राजोरी में फ़ौज के दो अफ़सर और दो जवान शहीद

  • 8:39 pm
  • 22 November 2023

राजोरी में कालाकोट के जंगलों में सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच बुधवार को हुई मुठभेड़ में सेना के दो अफ़सर और दो जवानों की जान चली गई. जंगलों से घिरे बाजीमल के इलाक़े में दो-तीन आतंकवादियों के छिपे होने की ख़बर के बाद पुलिस, सीआरपीएफ़ और फ़ौजियों ने मोर्चा संभाल रखा है. दोनों तरफ़ से गोलीबारी चल रही है. सुरक्षाबलों ने एक आतंकवादी को मार गिराया. ताज़ा अपडेट के मुताबिक, इस मुठभेड़ में फ़ौज के दो कैप्टन और दो जवान शहीद हो गए. सेना और पुलिस के अफ़सर हालात पर नज़र रखे हुए हैं.
कालाकोट इलाक़े में चार रोज़ पहले कुछ संदिग्ध लोगों के देखे जाने के बाद सुरक्षाबलों की तरफ़ से तलाशी अभियान चलाया जा रहा था.

इस्राइल-हमास के बीच चार दिन तक युद्ध विराम
हमास और इस्राइल के बीच बंधकों की रिहाई और युद्ध विराम को लेकर समझौते की घोषणा कर दी गई है. इस्राइल की कैबिनेट ने 50 बंधकों की रिहाई को सुरक्षित करने के लिए हमास के साथ समझौते को मंज़ूरी दी है. ‘बीबीसी’ के मुताबिक, इस्राइल के प्रधानमंत्री दफ़्तर की तरफ़ से जारी बयान में कहा गया है कि लड़ाई में चार दिन के विराम के दौरान बंधक रिहा किए जाएंगे. इस समझौते के तहत अतिरिक्त दस बंधकों की रिहाई पर युद्ध विराम को एक और दिन के लिए बढ़ाया जाएगा.

कनाडा के नागरिकों के लिए ई-वीजा फिर शुरू
भारत ने कनाडा के नागरिकों के लिए ई-वीजा सेवा फिर से शुरू कर दी है. यह सेवा दो महीने बाद फिर से शुरू की गई है. आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन टूडो द्वारा इसमें भारत की संलिप्तता की बात कहे जाने के बाद यह सेवा स्थगित कर दी गई थी.

अलास्का में भूस्खलन में मरने वालों की संख्या तीन हुई

अमेरिका के दक्षिण पूर्वी अलास्का में वन आच्छादित पर्वतीय क्षेत्र में हुए भीषण भूस्खलन के बाद खोज और बचाव दल को मलबे से दो और शव मिले हैं. मरने वालों की संख्या बढ़कर अब तीन हो गई है. अलास्का जन सुरक्षा विभाग के मुताबिक, शुरुआती तलाश अभियान के दौरान एक लड़की मृत मिली थी. बचावकर्मी श्वान दस्ते और ‘हीट सेंसिंग ड्रोन’ की मदद से लापता लोगों की तलाश में जुटे हुए हैं.

क्रिकेट के खेल में नया नियम
अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट काउंसिल ( आईसीसी) के मुख्य अधिशासी अधिकारियों की बैठक में वनडे और टी-20 मैचों के लिए नया नियम बनाया गया. आईसीसी बोर्ड ने इसे मंजूरी भी दे दी है. इस नियम के मुताबिक, बॉलिंग कर रही टीम अगर एक ओवर ख़त्म होने के बाद 60 सेकेंड के भीतर दूसरा ओवर शुरू नहीं करती और ऐसा अगर तीन बार होता है तो उस पर पांच रन की पेनाल्टी लगाई जाएगी. इसकी निगरानी के लिए मैदान पर स्टॉप वॉच रखी जाएगी. इस नियम का मकसद खेल को गति देना और समय की बर्बादी रोकना है. यह नियम प्रयोग के तौर पर आने वाले दिसंबर से अप्रैल 2024 तक वनडे और टी-20 पुरुष मैचों में लागू होंगे. ‘हिंदुस्तान टाइम्स’ ने लिखा है कि मौजूदा हाल में स्लो ओवर रेट पर लगने वाले जुर्माने और फ़ील्डरों की तैनाती के प्रतिबंधों के बाद भी खेल को गति न मिलने पर यह निर्णय किया गया है. आईसीसी का कहना है कि यह मैच देखने आए दर्शकों के सम्मान का भी मामला है कि मैदान पर समय की बर्बादी रोका जाए.

