स्वाँग शैली में सुनाई कृष्ण-सुदामा की दास्तान
कहे विदूषक ने किया ‘सकल जानि हे नाथ’ का मंचन
बरेली | विंडरमेयर में चल रहे मिनी थिएटर फ़ेस्टिवल की दूसरी शाम को बंगलूरु से आए ‘कहे विदूषक फाउंडेशन’ के कलाकारों ने स्वाँग शैली से प्रेरित नाटक ‘सकल जानि हे नाथ’ का मंचन किया. वसंत देव लिखित ‘सुदामा के चावल’ और नरोत्तम दास के दोहों को मिलाकर कर कृष्ण-सुदामा की कथा कुछ गंभीर ढंग से और कुछ ठिठोली के साथ पेश कर कलाकारों ने दर्शकों को बांधे रखा.
श्रीनिवास बीसेट्टी के निर्देशन में इस एकल नाटक को गीतांजलि काल्टा ने स्वर और संगीत से सजाया. मंच पर भूमिका माने ने स्वाँग शैली को आत्मसात कर नाटक में जान डाल दी. हंशा पल्लवी और बंशी के सेट डिज़ाइन और दुर्गा वेंकटेशन के मेकअप ने माहौल को स्वाँग के अनुरूप ढालकर नाटक को और भी असरदार बनाया.
दया दृष्टि चैरिटेबल ट्रस्ट के अध्यक्ष डॉ. बृजेश्वर सिंह ने ‘कहे विदूषक फाउंडेशन’ के कलाकारों को सम्मानित किया. उन्होंने बताया कि विंडरमेयर के इस मिनी थिएटर फ़ेस्टिवल के तहत 7 अक्टूबर तक प्रतिदिन नाटकों का मंचन होगा. अब 6 और 7 अक्टूबर को बंगलूरु की प्रसिद्ध नाट्य संस्था ‘रंग शंकरा’ के कलाकार बच्चों के लिए विशेष रूप से तैयार किए गए नाटक ‘चिप्पी, द छिपकली’ ‘ओल्ड मैन एंड द सी’ प्रस्तुत करेंगे.
फ़ोटो | सिद्धार्थ रावल
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