भारत में पहली बार तिलापिया मछली में पार्वोवायरस

  • 9:16 pm
  • 16 October 2023

भारत में पहली बार तिलापिया पार्वोवायरस (टीआईपीवी) की मौजूदगी का पता चला है, जो तमिलनाडु में रानीपेट ज़िले के वालाजाह में तालाबों में पाली जाने वाली मीठे पानी की मछली की प्रजाति तिलापिया को प्रभावित कर रही है. इसकी वजह से मछलियाँ मर रही हैं.द हिंदू‘ में रिपोर्ट है कि “ग़रीब आदमी की मछली” कही जाने वाली मोज़ाम्बिक तिलापिया की फार्मिंग आंध्र प्रदेश और केरल के विभिन्न हिस्सों में की जाती है.इन मछलियों में टीआईपीवी रिपोर्ट करने वाला भारत तीसरा देश है. इससे पहले 2019 में चीन में और 2021 में थाईलैंड में इसकी मौजूदगी का पता चला था.
अनुसंधान दल का नेतृत्व करने वाले डॉ. साहुल हमीद ने कहा है कि मछली पालने वालों को टीआईपीवी से होने वाले नुकसान से बचाने के लिए टीआईपीवी का टीका तैयार करने का शोध शुरू किया जाना चाहिए, साथ ही देश के दूसरे हिस्सों में इसका प्रसार रोकने के लिए तुरंत कार्रवाई की जानी चाहिए.

बाइडन ने इस्राइल को गाज़ा पर कब्ज़े से बाज़ आने को कहा
इस्राइली सेना गाज़ा पट्टी पर बड़ी कार्रवाई करने की फिराक़ में है. ‘प्रभात खबर’ के मुताबिक, इसी बीच अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इस्राइल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू को चेताया है कि अगर इस्राइल गाज़ा पट्टी पर कब्जा करता है, तो यह उसकी बड़ी भूल होगी. उन्होंने यह भी कहा कि फ़िलीस्तीन के नागरिक आतंकियों का विरोध करते हैं, इसलिए उन्हें बाहर निकालना भी ज़रूरी है.

हमास के हमले में भारतीय मूल की दो इस्राइली अफ़सरों की मौत
हमास के सात अक्टूबर को किए गए हमले में भारतीय मूल की दो महिला इस्राइली सुरक्षा अधिकारियों की भी मौत हुई है. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि होम फ्रंट कमांड की ओर से अशोद में तैनात लेफ्टिनेंट ओ मोजेज (22) और सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट में तैनात बार्डर पुलिस की इंस्पेक्टर किम दोक्राकर ने ड्यूटी के दौरान हुए संघर्ष के दौरान जान गंवाई. ‘द ट्रिब्यून’ ने लिखा है कि ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने फ़लीस्तीनी आतंकी गुट के हमले को बर्बर व भयानक बताते हुए निंदा की है. उन्होंने कहा कि ब्रिटेन सुरक्षा के लिए इस्राइल को सहायता जारी रखेगा. प्रधानमंत्री कार्यालय से जारी एक बयान में कहा गया है कि भारतीय मूल के ब्रिटिश नेताओं ने यहूदी लोगों की यथासंभव मदद का संकल्प जताया है. वहीं, हमास नेता इस्माइल हनियाह ने क़तर में ईरान के विदेश मंत्री से मुलाक़ात के बाद कहा कि वह हमास को उसकी लक्ष्य प्राप्ति तक मदद देने को राज़ी हैं.

निकोटिन गम की पर्चे पर बिक्री पर विचार, पर डॉक्टर इसके ख़िलाफ़
निकोटिन रिप्लेसमेंट थेरेपीज़ (एनआरटी) के तहत च्यूइंग गम और टॉफ़ियां भी आती हैं, जिनमें निकोटिन की निर्धारित मात्रा होती है. ये खुलेआम बिकती हैं. अब सरकार इनका दुरुपयोग रोकने के लिए इन्हें डॉक्टर के पर्चे पर ही बेचना अनिवार्य करने पर विचार कर रही है. वहीं, एक्सपर्ट और डॉक्टर ऐसा किए जाने के ख़िलाफ़ हैं. उनका कहना है कि ये वस्तुएं तंबाकू की लत छुड़ाने में कारगर साबित हुई हैं. इसलिए इनका वितरण-विपणन और आसान बनाने की जरूरत है. ‘द टाइम्स ऑफ़ इंडिया’ ने धूम्रपान की लत पर हुए 2019 में हुए सर्वे के हवाले से ख़बर दी है कि दिल्ली-एनसीआर में 15 से 50 आयु वर्ग का हर तीसरा व्यक्ति धूम्रपान का लती है. इनमें भी करीब आधे 20 से 30 साल के हैं. वहीं, विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट के मुताबिक, दुनिया में कुल धूम्रपान करने वालों में 12 प्रतिशत भारत में ही रहते हैं. विशेषज्ञों का कहना कि ऐसे में इस लत को रोकने में मददगार च्यूइंग गम आदि की बिक्री को पर्चे की अनिवार्यता में नहीं बांधना चाहिए.

संक्षेप मेंः
– इलाहाबाद हाई कोर्ट ने सन् 2006 के बहुचर्चित निठारी कांड के आरोप में जेल में बंद मोनिंदर सिंह पंढेर और घरेलू नौकर सुरेंदर कोली को सबूतों के अभाव में सोमवार को बरी कर दिया. इन दोनों को 2009 में बलात्कार और क़त्ल के मामलों में सज़ा हुई थी.

– साइंस और टेक्नोलॉजी मंत्रालय वैज्ञानिकों के रिटायरमेंट की आयु सीमा 60 से बढ़ाकर 65 साल करने के प्रस्ताव पर विचार कर रहा है.

– वर्ष 2008 में नोबेल शांति पुरस्कार से नवाज़े गए फ़िनलैंड के पूर्व राष्ट्रपति मार्टी अहतिसारी नहीं रहे. वह 86 बरस के थे.

– गाज़ा में हज़ारों लोग इस्राइल के हमले से बचने के लिए क्षेत्र के सबसे बड़े अस्पताल में शरण लिए हुए हैं. वहां के चिकित्सकों को डर है कि जेनरेटर में ईंधन ख़त्म होने के बाद मरीजों की जान ख़तरे में पड़ सकती है.

– चुनावी बॉन्ड के जरिए राजनीतिक दलों को मिलने वाले चंदे का मामला सुप्रीम कोर्ट की संविधान पीठ को भेज दिया गया है. मामले की अगली सुनवाई पांच जजों की संविधान पीठ 30 अक्टूबर को करेगी.

– आंध्र प्रदेश में नल्लामला के जंगलों में पहली बार पक्षियों का सर्वेक्षण किया गया. दो दिन के इस सर्वेक्षण में शामिल विशेषज्ञों ने पक्षियोंं की सौ प्रजातियों की मौजूदगी दर्ज की.

चयन-संपादन | शरद मौर्य / सुमित चौधरी

कवर | विकीपीडिया/ ग्रेग ह्यूम


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