ओलंपिक रिपोर्ट | सर्वश्रेष्ठ क्षणों की निर्मिति का श्रेय लड़कियों को

02 अगस्त 2021 | टोक्यो ओलंपिक. स्पर्द्धाओं का 10वां दिन.

यह दृश्य रोमांच से भर देने वाला और भाव-विभोर कर देने वाला एक साथ था. भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच महिला हॉकी के क्वार्टर फ़ाइनल मैच की समाप्ति का हूटर बजते ही भारतीय लड़कियां एक दूसरे की ओर भागीं. कुछ ही क्षणों में सबके हाथ एक दूसरे के गले में थे. उनमें से कुछ की आंखों में आंसू थे. कुछ खिलखिला रही थीं. वे सभी ख़ुशी से उछल रही थीं और चिल्ला रही थीं.

भले ही यह अंतिम जीत नहीं थी. यह कोई पदक हासिल करने-सा मौक़ा भी नहीं था. लेकिन उन्होंने कुछ ऐसा किया था, जो अब तक कभी नहीं हुआ था और यह कुछ ऐसा भी था जिसकी बहुत सारे लोगों को शायद उम्मीद भी न रही हो. उन्होंने भारतीय खेल इतिहास में एक नया वरक़ जोड़ दिया था, और इस वरक़ पर उन सबकी छाप थी.

आज भारतीय महिला हॉकी में भारत की जीत के बाद के मैदान के दृश्य पर जाने-माने पत्रकार प्रियदर्शन ने लिखा ‘ये कात्यायनी की हॉकी खेलती लडकियां हैं. ये वीरेन डंगवाल की पी टी उषा हैं.’ दरअसल टोक्यो ओलंपिक में अभी तक भारत के लिए जितने भी सर्वश्रेष्ठ क्षणों की निर्मिति हुई है, उन सब का उद्यम और श्रेय लड़कियों का है.

चाहे वह सिंधु हों, लोवलीना बोरगोइन हों, मीराबाई चानु हो या हॉकी टीम हो. अगर आप इन सारे दृश्यों का एक कोलाज बनाएंगे तो यह प्रतिभा कटियार की ‘खेलती हुई लड़कियां’ ज़्यादा हैं, जिन्होंने खेलों की बाज़ियों को जीतना तो सीख लिया है, ज़िन्दगी की बाज़ियों को अभी सीखना बाक़ी है.

महिला हॉकी के आज क्वार्टर फ़ाइनल मुक़ाबले हुए, जिसमें भारतीय लड़कियों ने दो बार की ओलंपिक चैंपियन और विश्व नंबर दो टीम ऑस्ट्रेलिया को 1-0 से हराकर सेमीफ़ाइनल में प्रवेश कर एक इतिहास रचा. मैच का एकमात्र गोल दूसरे क्वार्टर में 22वें मिनट में आया, जब ड्रैग फ्लिकर गुरजीत कौर ने पेनाल्टी कॉर्नर से गोल किया.

भारतीय लड़कियों का यह तीसरा ओलंपिक है. इससे पहले 1980 में मास्को और 2016 रियो में ओलंपिक के लिए क्वालीफ़ाई किया था. मास्को में 6 टीमों में भारत ने चौथा स्थान प्राप्त किया था और रियो में 12 टीमों में अंतिम स्थान पर रहीं थी.

इस बार वे सेमीफ़ाइनल खेल रही हैं और बुधवार को भारत का मुकाबला अर्जेंटीना से होगा, जिन्होंने एक अन्य क्वार्टर फ़ाइनल मुक़ाबले में जर्मनी को 3-0 से हराकर सेमीफ़ाइनल में प्रवेश किया. दूसरा सेमीफ़ाइनल नीदरलैंड और इंग्लैंड के बीच होगा. इंग्लैंड ने रेगुलर टाइम में 2-2 की बराबरी के बाद शूट आउट में स्पेन को 2-0 से हराया तो नीदरलैंड ने न्यूजीलैंड को 3-0 से हराया.

भारत के शूटिंग दल में 15 सदस्य थे. कई विश्व विजेता और विश्व रैंकिंग में टॉप पोजीशन पर थे. उनसे एक नहीं, अनेक पदकों की उम्मीद भारत ने लगा रखी थी. आज शूटिंग में कोई भी पदक जीतने की अंतिम उम्मीद भी ख़त्म हुई और शूटिंग में भारत का अभियान पूरा हुआ. वे ख़ाली हाथ वापस लौट रहे हैं.

आज शूटिंग की 50 मीटर राइफ़ल 3 पोजीशन स्पर्धा में भारत के ऐश्वर्य प्रताप सिंह तोमर और संजीव राजपूत भाग ले रहे थे. क्वालिफ़िकेशन राउंड में ऐश्वर्य 21वें और संजीव 32वें स्थान पर रहे. दोनों ही फ़ाइनल में पहुंचने में विफल रहे.