इतिहास में रामायण और महाभारत पढ़ाने की संस्तुति
सामाजिक विज्ञान विषय पर सुझाव देने के लिए एनसीईआरटी की ओर से बनाए गए उच्चस्तरीय पैनल ने इतिहास के स्कूली पाठ्यक्रम में रामायण और महाभारत भी शामिल करने की सिफ़ारिश की है. साथ ही, संविधान की प्रस्तावना को स्थानीय भाषाओं में कक्षा की दीवारों पर लिखाने का भी सुझाव दिया है. पैनल के अध्यक्ष और इतिहास के रिटायर्ड प्रोफ़ेसर सीआई इसाक ने कहा कि अभी तक भारतीय इतिहास सिर्फ़ तीन खंडों में पढ़ाया जा रहा है. प्राचीन, मध्य और आधुनिक लेकिन समिति ने इसे शास्त्रीय (क्लासिकल), मध्य, ब्रिटिश और आधुनिक काल में बांटने का सुझाव दिया है. रामायण-महाभारत और वेद क्लासिकल पीरियड के तहत पढ़ाए जा सकते हैं. ‘द टाइम्स ऑफ़ इंडिया’ ने लिखा है कि सात सदस्यों वाले इस पैनल की सिफ़ारिशों पर 19 सदस्यों वाली नेशनल सेलेबस एंड टीचिंग लर्निंग मैटेरियल कमेटी को अंतिम निर्णय करना है. पाठ्यक्रम, पाठ्य पुस्तकों और सहायक शिक्षण सामग्री तैयार करने के लिए यह कमेटी जुलाई में गठित की गई थी.

बादामपहाड़ स्टेशन से 91 साल बाद पहली एक्सप्रेस ट्रेन चली
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने ओडिशा के मयूरभंज के बादामपहाड़ रेलवे स्टेशन पर दो एक्सप्रेस समेत तीन ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई. 91 साल में यह पहला मौका है जब यहां से कोई एक्सप्रेस ट्रेन चली. ये ट्रेनें इस आदिवासी इलाक़े को बड़े शहरों से जोड़ने का काम करेंगी. ये ट्रेनें- बादामपहाड़-राऊरकेला एक्सप्रेस, बादामपहाड़-शालीमार एक्सप्रेस और बादामपहाड़-टाटानगर मेमू सेवा हैं. राष्ट्रपति ने बादामपहाड़ से रायरंगपुर तक ट्रेन से यात्रा भी की, जो उनके जन्मस्थान उपरबेड़ा के क़रीब एक छोटा-सा शहर है. ‘द इंडियन एक्सप्रेस’ ने लिखा है कि इस मौक़े पर राष्ट्रपति ने कहा- किसी स्थान का विकास वहां तक पहुंच के माध्यमों पर निर्भर है. यह ट्रेन या बसें हो सकती हैं. इन सेवाओं से लोगों का जीवन भी आसान बनता है. इन ट्रेनों के शुरू होने से लोगों को अपने पड़ोसी राज्यों झारखंड और पश्चिम बंगाल आना-जाना आसान हो जाएगा. राष्ट्रपति ने बादामपहाड़ रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास कार्य का शिलान्यास भी किया.

चयन-संपादन | शरद मौर्य /सुमित चौधरी


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