बरेली में पाँच दिन का ‘किताब उत्सव’ 4 अक्टूबर से

नई दिल्ली/बरेली | बरेली के साहित्य और कलाप्रेमियों के लिए राजकमल प्रकाशन समूह एक ख़ास सौग़ात लेकर आ रहा है. शहर के विंडरमेयर थिएटर में 4 से 8 अक्टूबर, 2025 तक ‘किताब उत्सव’ का आयोजन होगा. पाँच दिनों तक चलने वाले इस उत्सव में देशभर के 50 से अधिक चर्चित कवि, लेखक और कलाकार शिरकत करेंगे.
इस दौरान 5 हजार से ज्यादा नई-पुरानी पुस्तकों की प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी. जिसमें पुस्तक-प्रेमियों को हिन्दी, उर्दू और अंग्रेज़ी भाषाओं की पुस्तकों का विशाल संग्रह देखने और ख़रीदने का अवसर मिलेगा. इस संग्रह में 27 भारतीय भाषाओं और 9 इतर भाषाओं से हिन्दी में अनूदित पुस्तकें शामिल होंगी.
उभरते और युवा रचनाकारों को मिलेगा मंच
‘किताब उत्सव’ की ख़ास बात यह भी है कि यहाँ सिर्फ़ बड़े लेखक ही नहीं, बल्कि उभरते और युवा रचनाकारों को भी मंच मिलेगा. प्रतिभागियों को अपनी लेखन-कला और रचनात्मकता सीधे श्रोताओं तक पहुँचाने का मौक़ा दिया जाएगा. यह पहल साहित्य की नई पीढ़ी को सामने लाने और उन्हें पाठकों से जोड़ने की दिशा में एक अहम क़दम है.
‘किताब उत्सव’ के दौरान इसके लिए प्रतिदिन एक विशेष सत्र आयोजित होगा, जिसमें नए उभरते रचनाकार अपनी रचनाओं का पाठ प्रस्तुत कर सकेंगे. जो प्रतिभागी इसमें शामिल होना चाहते हैं, वे राजकमल प्रकाशन समूह और किताब उत्सव के सोशल मीडिया पर जारी किया गया फ़ॉर्म भरकर अपना रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं.
‘किताब उत्सव’ शृंखला की 13वीं कड़ी है यह आयोजन
राजकमल प्रकाशन समूह के कार्यकारी निदेशक आमोद महेश्वरी ने कार्यक्रम की जानकारी देते हुए कहा कि साहित्य केवल पढ़ने-सुनने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह साझा करने और संवाद का माध्यम भी है. इसी सोच के तहत इस उत्सव की परिकल्पना की गई, ताकि किताबों और रचनात्मकता के इर्द-गिर्द एक जीवंत माहौल बनाया जा सके.
उन्होंने बताया कि ‘किताब उत्सव’ शृंखला में अब तक देश के 9 शहरों में 12 आयोजन सफलतापूर्वक किए जा चुके हैं. अपने चौथे वर्ष में 13वें आयोजन को लेकर यह कारवां बरेली पहुँच रहा है. शहर के साहित्यिकों ने बड़े उत्साह से इस पहल का स्वागत किया है. हमें आशा है कि इस आयोजन में सभी बरेलीवासियों का सहयोग और स्नेह मिलेगा.
(प्विज्ञप्ति)
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