इस बार सबसे अच्छा प्रदर्शन सौरभ चौधरी का 10 मीटर एयर पिस्टल पुरुष स्पर्धा में रहा, जहां वे फ़ाइनल में पहुंचे और 7वें स्थान पर रहे. इसके अलावा 10 मीटर एयर पिस्टल मिक्स्ड स्पर्धा में मनु भाखर व सौरभ दूसरे दौर तक पहुंचे.

बाक़ी सभी स्पर्द्धाओं में शूटर पहले ही राउंड से बाहर हो गए. निःसन्देह शूटरों का यह निराश करने वाला प्रदर्शन था. आज की 50 मीटर 3 पोजीशन स्पर्धा का स्वर्ण पदक चीन के झांग चांग होंग ने 466 अंकों के नए विश्व रिकॉर्ड के साथ जीता. रजत रूस के सेर्गई कामेन्स्की ने और कांस्य सर्बिया ने जीता.

आज एथलेटिक्स में भारत दो स्पर्द्धाओं में प्रतिभाग कर रहा था. 200 मीटर महिला दौड़ में दुति चंद और डिस्कस थ्रो के फ़ाइनल में कमलप्रीत कौर. सुबह 200 मीटर दौड़ की आरंभिक चौथी हीट में दुति 23.85 सेकेण्ड के समय के साथ हीट में अंतिम स्थान पर रहीं और स्पर्धा से बाहर हो गईं.

हालांकि यह इस सीजन का दुति का सबसे अच्छा समय रहा. आज सबकी निगाहें महिलाओं की डिस्कस थ्रो स्पर्धा पर थीं. कमलप्रीत 64 मीटर की थ्रो के साथ दूसरे स्थान पर रहकर फ़ाइनल राउंड में पहुंची थीं. उन्होंने उम्मीदें बढ़ा दी थीं. उन्होंने अभी हाल ही में राष्ट्रीय रिकॉर्ड 66.59 मीटर का बनाया था.

फ़ाइनल में वे 63.70 मीटर थ्रो के साथ 6ठवें स्थान पर रहीं. हालांकि ये अब तक का किसी भी भारतीय डिस्कस थ्रो स्पर्धा का सबसे अच्छा प्रदर्शन था. इस स्पर्धा का स्वर्ण अमेरिका की वेलेरी ऑलमन ने 68.98 मीटर की थ्रो के साथ जीता जबकि रजत 66.86 मीटर थ्रो के साथ जर्मनी की के.पुडेन्ज़ ने और क्यूबा की पेरेज ने 65.72 मीटर थ्रो के साथ कांस्य जीता.

घुड़सवारी में फवाद मिर्ज़ा आज की स्पर्धा के फ़ाइनल में तो पहुंचे पर फ़ाइनल में वे 25 प्रतिभागियों में 23वें स्थान पर रहे.

और टोक्यो ओलंपिक से ही कुछ और ख़बरें,

100 मीटर महिला बाधा दौड़ का स्वर्ण पदक प्यूर्टो रिको की जैस्मिन कैमेचो क्विन ने 12.37 सेकंड का समय निकाल कर जीता. प्यूर्टो रिका का टोक्यो ओलंपिक का यह पहला और एथलेटिक्स का अब तक का देश का पहला स्वर्ण पदक है. इस स्पर्धा का रजत पदक 12.52 सेकंड के समय के साथ अमेरिका की के. हैरिसन ने और कांस्य पदक जैमेका की मेगन टैपर ने जीता. क्विन ने सेमीफ़ाइनल में 12.26 सेकंड का समय निकालकर नया ओलंपिक रिकॉर्ड बनाया था.

पुरुषों की लंबी कूद का स्वर्ण पदक ग्रीस के मिलतियादिस टेंतोगलौ ने जीता. उन्होंने 8.41 मीटर लंबी छलांग लगाई. रजत और कांस्य पदक क्यूबा के खाते में गए. जुआन एचेवरी ने रजत और माइक मासो ने कांस्य पदक जीते.

वेटलिफ्टिंग की महिलाओं की 87 किलोग्राम भार वर्ग में चीन के वांग झाऊ यू ने स्वर्ण पदक जीता है. इसमें रजत इक्वेडोर के तमारा सालाजार ने रजत और डोमिनकन रिपब्लिक की क्रिसमेरी सैन्टाना ने कांस्य पदक जीता है.

बैडमिंटन की महिला युगल स्पर्धा का स्वर्णपदक इंडोनेशिया की जी. पोली और ए. रहायू ने चीन की चेन किंग चेन और यी फैन को 21-19 और 21-15 से हराकर जीता. जबकि किम सोयेनग व कॉन्ग ही योंग ने कांस्य पदक जीता. आज पुरुष सिंगल फ़ाइनल में डेनमार्क के विक्टर एक्सेलसन का मुकाबला चीन के चेन लांग के बीच था. इसमें एक्सेलसन ने लांग को 21-15 21-12 से हराकर स्वर्ण पदक जीता.

