’. पर खेल हैं तो ये चौथा भी रहेगा और चौथे नंबर पर कोई न कोई खिलाड़ी भी रहेगा ही. और ‘आह’ व ‘काश’ की सदाएं भी.
भारतीय निशानेबाज़ मनु भाकर से बेहतर इसे और कौन महसूस कर सकता है. वह एक इतिहास बनाते-बनाते चूक जो गईं. ओलंपिक खेलों में वे अपना लगातार तीसरा मेडल हासिल करने से न्यूनतम अंतर से चूक गईं.
शनिवार को शूटिंग की 25 मीटर पिस्टल स्पर्धा में मनु भाकर ने फ़ाइनल में आगाज़ शानदार किया. पर उसे अपने अंजाम तक न पहुंचा सकीं. वे शुरू से ही टॉप थ्री में रह रही थीं और बेहतरीन शूटिंग का प्रदर्शन कर रही थीं. लेकिन अंत आते-आते उनके कुछ निशाने थोड़े ख़राब रहे जिससे हंगरी की वेरोनिका मेजर के साथ उन्हें शूट ऑफ़ में जाना पड़ा और अपने अभियान का समापन चौथे स्थान पर रहते हुए करना पड़ा. इस स्पर्धा का कांस्य पदक वेरोनिका मेजर ने जीता. कोरिया की जिन यांग ने फ्रांस की कैमिल जेद्रेजेवस्की को शूटऑफ़ में हराकर स्वर्ण पदक जीता.
हालांकि मनु भाकर का सफ़र हार से ख़त्म हुआ. लेकिन उन्होंने पेरिस ओलंपिक में दो पदक हासिल करने के साथ कई रिकॉर्ड बनाए. इसके अलावा स्वप्निल कुसाले ने पुरुषों की 50 मीटर राइफल थ्री पोजीशन में कांस्य पदक जीता. भारत ने अभी तक पेरिस 2024 ओलंपिक में तीन मेडल जीते हैं, और ये सभी मेडल शूटिंग से आए हैं.
मनु भाकर ने टोक्यो ओलंपिक में डेब्यू किया था. लेकिन 10 मीटर एयर पिस्टल क्वालिफ़िकेशन के दौरान उनकी पिस्टल ख़राब हो जाने के कारण उन्हें पदक नहीं मिला था. मिश्रित टीम 10 मीटर पिस्टल और 25 मीटर पिस्टल स्पर्धा में भी वह पदक हासिल करने से चूक गईं थीं.
मनु भाकर आईएसएसएफ विश्व कप में स्वर्ण पदक जीतने वाली सबसे कम उम्र की भारतीय हैं. वे 2018 में गोल्डकोस्ट में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा की चैंपियन भी हैं जहां उन्होंने गेम्स रिकॉर्ड के साथ स्वर्ण पदक जीता था. इसके अलावा वे 2018 में ब्यूनस आयर्स के यूथ ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय निशानेबाज़ और देश की पहली महिला एथलीट भी हैं. उन्होंने पिछले साल एशियाई खेलों में महिलाओं की 25 मीटर टीम पिस्टल का ख़िताब भी जीता था.
स्कीट क्वालिफ़िकेशन में भारत के अनंत जीत सिंह नरूका 24वें स्थान पर रहे. चेटेउरौक्स में, नरूका ने पांच राउंड में कुल 116 का स्कोर बनाया. जो उन्हें फ़ाइनल में पहुंचाने के लिए पर्याप्त नहीं था. महिलाओं की स्कीट क्वालिफ़िकेशन स्पर्धा के पहले दिन के बाद भारत की महेश्वरी चौहान आठवें स्थान पर हैं. 28 वर्षीय भारतीय निशानेबाज़ ने पहले तीन राउंड में कुल 71 (23, 24, 24) का स्कोर बनाया. भारत की दूसरी प्रतिभागी रायजा ढिल्लों पहले तीन राउंड में 66 (21, 22, 23) अंक हासिल करने के बाद वर्तमान में 25वें स्थान पर हैं.
