सुरंग में फंसे मजदूरों को बचाने के लिए मैन्युअल खुदाई पर विचार
सिल्क्यारा-बारकोट सुरंग के मलबे 15 दिनों से फंसे हुए 41 मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए बचाव दल अब मलबे की मैनुअल ड्रिलिंग की योजना पर भी काम कर रहा है. शनिवार को ऑगर मशीन के टूटे हुए ब्लेड को काटने और निकालने के लिए इतवार को हैदराबाद से प्लाज्मा कटर लाया गया है. अफ़सरों के मुताबिक, बचाव कर्मचारी फंसे हुए श्रमिकों तक पहुंचने के लिए बचे हुए मलबे की हाथ से खुदाई की योजना बना रहे हैं.
एक और विकल्प के तौर पर, बचाव कर्मियों ने इतवार को पहाड़ी की चोटी से 86 मीटर लंबी सुरंग बनाने के लिए ऊर्ध्वाधर ड्रिलिंग भी शुरू कर दी है. वैकल्पिक ऊर्ध्वाधर मार्ग में क़रीब 1.2 मीटर व्यास वाली 19.2 मीटर की खुदाई हो चुकी है. इंडियन एक्सप्रेस ने अफ़सरों के हवाले से लिखा है कि अगर सब कुछ ठीक रहा तो 86 मीटर तक ड्रिलिंग करने में सौ घंटे लगेंगे.
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) के सदस्य लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) सैयद अता हसनैन ने कहा कि सुरंग में ढहे मलबे के बीच से क्षैतिज रूप से गुजरना अब भी सबसे अच्छा विकल्प है. शनिवार को ड्रिलिंग मशीन टूटने तक मलबे के भीतर 47 मीटर तक खुदाई हो चुकी थी. टूटी हुई मशीन के पुर्ज़े हटाने के बाद, फंसे हुए श्रमिकों तक पहुंचने के लिए सिर्फ़ 15 मीटर की खुदाई करनी होगी. उन्होंने कहा, “भले ही मैन्युअल खुदाई में ज़्यादा वक़्त लग सकता है, पर यह सबसे सुरक्षित विकल्प है.”
वंदे भारत ट्रेन में मिलेगा हवाई जहाज-सा तजुर्बो
वंदे भारत ट्रेनों के यात्रियों को हवाई जहाज में सफर जैसा अनुभव मिले, इस लिहाज़ से भारतीय रेलवे ने यात्री सेवाओं को और बेहतर बनाने के लिए नई योजना लागू की है. दक्षिण रेलवे की छह वंदे भारत ट्रेनों में पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर यात्री सेवा अनुबंध लॉन्च किया गया है. रेलवे बोर्ड ने कहा है कि इसके तहत यात्रियों को खाने-पीने में अधिक विविधता, मजोरंजन और सफ़र के लिए ़जरूरी सामान उपलब्ध कराना आदि शामिल है. रेलवे अधिकारियों ने ‘द हिंदू’ को बताया कि यात्रियों को ट्रेन में विश्वस्तरीय सेवाएं प्रदान की जाएंगी ताकि उनका सफ़र इतना आनंदमय हो सके कि वह इसकी तुलना हवाई यात्रा से कर सकें. यात्रियों को आने-जाने के लिए कैब, व्हील चेयर भी उपलब्ध कराई जाएगी. सबसे ज्यादा ज़ोर सफ़ाई पर रहेगा. इसके लिए हर कोच में एक प्रशिक्षित सफाईकर्मी ज़रूर रहेगा.
