युद्धविराम के बाद घर लौट रहे हैं फ़लस्तीनी

  • 10:39 pm
  • 25 November 2023

चार दिन का युद्धविराम शुरू हो जाने के बाद बड़ी संख्या में फ़लीस्तीनी उत्तरी गाज़ा स्थित अपने घरों को लौट रहे हैं. अब तक वे टेंट से बने अस्थायी घरों में गुज़र कर रहे थे. दक्षिणी गाज़ा के शहर ख़ान युनिस, जो उत्तरी गाज़ा के हज़ारों विस्थापितों की शरणस्थली बना हुआ है, में रहने वाले विस्थापितों की वापसी से सड़कें भरी हुई हैं. हालांकि, इस्राइल ने चेतावनी दे रखी है कि उस इलाक़े में जाना अभी सुरक्षित नहीं होगा. फिर भी सैकड़ों की तादाद में लोग प्लास्टिक बैग, शॉपिंग बैग या अन्य थैलों में अपने सामान भरे चले आ रहे हैं. कुछ गाड़ियों पर ऊपर तक सामान लदा देखा जा सकता है तो कुछ का सामान खच्चरों पर लदा हुआ है. ‘द ट्रिब्यून’ ने सिर पर बड़ा गद्दा रखे चले जा रहे अहमद वील के हवाले से लिखा है कि वह बहुत ख़ुश हैं कि घर जाकर खाना-पीना तो कर सकेंगे. ऐसी ही प्रतिक्रिया बाक़ी लौटने वालों की भी थी, क्योंकि कैंपों में भोजन-पानी की भारी किल्लत है.

मुख्यमंत्री के वादे पर पंजाब में किसानों का धरना ख़त्म

गन्ना मूल्य में वृद्धि की मांग लेकर जालंधर में हाईवे जाम करके बैठे किसानों ने मुख्यमंत्री के वादे पर अपना धरना उठा लिया. आंदोलन के चौथे दिन मुख्यमंत्री की किसान नेताओं के साथ हुई क़रीब डेढ़ घंटे की बैठक इसी नतीजे के साथ ख़त्म हुई. सीएम भगवंत मान ने कहा कि किसानों को आने वाले दिनों में अच्छी ख़बर मिलेगी. हालांकि, मान ने यह घोषणा नहीं की कि राज्य सरकार गन्ने का क्या दाम तय कर रही है. ‘द हिंदू’ के इस सवाल पर उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार हमेशा गन्ना मूल्य देने में देश में सबसे आगे रही है. उन्होंने कहा कि यह तय है कि आने वाले दिनों गन्ना किसान इसके रेट और क्षतिपूर्ति पर अच्छी ख़बर सुनेंगे.

अमिताभ बच्चन ने बेटी के नाम किया प्रतीक्षा
इसी बंगले से अमिताभ बच्चन की शादी हुई थी. इस बंगले का नाम उनके पिता हरिवंश राय बच्चन ने रखा था. और यह बंगला मुंबई में अपने तीन बंगलों में उन्हें सबसे प्रिय रहा है. हालांकि परिवार के साथ वह जुहू के बंगले ‘जलसा’ में रहते हैं. 16840 वर्ग फ़ीट में बने ‘प्रतीक्षा’ नाम का बंगला उन्होंने अपनी बेटी श्वेता नंदा के नाम कर दिया है. इस बंगले की क़ीमत 50.63 करोड़ बताई गई है. नौ नवंबर को हुए इसके हस्तांतरण में 50.65 लाख रुपये स्टांप शुल्क भरा गया है. ‘दैनिक भास्कर’ ने लिखा है कि प्रतीक्षा दो प्लाटों को मिलाकर बना था, इसमें 9585 वर्ग फ़ीट का प्लाट अमिताभ और 7250 वर्ग फ़ीट का प्लाट जया बच्चन के नाम था.

समुद्री गश्त के लिए ख़रीदी 46 बोट में से आठ ही काम लायक

यह भी ग़जब ही है कि जिस तट की निगरानी संसाधनों की कमी से न होना 26/11 के हमले का बड़ा कारण माना गया था. उसके बाद तीन साल में निगरानी के लिए मुंबई पुलिस द्वारा खरीदी गईं 46 बोट में आज सिर्फ आठ ही काम लायक बची हैं. उस समुद्र तट की निगरानी का क्या हाल होगा जहां से पाकिस्तानी आतंकी घुसे थे, यह बोट के रखरखाव से ही पता चल रहा है. संसाधनों की इस बेक़द्री की पोल हादसे के 15 साल के बाद ‘द इंडियन एक्सप्रेस’ ने खोली है. इस रिपोर्ट में बताया गया है कि पुलिस द्वारा खरीदी गई 46 में से 23 स्पीड बोट, 19 एम्फ़ीबिंयस बोट और चार सीलेग बोट थीं. एम्फ़ीबिंयस बोट पानी और जमीन दोनों पर चलने वाली होती हैं. सीलेग एम्फीबियस का ही और उच्च गुणवत्ता वाली प्रारूप है. पहले कुछ लोगों को न्यूज़ीलैंड इनकी निर्माता कंपनी भेजकर रिपेयरिंग की ट्रेनिंग दिलाई गई पर यहां रिपेयरिंग न हो सकी. जब ठेके पर रिपेयरिंग कराई गई तो ठेकेदार ने अच्छे इंजन निकाल कर कमज़ोर और पुराने इंजन लगा दिए. अब ये बोट कबाड़ हो रही हैं और 22 नई बोट ख़रीदने की तैयारी है.

वाणिज्य दूत ने कहा-काम करता रहेगा अफ़गानी दूतावास
अफ़गानिस्तान ने दिल्ली स्थित अपना दूतावास बंद कर दिया है. दूतावास ने कहा कि भारत सरकार से सहयोग न मिलने के कारण यह क़दम उठाया गया है. इस घटना के कुछ ही घंटे बाद अफ़गानिस्तान के वाणिज्य दूतावास ने इससे इनकार किया. मुंबई स्थित वाणिज्य दूत ज़किया वारदाक और हैदराबाद स्थित वाणिज्य दूत सैयद मोहम्मद इब्राहिमखिल ने कहा कि दिल्ली का दूतावास काम करता रहेगा. राजदूत फरीद मामुन्दजई के पास इसे बंद करने का अधिकार नहीं है.

चयन-संपादन |
शरद मौर्य

कवर | वीडियो ग्रैब


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