शूबॉक्स | मुंबई फ़िल्म फ़ेस्टिवल में, ऑनलाइन स्क्रीनिंग मुफ़्त
- 3:35 pm
- 3 March 2022
मुंबई| फ़िल्मकार फ़राज़ अली की फ़िल्म ‘शूबॉक्स’ जिओ मुंबई फ़िल्म फ़ेस्टिवल में दिखाई जाएगी. फ़िल्म की ऑनलाइन स्क्रीनिंग कल यानी 4 मार्च को दोपहर बारह बजे होगी. फ़िल्म 48 घंटे तक यानी 6 मार्च की दोपहर तक ऑनलाइन उपलब्ध रहेगी. इसे देखने के लिए कोई फ़ीस नहीं देनी होगी.
‘शूबॉक्स’ फ़राज़ अली की पहली फ़ीचर फ़िल्म है. कुंभ की पृष्ठभूमि में इलाहाबाद में फ़िल्माई गई इस फ़िल्म के केंद्र में एक युवती की अपना पुश्तैनी सिंगिल-स्क्रीन थिएटर बचाने की जद्दोजहद है और फ़िल्म इस बहाने आधुनिक बनने की होड़ में अंधाधुंध बदलावों पर सवाल खड़े करती है. कहानी फ़राज़ अली ने ही लिखी है तो यह अंदाज़ लगाना बहुत मुश्किल नहीं है कि पर्दे पर नायिका के बचपन के पुराने शहर, पुरानी रवायतों और गुज़रे दौर के लोगों की स्मृतियाँ ख़ुद उनकी भी हैं. भावनात्मक रूप से गुदगुदाने-सिहराने वाली ‘शूबॉक्स’ एक ख़लिश भी छोड़ जाती है, बदलाव की आँधी में शहर का नाम ही नहीं बदला, चोला भी बदल गया और पुराने निशान इसके पीछे कहीं ग़ुम हो गए.
ख़ुद डायरेक्टर का सवाल भी यही है – लेकिन माज़ी को मिटा डालना ही तरक़्क़ी का अकेला रास्ता है? बक़ौल फ़राज़ अली, ‘अपने शहर से दूर रहते हुए हर बार जब मैं लौटता तो धीमे-धीमे बदलाव की बयार महसूस करता था. शहर के हर हिस्से में गली-नुक्कड़ पर ऐसी इमारतें दिख जातीं कि मैं अंदाज़ लगा सकता था कि उनका वजूद अब बहुत दिनों तक नहीं रहे पाएगा. मुझे लगने लगा कि ऐसे ही चलता रहा तो शहर की पहचान, उसकी ख़ूबियाँ सब ग़ायब हो जाएंगी. अगले पांच सालों में हिंदुस्तान के सारे शहर एक जैसे दिखने लगेंगे. सड़कें तो छोड़िए, लोग, रिश्ते, यहां तक कि नाम – सब बदल जाएंगे. तब कोई मील का पत्थर नहीं होगा – शायद दीवार पर दर्ज सिर्फ़ एक नंबर ही पहचान हो.’
कॉमर्शियल फ़िल्में बनाने के प्रशिक्षण के लिए एडवर्टाइज़िंग में मास्टर्स की पढ़ाई पूरी करने के बाद फ़राज़ अली ने एफ़टीआई से ‘फ़िल्म एप्रीशिएशन कोर्स’ के बाद उन्होंने म्युनिख में वर्नर हरज़ोग के ‘रॉउग फ़िल्म स्कूल’ में दाख़िला ले लिया. जर्मनी से लौटने के बाद कॉर्मशियल बनाने के साथ ही उन्होंने फ़ीचर फ़िल्म बनाने का इरादा किया. पिछले साल पूरी हुई ‘शूबॉक्स’ इसी का नतीजा है.
फ़िल्म देखने के लिए आप इस लिंक पर जाकर रजिस्टर कर सकते हैं,
https://online.mumbaifilmfestival.com/film/shoebox/
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