समलैंगिक ब्याह को क़ानूनी मान्यता से सुप्रीम कोर्ट का इन्कार

  • 10:32 pm
  • 17 October 2023

सुप्रीम कोर्ट के पांच न्यायाधीशों की पीठ ने समलैंगिक विवाह को क़ानूनी मान्यता देने से यह कहते हुए इन्कार किया है कि इस बारे में क़ानून बनाने का काम संसद का है.अमर उजाला’ के मुताबिक, कोर्ट ने कहा कि वह इस मामले में क़ानून नहीं बना सकता, बल्कि इसकी व्याख्या कर सकता है और इसे लागू करा सकता है. इससे पहले समलैंगिक विवाह को क़ानूनी मान्यता देने की मांग करने वाली याचिकाओं पर मई में 10 दिन तक सुनवाई हुई थी. 11 मई को सुप्रीम कोर्ट की पीठ ने फ़ैसला सुरक्षित कर लिया था. समाज का एक बड़ा वर्ग पहले ही समलैंगिक विवाह के ख़िलाफ़ खड़ा था. केंद्र सरकार ने भी इस तरह रिश्ते पर एतराज़ जताया था.

कोर्ट ने पूछाः अविवाहित महिला के सरोगेसी से मां बनने पर रोक क्यों?
किसी अविवाहित महिला के सरोगेसी (किराये की कोख) के ज़रिए मां बनने पर रोक क्यों है, जबकि 35 से 45 साल की विधवा या तलाकशुदा महिला इसका लाभ उठा सकती है. क़ानूनी तौर पर यह भेदभाव क्यों? सहायक प्रजनन प्रौद्योगिकी (विनियमन) अधिनियम-2021 का हवाला देते हुए दिल्ली हाईकोर्ट यह सवाल केंद्र सरकार से पूछा है. ‘द हिंदू’ में ख़बर है कि हाईकोर्ट की बेंच ने 44 साल की अविवाहित महिला वकील की याचिका पर सुनवाई करते हुए केंद्र से जवाब तलब किया है. सरकार के वकील ने इसके लिए अदालत से समय देने का आग्रह किया है. महिला वकील ने कोर्ट को बताया अपनी उम्र व चिकित्सकीय सलाह के कारण माँ बनने के लिए उन्हें किसी दूसरी महिला की मदद लेनी होगी. लेकिन नियम उन्हें ऐसा करने की अनुमति नहीं देते जो संविधान में मिले समानता और जीवन जीने के उनके अधिकारों का हनन है. यह क़ानून भेदभावपूर्ण है.

आईआईएम-मुंबई, 21 संस्थानों में तीन को छोड़कर सबसे ज्यादा फीस
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ़ इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग इसी साल अगस्त में इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट (आईआईएम)बना है. इसके बोर्ड ने लेकिन अपनी बैठक में दो साल के इसके कोर्स के लिए जो फ़ीस तय की है, वह आईआईएम अहमदाबाद (31.5), कोलकाता (31) और बैंगलोर (24.5) को छोड़कर देश के 21 संस्थानों में सबसे ज्यादा है. बोर्ड ने 2024-25 में शुरू हो रहे सत्र के लिए फ़ीस 21 लाख रुपये तय की है. ‘द इंडियन एक्सप्रेस’ ने लिखा है कि यहां तीन कोर्स कराए जाएंगे- एमबीए (जनरल), एमबीए इन सस्टेनेबिलिटी एंड मैनेजमेंट और एमबीए इन ऑपरेशन्स. इन सभी कोर्स की फ़ीस एक समान 21 लाख होगी. संस्थान में प्रवेश कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (कैट) के ज़रिए ही मिलेगा. बोर्ड की बैठक में फ़ीस के अलावा पाठ्यक्रम और अन्य गतिविधियों को भी अंतिम रूप दिया गया.

धनौरी वेटलैंड को संरक्षित क्षेत्र की घोषणा के लिए यूपी सरकार को एक माह
नेशनल ग्रीन ट्रिब्युनल (एनजीटी) ने उत्तर प्रदेश सरकार को ग्रेटर नोएडा के धनौरी वेटलैंड को संरक्षित क्षेत्र घोषित करने के लिए चार हफ्ते का समय दिया है. यूपी सरकार इसे क़ानूनी रूप से वेटलैंड घोषित करने के मामले को टाल रही है. यह 23 प्रजातियों के पक्षी और ख़ास तौर से सारस का प्राकृतिक वास है. क़ानूनी संरक्षण न मिलने से इन पक्षियों और वेटलैंड को ख़तरा है. ये आरोप आनंद आर्य ने एनजीटी के समक्ष दायर याचिका में लगाए हैं जो पक्षीप्रेमी और पर्यावरणविद् हैं. उन्होंने कहा है कि केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय ने इस वेटलैंड को बाल्मीकि रामसर वेटलैंड व सारस सेंक्च्युरी घोषित करने के लिए यूपी सरकार को 2019 से 2022 तक पांच पत्र भेजे. इस पर प्रकाश श्रीवास्तव की अध्यक्षता वाली एजीटी पीठ ने कहा कि प्रदेश सरकार सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के मुताबिक धनौरी को वेटलैंड घोषित करने में ढिलाई बरत रही है. यूपी सरकार के वकील ने इस पर चार हफ्ते का समय मांगा. ‘हिंदुस्तान टाइम्स’ ने जब गौतम बुद्धनगर के जिला वन अधिकारी पीके श्रीवास्तव से बात की गई तो उन्होंने बताया कि वेटलैंड का प्रस्ताव बनाकर वेटलैंड अथॉरिटी को जनवरी में ही लखनऊ भेज दिया गया है.

तमिलनाडु की पटाखा फैक्ट्रियों में विस्फोट, नौ लोगों की मौत
तमिलनाडु की दो अलग-अलग पटाखा फैक्ट्रियों में हुए धमाकों में अब तक नौ लोगों की जान चली गई. पहला विस्फोट विरुधुनगर जिले के शिवकाशी के पास हुआ. इसमें किसी के हताहत होने की ख़बर नहीं है. थोड़ी देर बाद इसी जिले के कम्मापट्टी गांव में विस्फोट की घटना सामने आई, जिसमें नौ लोगों के मारे जाने की ख़बर है.

दीपोत्सव पर 24 लाख दीयों से जगमगाएगी राम की पैड़ी

अयोध्या में दीपोत्सव को और भव्य बनाने की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं. राम की पैड़ी पर 11 नवंबर को 24 लाख दीये जलाए जाएंगे और दिवाली की पूर्व संध्या पर यहां लाइट एंड साउंड शो का आयोजन शुरू होगा.

साबुन बनाने की फैक्ट्री में धमाका, चार मजदूरों की मौत
मेरठ के लोहियानगर क्षेत्र में साबुन बनाने की फैक्ट्री में धमाका होने से पूरी इमारत जमींदोज हो गई और वहाँ काम कर रहे मजदूर मलबे में दब गए. अब तक चार मजदूरों की जान जा चुकी है और कई लोग जख्मी भी हुए हैं.

लेबनान की ओर से इस्राइल पर हमला
लेबनान और इस्राइल की सीमा पर मंगलवार को फिर संघर्ष छिड़ गया. गाज़ा में लड़ाई शुरू होने के साथ ही इस्राइल और लेबनान के बीच छिटपुट झड़पें शुरू हुईं थीं. मंगलवार की सुबह लेबनान से दागी गईं एंटी टैंक मिसाइल उत्तरी इस्राइल के मेटुला में गिरी और तीन लोग घायल हो गए.

चयन-संपादन | शरद मौर्य / सुमित चौधरी


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