उम्र 19 साल, इंटरपोल का इनाम डेढ़ लाख

  • 9:45 pm
  • 27 October 2023

हरियाणा के झज्जर ज़िले के बेरी गांव में जन्मे योगेश कादियान की उम्र 19 साल है. पुलिस के हवाले से मीडिया में आई रिपोर्ट्स बताती हैं कि दो साल पहले फ़र्ज़ी पासपोर्ट पर अमेरिका भाग गया था. वहाँ वह बाबिन्हा गिरोह में सक्रिय है और अति आधुनिक हथियारों का विशेषज्ञ माना जाता है. उसकी तलाश इंटरपोल को भी है, और उसका सुराग़ देने वाले को डेढ़ लाख रुपये के इनाम की घोषणा की गई है. इंटरपोल ने कादियान की तलाश में रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया है. इसमें कहा गया है कि कादियान के ख़िलाफ़ आपराधिक साज़िश, हत्या की कोशिश और प्रतिबंधित हथियार रखने के आरोप भी थे. एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई को मार गिराने वालों का नेतृत्व करने वालों में एक वह भी था.

सरकारी स्कूलों के 20 लाख विद्यार्थियों के नाम काटे
बिहार के शिक्षा विभाग ने सितंबर में एक आदेश जारी करके उन छात्र-छात्राओं के नाम काट देने को कहा था, जो लंबे समय से गैरहाज़िर चल रहे हैं. इस आदेश पर अमल करते हुए क़रीब 75000 स्कूलों के 20.60 लाख (19 अक्टूबर का आंकड़ा) विद्यार्थियों के नाम काट दिए. इनमें 2.66 लाख विद्यार्थी अगले साल 10वीं-12वीं की बोर्ड परीक्षा में शामिल होने वाले हैं. विभाग का मानना है कि गैरहाजिर विद्यार्थी निजी स्कूलों या कोटा जैसे दूरस्थ स्थानों के कोचिंग संस्थानों में पढ़ रहे हैं. स
रकारी स्कूलों में दाख़िला उन्होंने सिर्फ़ यूनिफार्म और किताबों के लिए मिलने वाले अनुदान के लिए करा रखा है. इन मदों में सरकार हर साल करीब 3000 करोड़ ख़र्च करती है. विभाग का कहना है कि अगर 10 प्रतिशत संख्या भी कम हुई तो हर साल 300 करोड़ रुपये बचेंगे. एक पूर्व अध्यापक रामधीन शर्मा ने ‘द हिंदू’ से कहा कि यह भी विचारणीय है कि सौ प्रतिशत उपस्थिति हो तो क्या विद्यालयों में सभी के बैठने की व्यवस्था है? शिक्षकों और ज़रूरी सुविधाओं की कमी तो है ही.

हमास के हमले का बड़ा कारण भारत-मध्यपूर्व एशिया-यूरोप कॉरिडोर की घोषणाः बाइडन
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने एक हफ्ते से भी कम समय में दूसरी बार कहा कि इस्राइल पर हमास के हमले का एक बड़ा कारण भारत-मध्यपूर्व एशिया-यूरोप आर्थिक गलियारे के निर्माण की घोषणा है. सात अक्टूबर को इस्राइल पर हमास आतंकियों के अप्रत्याशित हमले में 1400 लोगों की जान गई थी. जवाब में इस्राइल गाज़ा पट्टी पर लगातार भीषण हमले कर रहा है. अमेरिका दौरे पर आए आस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंटोनी अल्बानीज के साथ संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में बाइडन ने कहा कि इस्राइल पर हमले के कारण का उनके पास कोई प्रमाण नहीं है लेकिन यह उनकी सहज सोच है. क्योंकि नई दिल्ली में जी-20 समिट के दौरान की गई आर्थिक गलियारे से सामूहिक क्षेत्रीय विकास के साथ-साथ इस्राइल को भी लाभ पहुंचने वाला है. उन्होंने कहा कि हम इस काम को पूरा जरूर करेंगे.
‘हिंदुस्तान टाइम्स’ ने लिखा है कि इस नए कॉरिडोर को चीन के बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव का विकल्प माना जा रहा है. भारत-मध्यपूर्व एशिया-यूरोप आर्थिक गलियारे के निर्माण की घोषणा संयुक्त रूप से अमेरिका, भारत, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, फ्रांस, जर्मनी, इटली और यूरोपियन यूनियन ने की थी.

