गोपेश्वर | जंगलों की आग बुझाने में जुटे हैं पेड़ वाले गुरुजी
गोपेश्वर | इन दिनों जंगलों में भड़की आग से लोग बदहाल हैं. घाटियों में फैली धुंध के बीच वन कर्मचारी तो आग बुझाने में लगे ही हुए हैं, पोखरी क्षेत्र में पेड़ वाले गुरुजी के नाम से चर्चित राजकीय इंटर कॉलेज गोदली के प्रवक्ता धन सिंह घरिया भी जंगल की आग से जूझ रहे हैं.
आसपास के इलाक़े में जहां भी जंगल में आग लगी दिखती है, पेड़ वाले गुरुजी आग बुझाने वहाँ पहुंच जाते हैं. इतवार को पोखरी के जंगलों में भीषण आग लगी तो गुरुजी भी वन कर्मिचारियों के साथ आग बुझाने चले गए. क़रीब तीन घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका.
वहाँ से लौटने पर गुरु जी ने बताया, ‘जब हम लोग लगी आग बुझा रहे थे, तब तमाम छोटे-बड़े परिंदे और जानवर जान बचाने की कोशिश में बेहाल थे. कुछ परिंदे बार-बार कुछ जगहों के इर्द-गिर्द घूमकर लौट रहे थे, शायद वहां उनके घोंसले रहे होंगे जो आग की ज़द में आ रहे होंगे.’
चमोली में 75.50 हेक्टेयर जंगल स्वाहा
चमोली ज़िले में अभी तक 75.50 हेक्टेयर जंगल आग की चपेट में आकर नष्ट हो गए हैं. पोखरी, जोशीमठ, घाट, नंदप्रयाग, पीपलकोटी, गैरसैंण, देवाल, थराली, कर्णप्रयाग, दशोली क्षेत्र के की वन संपदा ख़ाक हो गई. बदरीनाथ वन प्रभाग के डीएफओ आशुतोष सिंह का कहना है कि जंगलों में लगी आग को बुझाने की पूरी कोशिश की जा रही है. जंगलों को आग में झोंकने के लिए असामाजिक तत्व ज़िम्मेदार हैं. ज़िले की सभी रेंज के अफ़सरों-कर्मचारियों और फ़ायर वाचर को सतर्क कर दिया गया है.
कहाँ कितना नुकसान
बदरीनाथ वन प्रभाग – 36.30 हेक्टेयर
केदारनाथ वन्यजीव प्रभाग – 21.45 हेक्टेयर
अलकनंदा भूमि संरक्षण – 13.50 हेक्टेयर
नंदादेवी राष्ट्रीय पार्क जोशीमठ – 4.25 हेक्टेयर
कवर | पोखरी में आग बुझाने में जुटे गुरु जी
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