बस और बोलेरो की भीषण टक्कर में सात लोगों की मौत
झांसी-मिर्जापुर हाईवे के रैपुरा में बगरेही मोड़ पर बांदा रोडवेज़ की जनरथ बस और बोलेरो में आमने-सामने ज़बरदस्त टक्कर हो गई. इस हादसे में बोलेरो में सवार सात लोगों की मौत हो गई और चार लोग घायल हो गए. बस में सवार नौ मुसाफिरों को भी चोटें आई हैं. घायलों में से चार को प्रयागराज रेफर किया गया है, इसमें दो की हालत नाज़ुक बनी हुई है.
घायलों में से एक, बांदा में कमासिन के रहने वाले अरविंद ने बताया कि वे लोग प्रयागराज में संगम नहाकर चित्रकूट लौट रहे थे. संवाद न्यूज़ संवाददताता के मुताबिक स्थानीय लोगों ने बताया कि दोनों गाड़ियाँ तेज़ रफ़्तार से जा रही थीं, मोड़ पर एक गाड़ी को ओवरटेक करने के बाद बोलेरो का संतुलन बिगड़ गया, सामने से आ रही बस के ड्राइवर ने भी बचने की कोशिश की, इसी बीच यह हादसा हो गया. टक्कर इतनी जोरदार थी कि बोलेरो का आधा हिस्सा बस के अगले हिस्से में घुस गया. बोलेरो में 11 लोग सवार थे.
अंतर्राष्ट्रीय फ़िल्म फ़ेस्टिवल शुरू
पणजी में अंतर्राष्ट्रीय फ़िल्म फ़ेस्टिवल का 54वाँ संस्करण शुरू हो गया है. नौ दिन तक चलने वाले फ़ेस्टिवल में कुल 270 फ़िल्में दिखाई जाएंगी. इस बार 105 देशों से 2926 एंट्रीज़ आईं है, जो पिछले संस्करण के मुक़ाबले तीन गुना हैं. सूचना और प्रसारण मंत्री ने भारत में विदेशी फ़िल्मों के निर्माण के लिए प्रोत्साहन राशि बढ़ाने की घोषणा भी की है. ‘द हिंदू’ की ख़बर के मुताबिक, उद्घाटन समारोह में भारतीय सिनेमा को विशेष पहचान दिलाने वाले में योगदान के लिए अभिनेत्री माधुरी दीक्षित को विशेष सम्मान दिया गया.
सतलुज के बालू में टाइटेनियम की खोज
रोपड़ स्थित इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी (आईआईटी) के शोधकर्ताओं की टीम ने पंजाब में सतलुज नदी के बालू में टाइटेनियम का पता लगाया है. इस दुर्लभ धातु का इस्तेमाल इलेक्ट्रॉनिक सामानों के पुर्ज़े बनाने के लिए किया जाता है. खोज करने वाली टीम की मुखिया सिविल इंजीनियरिंग विभाग की असिस्टेंट प्रोफ़ेसर डॉ. रश्मि सेबेस्टियन हैं. ‘द इंडियन एक्सप्रेस’ को डॉ. सेबेस्टियन ने बताया कि उनकी टीम इससे अलग विषय पर काम कर रही थी. वे लोग भूकंप के दौरान मिट्टी और चट्टानों की टिके रहने के गुणों का अध्ययन करने में जुटे थे. लेकिन जब एक छात्र ने प्रयोगों के दौरान सतलुज बेसिन से लिए गए सैंपल में टाइटेनियम के गुण पाए तो यह जानकर सभी चौंक गए. उन्होंने कहा कि सतलुज में टाइटेनियम के खनन से प्रदेश को आर्थिक रूप से गति मिलेगी. पंजाब के खनन मंत्री अभिजीत कपलिश ने कहा कि यह खोज न केवल पंजाब बल्कि पूरे देश के हित में है. जल्दी ही इस दिशा में विस्तृत अध्ययन शुरू कराया जाएगा.
सुरंग में मलबा डंपर की टक्कर से भरा
उत्तरकाशी ज़िले में बन रही सिल्क्यारा-डंडालगांव सुरंग में मलबा भरने के जिस हादसे की वजह से 41 मजदूर नौ दिनों से फंसे हुए हैं, वह प्रकृतिजन्य नहीं, बल्कि मानवीय भूल से हुआ था. हादसे का कारण बने डंपर से कूदकर जान बचाने वाले मजदूर ने ‘दैनिक भास्कर’ को यह बताया है. उससे ठीक पहले सुरंग से निकले दूसरे मजदूरों ने भी इसकी पुष्टि की है. मजदूर के मुताबिक, सुरंग के मुख्य गेट से करीब 270 मीटर भीतर मलबा गिर रहा था. इसे रोकने के लिए दो गर्डर सुरंग की दीवार के सहारे और एक इनके ऊपर लगाया गया था. 12 नवंबर को सुरंग से मलबा लेकर बाहर आ रहे डंपर पर वह भी सवार था. डंपर के गर्डर से टकराने के बाद मलबा तेज़ी से सुरंग में भरने लगा. कूदकर बाहर भागे मजदूर ने बताया कि वह डंपर भी मलबे में दब गया. जांच से जुड़े अफ़सरों से जब पूछा गया तो उन्होंने कहा कि अभी मजदूरों को निकालना बड़ा काम है. क्या दबा है, यह बाद में देखेंगे.
चयन-संपादन | शरद मौर्य
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