तीरंदाज़ी में दीपिका कुमारी के क्वार्टर फ़ाइनल में दक्षिण कोरिया की नाम सुहयोन से 2-6 से हार जाने के साथ तीरंदाज़ी में भारत का अभियान भी समाप्त हो गया. दीपिका कुमारी ने पहला सेट 28-26 से जीत कर शानदार शुरुआत की. लेकिन कोरियाई खिलाड़ी ने दूसरा सेट 28-25 से जीत कर स्कोर 2-2 से बराबर कर दिया. भारतीय तीरंदाज ने एक बार फिर सटीक निशाना साधते हुए 29-28 से करीबी मुकाबला जीता और 4-2 की बढ़त हासिल कर ली. लेकिन इसके बाद दक्षिण कोरियाई खिलाड़ी ने लगातार दो सेट जीत कर मैच को 6-4 से अपने नाम कर लिया.
इससे पहले प्री-क्वार्टर फ़ाइनल में पूर्व विश्व नंबर एक दीपिका कुमारी ने जर्मनी की मिशेल क्रॉपेन को 6-4 से हराकर क्वार्टर फ़ाइनल में प्रवेश किया था.
भारत की भजन कौर प्री-क्वार्टर फ़ाइनल मैच में इंडोनेशिया की दियानंदा चोइरुनिसा से 6-5 से हार कर पहले ही बाहर हो गई थीं. भजन कौर ने राउंड ऑफ 64 में इंडोनेशिया की साइफा नूराफिफा कमाल को राउंड ऑफ़ 32 में पोलैंड की वायलेटा मैसजोर को हराया था.
पुरुषों की व्यक्तिगत स्पर्धा में कोई भी भारतीय पुरुष तीरंदाज़ राउंड ऑफ 32 से आगे नहीं बढ़ पाया. जबकि पुरुष और महिला दोनों टीमें क्वार्टर फ़ाइनल में हार गईं. धीरज बोम्मादेवरा और अंकिता भकत मिश्रित टीम स्पर्धा में सेमीफ़ाइनल तक पहुंचे थे लेकिन कांस्य पदक के मैच में यूएसए से हार गए.
मुक्केबाज़ी में भारत के निशांत देव पुरुषों के 71 किग्रा क्वार्टरफ़ाइनल बॉक्सिंग मुक़ाबले में मैक्सिको के मार्को वर्डे के खिलाफ 4:1 से हार गए.
दूसरी वरीयता प्राप्त वर्डे ने सेमीफ़ाइनल में जगह बनाई और उनका सामना 2022 कॉमनवेल्थ गेम्स के कांस्य पदक विजेता ग्रेट ब्रिटेन के लुईस रिचर्डसन से होगा. अपना पहला ओलंपिक खेल रहे निशांत देव का पहले राउंड में पलड़ा भारी रहा. वर्डे ने वापसी करते हुए दूसरा राउंड अपने नाम कर लिया और फिर तीसरे राउंड में अपना दबदबा बनाए रखा. अब टोक्यो 2020 की कांस्य पदक विजेता लवलीना बोरगोहेन भारत की एकमात्र शेष चुनौती हैं.
गोल्फ़ में शुभंकर शर्मा तीसरे राउंड में 1 ओवर का स्कोर कर पाए. कुल 211 के स्कोर के साथ, शुभांकर 25वें स्थान से खिसकर 34वें स्थान पर आ गए हैं. गगनजीत भुल्लर ने आज बराबरी का स्कोर करते हुए चार स्थान की छलांग लगाई और अब 215 के स्कोर के साथ 48वें स्थान पर हैं. अब बस एक राउंड बाकी है. अमेरिका के मौजूदा ओलंपिक चैंपियन जैंडर शॉफेल और स्पेन के दो बार के राइडर कप विजेता जॉन राम वर्तमान में संयुक्त रूप से पहले स्थान पर हैं. तीन राउंड के बाद इन दोनों ने 14 अंडर का स्कोर किया है.