बांग्लादेश ने विदेशी पर्यवेक्षकों को चुनाव देखने के लिए बुलाया
बांगलादेश ने पश्चिमी देशों की आलोचनाओं पर लगाम लगाने के लिए विदेशी राजदूतों से आम चुनाव (जनवरी में होने वाले) के दौरान पर्यवेक्षकों को भेजने का न्योता दिया है. ताकि वे अपनी आंखों से हालात देख सकें. यूरोपियन यूनियन ने अपने अपना दल भेजने पर सहमति जता दी है लेकिन बाकी देशों के जवाब का अभी इंतज़ार है. बांग्लादेश के विदेश सचिव मसूद बिन मोमन ने मीडिया को यह जानकारी दी. ‘द ट्रिब्यून’ की ख़बर के मुताबिक, उन्होंने कहा कि हमने तमाम देशों के मिशन प्रमुखों से संपर्क कर उन्हें चुनाव के बारे में जानकारी दी. यह नहीं, उनसे अपने काउंसलेट भी खोलने का आग्रह किया है. उन्होंने कहा कि उनसे बताया गया है कि विपक्षी दलों की कुछ विध्वंसात्मक गतिविधियों के बावजूद देश में चुनाव को लेकर उत्सव जैसा माहौल है. मसूद ने भारत के रुख़ की सराहना भी की और कहा कि उसका रुख़ स्पष्ट है. भारत ने बांग्लादेश के लोगों और इसके संविधान के साथ रहने के लिए आश्वस्त किया है.
कोच्चि के विश्वविद्यालय में भगदड़, चार छात्रों की मौत, 64 घायल
कोच्चि यूनीवर्सिटी ऑफ ़साइंस एंड टेक्नोलॉजी के टेक फ़ेस्टिवल में अचानक शुरू हुई भगदड़ में चार छात्रों की मौत हो गई और 64 घायल हुए हैं. घायलों में चार की दशा गंभीर है. टेक्निकल फ़ेस्ट के दूसरे दिन शनिवार को शाम को पार्श्व गायिका निकिता गांधी विश्वविद्यालय के एमफ़ीथिएटर में कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाली थीं. स्थानीय लोगों समेत करीब दो हज़ार लोगों की भीड़ जुटी थी. तभी बारिश होने लगी. बाहर खड़ी भीड़ एम्फ़ीथिएटर में घुसने लगी. इससे वहां जो लोग पहले से खड़े थे, वे सीढ़ियों पर गिरे और भगदड़ मच गई. उस वक्त हाल लगभग भरा हुआ था. ख़ुद छात्रों ने ही किसी तरह स्थिति को संभाला क्योंकि वहां केवल छह पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई थी. वाइस चांसलर डॉ. पीजी शंकरन ने ‘द इंडियन एक्सप्रेस’ को बताया कि कोरोना महामारी के बाद यह वार्षिक समारोह पहली बार आयोजित किया गया था. केरल सरकार के मंत्रिमंडल ने घटना पर आपात बैठक भी की.
पाकिस्तान में दो रिटायर्ड सैन्य अफसर राजद्रोह के दोषी
पाकिस्तान में सेना के दो रिटायर्ड अफसरों को राजद्रोह के लिए भड़काने मामले में कोर्ट मार्शल के साथ 14 वर्ष कैद की सजा सुनाई गई है. अदालत ने मेजर (रिटायर्ड) आदिल फारुक रज़ा और कैप्टन (रिटायर्ड) हैदर रजा मेहदी को उनकी अनुपस्थिति में यह सजा सुनाई. ‘दैनिक भास्कर’ ने लिखा है कि ये दोनों विदेश में रह रहे हैं. ऐसे में इसकी संभावना कम ही है कि उन्हें यह सज़ा दी जा सके. गत 9 मई को सैन्य प्रतिष्ठानों पर हुए हमले के मामले में सैन्य अदालतों में ट्रायल शुरू होने के बाद यह फ़ैसला आया है.
इटली में ज्वालामुखी धधका, 40 वर्ग किलोमीटर में राख फैली
यूरोप के सबसे ऊंचे और सबसे सक्रिय इटली का माउंट एटना ज्वालामुकी एक बार फिर से फट गया है. इससे निकलने वाली राख कई किलोमीटर तक फैल गई है. खास बात यह है कि बर्फ से ढंके पहाड़ पर लावा आतिशबाजी की शक्ल में बाहर आ रहा है. 40 वर्ग किलोमीटर का दायरा इससे निकल रही राख की चपेट में आ गया है.
चयन-संपादन | शरद मौर्य
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