हिन्दी उपन्यास का स्त्री वर्ष | नौ नए उपन्यास
नई दिल्ली | राजकमल प्रकाशन समूह ‘हिन्दी उपन्यास का स्त्री-वर्ष’ मना रहा है. इसके तहत हिन्दी की नौ स्त्री-कथाकारों के उपन्यासों का 3 दिसम्बर को एक साथ लोकार्पण होगा. यह ख़ास आयोजन इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में होगा. यह जानकारी राजकमल प्रकाशन समूह के अध्यक्ष अशोक महेश्वरी ने दी.
उन्होंने कहा, 21वीं सदी स्त्रियों की सदी है. स्त्रियाँ आज साहित्य, समाज और संस्कृति के हर क्षेत्र में नई ऊँचाइयाँ छू रही हैं. इसी रचनात्मक उठान को केंद्र में रखते हुए हम हिन्दी उपन्यास का स्त्री-वर्ष मना रहे हैं. यह पहली बार है, जब हिन्दी की नौ प्रमुख स्त्री कथाकारों के उपन्यास एक साथ प्रकाशित हो रहे हैं.
अशोक महेश्वरी ने कहा, स्त्री-लेखन आज न केवल अपने विशिष्ट अनुभवों को व्यक्त कर रहा है, बल्कि समाज के प्रश्नों को नए आयाम भी दे रहा है. यह वह समय है, जब स्त्री-स्वर हमारे साहित्यिक और सामाजिक ढाँचों को नए सिरे से परिभाषित कर रहा है. हिन्दी उपन्यास का स्त्री-वर्ष उसी रचनात्मकता को रेखांकित करने की हमारी कोशिश है.
उन्होंने बताया कि इन स्त्री कथाकारों में इंटरनेशनल बुकर पुरस्कार से सम्मानित कथाकार गीतांजलि श्री, साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित अलका सरावगी और अनामिका से लेकर चर्चित कथाकार प्रत्यक्षा, वन्दना राग, जया जादवानी, सुजाता, सविता भार्गव और शोभा लिम्बू शामिल हैं. कार्यक्रम की अध्यक्षता सुपरिचित कथाकार मृदुला गर्ग करेंगी. उपन्यासों के लोकार्पण के साथ ही अँश-पाठ और चर्चा के सत्र भी होंगे.
इन कथाकारों के उपन्यास प्रकाशित हुए हैं,

गीतांजलि श्री | सह-सा

अलका सरावगी | कलकत्ता कॉस्मोपॉलिटन : दिल और दरारें

अनामिका | दूर देश के परिन्दे

प्रत्यक्षा | शीशाघर

वन्दना राग | सरकफंदा

जया जादवानी | इस शहर में इक शहर था

सुजाता | दरयागंज वाया बाज़ार फ़त्ते ख़ाँ

सविता भार्गव | जहाज़ पाँच पाल वाला

शोभा लिम्बू | शुकमाया हांगमा
कार्यक्रम विवरण
दिन व दिनांक: बुधवार; 3 दिसम्बर 2025
समय: शाम 5:00 बजे
स्थान: इंडिया इंटरनेशनल सेंटर, कमला देवी कॉम्पलेक्स, मल्टीपर्पज़ हॉल, मैक्समूलर मार्ग, नई दिल्ली.
(विज्ञप्ति)
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