दुनिया के लिए आईफ़ोन टाटा भारत में बनाएंगे
टाटा समूह ने भारत में आईफ़ोन बनाने वाली कंपनी विस्ट्रॉन का बंगलूरू प्लांट खरीदने के लिए क़रीब 12.5 करोड़ डॉलर (1,040 करोड़ रुपये) में सौदा कर लिया है. विस्ट्रॉन के बोर्ड ने इस सौदे को मंजूरी भी दे दी है. टाटा भारत की पहली आईफ़ोन बनाने वाली कंपनी होगी, जो घरेलू बाज़ार के साथ ही वैश्विक बाज़ार के लिए भी आईफोन बनाएगी.

चिप की कमी दूर होने से कार कंपनियों को आसानी हुई
सेमीकंडक्टर (चिप) की कमी का सामना कर रही भारतीय कार कंपनियों को अब राहत मिली है. उनकी कुल ज़रूरत के 90 प्रतिशत तक चिप मिल पा रहे हैं. विशेषज्ञों के अनुसार ऐसा कंप्यूटर-मोबाइल फ़ोन की आपूर्ति में सुधार से अन्य क्षेत्रों ख़ासकर ऑटोमोबाइल सेक्टर के लिए चिप का संकट कम हुआ है. रेटिंग एजेंसी क्रिसिल के सीनियर डायरेक्टर अनुज सेठी के हवाले से ‘द ट्रिब्यून’ ने बताया है कि भारतीय यात्री वाहन निर्माता कंपनियां चिप की कमी से उत्पादन में तीन लाख यूनिट तक गिरावट का सामना कर रही थीं. अब इसके घटकर दो लाख वाहनों रह जाने की उम्मीद है. दरअसल, चिप का सबसे ज्यादा (63 प्रतिशत) इस्तेमाल कंप्यूटर और कम्युनिकेशन उपकरणों में होता है. ऑटोमोबाइल क्षेत्र में 13 प्रतिशत खपत होती है. एक यात्री वाहन में औसतन 1500 चिप की जरूरत होती है. इलेक्ट्रिक कार में यही संख्या दोगुनी हो जाती है. यही कारण है, वित्त वर्ष 2021 और 2022 के अलावा 2023 के बड़े हिस्से में भी चिप की कमी से यात्री वाहनों का उत्पादन और बिक्री दोनों में नुकसान उठाना पड़ा.

चीन के पूर्व प्रधानमंत्री ली केकियांग नहीं रहे
चीन के पूर्व प्रधानमंत्री ली केकियांग का शुक्रवार को दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया. वह 68 बरस के थे. ली हाल ही में शंघाई में रह रहे थे. ‘हिन्दुस्तान’ में खबर है कि बृहस्पतिवार को उन्हें दिल का दौरा पड़ा और देर रात 12.10 बजे निधन हो गया.

अमेरिका ने सीरिया में ईरान से जुड़े ठिकानों पर किए हमले

अमेरिकी सेना ने पूर्वी सीरिया में ईरान की रेवोल्यूशनरी गॉर्ड कोर से जुड़े दो ठिकानों पर शुक्रवार तड़के हवाई हमले किए. ये हमले गत सप्ताह अमेरिकी सैन्य अड्डों और कर्मियों पर किए गए ड्रोन तथा मिसाइल हमलों के जवाब में किए गए.

चयन-संपादक | शरद मौर्य/ सुमित चौधरी


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