मिट्ठू को दुधवा लाने एलीफ़ैंट केयर सेंटर का ख़ास ट्रक जाएगा
बाकेगंज | काशी वाइल्डलाइफ़ ऑफ़िस के कम्पाउण्ड में डेढ़ साल से मेहमानी कर रहे मिट्ठू को दुधवा टाइगर रिज़र्व लाने के लिए मथुरा से एलीफ़ैंट केयर सेंटर के एक ख़ास ट्रक मंगाया गया है.
दुधवा के फ़ील्ड डायरेक्टर संजय पाठक ने बताया कि दुधवा से महावत के साथ पशु चिकित्सकों की टीम और वन अधिकारी मिट्ठू को लाने के लिए भेजे जा रहे हैं.
मिट्ठू की मुख़्तसर-सी दास्तान
नाम | मिट्ठू
मुक़ाम | काशी वाइल्डलाइफ़ ऑफ़िस कम्पाउण्ड
अपराध | चंदौली में हत्या
वाक़या 26 अक्टूबर 2019 का है, जब रामलीला में शरीक होने के लिए जाते समय रमाशंकर नाम का एक शख़्स मिट्ठू के काफ़ी क़रीब आ गया. जाने क्या हुआ कि मिट्ठू इतना भड़क गया कि महावत की कोशिशों के बावजूद उसका ग़ुस्सा नहीं थमा और उसने रमाशंकर को उठाकर पटक दिया. उनकी मौत हो गई तो मुक़दमा क़ायम हुआ. महावत तुलसीराम को गिरफ़्तार कर लिया गया.
महावत ने पुलिस को बताया कि हाथी जौनपुर के पीके तिवारी का है, जो उन्हें हमीरपुर के मोहम्मद अहमद ने दिया है. मोहम्मद अहमद भी मिट्ठू की मिल्कियत के काग़ज़ात नहीं दिखा पाए तो वाइल्डलाइफ़ एक्ट में भी मुक़दमा दर्ज कर लिया गया. तब से वाइल्डलाइफ़ ऑफ़िस कम्पाउण्ड मिट्ठू की रिहाइश बना हुआ है.
इस मामले में सीजेएम कोर्ट में चार्जशीट दाख़िल करने के साथ ही वन विभाग ने मिट्ठू को दुधवा नेशनल पार्क भेजने की कोर्ट से इज़ाजत मांगी थी. कोर्ट ने मिट्ठू को शिफ़्ट करने की इज़ाजत दे दी है. पिछले दिनों महामारी की वजह से बंद रही आवाजाही की वजह से यह काम चुका हुआ था. उम्मीद है कि 18 महीने के बाद अब जल्दी ही उसे नया ठिकाना और नए दोस्त मिल सकेंगे.
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