भारत के विष्णु सरवनन पुरुषों की डिंगी इवेंट में रेस 5 में 21वें और रेस 6 में 13वें स्थान पर रहे.
अब 6 रेस के बाद, एशियन गेम्स के कांस्य पदक विजेता सरवनन 83 नेट स्कोर (कुल 117 अंक) के साथ 23वें स्थान पर हैं. वह कल अपने प्रदर्शन से एक स्थान नीचे खिसक गए हैं.
भारतीय नाविक नेत्रा कुमारन जो तीसरी रेस के बाद 11वें स्थान पर थीं, छह रेस के बाद डिंगी स्टैंडिंग में 24वें स्थान पर हैं. नेत्रा चौथी और पांचवीं रेस में 28वें स्थान पर रहीं और छठी रेस में 20वें स्थान पर रहीं. परिणामस्वरूप, 26 नेत्रा ने तीसरे दिन 96 नेट अंक (124 कुल अंक) के साथ समाप्त किया.
पदक तालिका में दिन की स्पर्धाएं समाप्त होने पर चीन अब भी पहले स्थान पर चल रहा है. उसने कुल 37 पदक जीते हैं जिसमें 16 स्वर्ण, 12 रजत और 09 कांस्य पदक शामिल हैं. अब दूसरे स्थान पर अमेरिका की टीम है. उसने 14 स्वर्ण, 24 रजत और 23 कांस्य पदक सहित कुल 61 पदक जीते हैं. जबकि मेज़बान फ्रांस तीसरे स्थान पर है. उसने 12 स्वर्ण 14 रजत और 15 कांस्य सहित कुल 41 पदक जीते हैं. भारत तीन कांस्य पदकों के साथ 54वें स्थान पर खिसक गया है.
और चलते चलते
एक, क्या आप जानते हैं कि अमेरिका ओलंपिक में अपनी बास्केट बॉल टीमों पर कितना ख़र्च करता है. जी हां इस बार अमेरिका का महिला और पुरुष बास्केटबॉल टीमों का कुल ख़र्च पंद्रह मिलियन डालर की राशि का है. दरअसल 1992 से जब से एनबीए के प्रोफ़ेशनल खिलाड़ी खेलने लगे हैं तब से वे खेल गांव में नहीं बल्कि उससे बाहर होटलों में रुकते हैं. इस बार उनके लिए पेरिस सेंटर स्क्वायर में एक पूरा होटल बुक किया गया है , जिसमें 800 कमरे हैं. इसमें टीम के खिलाड़ी उनके परिवार और टीम के साथ आए सभी ऑफ़िशियल्स और सपोर्ट स्टाफ़ रहते हैं.
दो, अमेरिका की तैराक केटी लेडेकी अब तक ओलंपिक में 07 स्वर्ण पदक जीत चुकी हैं. इस बार भी उन्होंने 1500 मीटर फ्री स्टाइल में स्वर्ण पदक जीता है. वे 16 विश्व रिकॉर्ड तोड चुकी हैं और 1500 मीटर फ्री स्टाइल स्पर्धा में 20 सर्वाधिक तेज़ समय उनके नाम ही हैं.
तीन, और ये भी जान लीजिए कि जिस तरह से नियम तोड़ने पर एक छात्र को कॉलेज या हॉस्टल से निकाला जा सकता हैं, वैसे ही खेल गांव में रहने के नियम तोड़ने पर खिलाड़ी को ओलंपिक से निकाला जा सकता है. ब्राज़ील की तैराक एना कैरोलिना विएरा को खेल गांव के नियम तोड़ने पर ओलंपिक से बाहर कर दिया है. दरअसल हुआ ये कि वे बिना अनुमति के अपने ही साथ के एथलीट और पुरुष मित्र गब्रियाल सांतोस के साथ चुपके से खेल गांव से निकल गई और बाहर रात बिताई. और इस आउटिंग की तस्वीरें सोशल मीडिया पर शेयर कर दी थीं.
कवर | अमेरिकी तैराक केटी लेडेकी
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