जिम्नास्टिक में पुरुषों की वॉल्ट स्पर्धा का स्वर्ण दक्षिण कोरिया के शिन जी हान ने जीता, जबकि रजत के डेनिस आबलियाजिन ने और कांस्य अर्टर डेवत्यान ने जीता. अमेरिका की ज़ेड कैरे ने महिला फ्लोर एक्सरसाइज़ का स्वर्ण पदक जीता, जबकि इस स्पर्धा का रजत पदक इटली की वेनेसा फेरारी और कांस्य जापान की माई मुराकामी तथा रूस की एंजेलिना मेलनिकोवा ने संयुक्त रूप से जीता. चीन के लियू यांग ने पुरुषों की रिंग स्पर्धा का स्वर्ण,रजत भी चीन के यू हाओ ने और कांस्य ग्रीस के पेट्रोनियास ने जीता.

इजू वेलोड्रम में महिलाओं की साइकलिंग टीम स्प्रिंट स्पर्धा का स्वर्ण चीन ने, रजत जर्मनी ने और काँस्य रूस ने जीता. इस स्पर्धा के पहले राउंड में चीन ने बेलारूस को हराया था और नया विश्व रिकॉर्ड बनाते हुए हराया.

आज से कुश्ती के मुक़ाबले भी शुरू हुए. क्यूबा के लुइस ओरटा ने ग्रीको रोमन के बेंटमवेट स्पर्धा में जापान के केनिचिरो फुटिमा को हराकर स्वर्ण पदक जीत लिया है. जबकि चीन के वालिहान सैलिके और रूस के सेर्गेई एमेलिन ने कांस्य पदक जीते.

एक उलटफेर महिला फुटबॉल में भी हुआ. आज खेल गए सेमीफ़ाइनल मैच में चार बार के ओलंपिक चैंपियन अमेरिका को कनाडा की टीम ने 1-0 से हरा दिया. एकमात्र विजयी गोल कनाडा की जैसी फ्लेमिंग ने 74वें मिनट में किया.

और अब बात पदक तालिका की. आज खेल प्रतिस्पर्धाओं की समाप्ति पर पदक तालिका में चीन 29 स्वर्ण पदकों सहित 62 पदक जीत कर पहले स्थान पर, अमेरिका 22 स्वर्ण पदकों सहित कुल 64 पदक लेकर दूसरे पर और जापान 17 स्वर्ण पदक सहित कुल 33 पदक जीतकर तीसरे स्थान पर है. भारत एक रजत और एक कांस्य सहित कुल दो पदकों के साथ पदक तालिका में अब 62वें स्थान पर पहुंच गया है.

और चलते चलते बात खेल भावना की. चीनी ताइपे की बैडमिंटन खिलाड़ी ताई जू यिंग ने ट्वीट किया कि महिला एकल के फ़ाइनल में हार के बाद सिंधु उनके पास आईं और गले लगाकर उन्हें सांत्वना दी, जिससे उन्हें हार से उबरने में बहुत सहायता मिली. वे सिंधु की इस भावना से अभिभूत थीं.

सेमीफ़ाइनल में सिंधु ताई जू से ही हारी थीं. कमलप्रीत कौर ने एक साक्षात्कार में बताया कि क्वालिफिकेशन राउंड में 64 मीटर की शानदार थ्रो के बाद दो बार की चैंपियन क्रोशिया की सांद्रा परकोवा और पहले नंबर पर आने वाली अमेरिका की ऑलमन दोनों उनके पास आईं और उन्हें बधाई दी, जिससे वे भावविह्वल हैं.

और फिर आज बैडमिंटन के पुरुष सिंगल फ़ाइनल के बाद का अद्भुत दृश्य. विक्टर जैसे ही जीते अपनी भावनाओं पर काबू नहीं रख सके और फूट-फूट कर रो पड़े और सबसे पहले अपने कोच के पास गए. इस बीच चेन लांग उनके कोर्ट में आए और कोच के पास से वापस आने का इंतज़ार किया.

उसके बाद चेन ने विक्टर को गले लगाया, उन्हें बधाई दी, धीरज बंधाया, शर्ट्स की अदला बदली की और मुस्करा कर एक दूसरे को विदा कहा. और मेरी कॉम की हार के बाद मुस्कुराकर सभी का अभिवादन कर रिंग से विदा होने का दृश्य.

दरअसल ओलंपिक इसी भावना के लिए जाने जाते हैं. खेल केवल हार जीत और प्रतिद्वंद्विता भर नहीं होते, ये एक दूसरे की भावनाओं को समझना, उनका आदर करना, एक दूसरे का सहयोग करना और बंधुत्व की भावना को बढ़ावा देना भी है.

दोनों तस्वीरें | ट्वीटर से साभार.

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