नई दिल्ली | हिन्दी कथा-संसार में हाशिए की ज़िंदगियों को आवाज़ देने वाले कथाकार अब्दुल बिस्मिल्लाह अपने जीवन के 75 वर्ष पूरे कर चुके हैं. उनकी रचनाएँ गाँव-समाज, बोली-बानी और साधारण मनुष्य के संघर्षों का जीवंत दस्तावेज़ रही हैं. इसी रचनात्मक धरोहर का उत्सव मनाने के लिए 19 अगस्त की शाम को इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में राजकमल [….]