गरबा यूनेस्को की विरासत सूची में
गुजरात के लोकप्रिय नृत्य गरबा को यूनेस्को की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत (आईसीएच) की प्रतिनिधि सूची में शामिल किया गया है. गरबा इस सूची में शामिल होने वाली भारत की 15वीं विरासत है. टेलीग्राफ़ इंडिया ने एक आधिकारिक विज्ञप्ति के हवाले से लिखा है, “एक नृत्य शैली के रूप में गरबा अनुष्ठान और भक्ति-संगीत से गहराई से जुड़ा हुआ है, जिसमें जीवन के सभी क्षेत्रों के लोग शामिल हैं और यह समुदायों को एक साथ लाने वाली एक जीवंत परंपरा के तौर पर विकसित हो रहा है.”
हिंदुस्तानी समीर ख़ान की पाकिस्तानी बहू
यह एक प्रेम कहानी है, जो पहली ही नज़र में प्यार की नज़ीर भी है. कोलकाता के बड़े व्यापारी अहमद कमाल खान यूसुफ़ज़ई के बेटे समीर ख़ान यूसुफ़ज़ई ने करीब साढ़े पांच साल पहले अपनी मां के फ़ोन में ज़ावरिया की फ़ोटो देखी तो उस पर मोहित हो गए. पता चला कि वह मां के लाहौर में रहने वाले रिश्तेदार अजमत इस्माइल ख़ान की बेटी हैं. यह भी संयोग था कि जर्मनी में पढ़ाई के दौरान दोनों की मुलाक़ात हो गई. 2018 में उनकी सगाई भी हो गई थी. फिर कोविड काल में दोनों को जर्मनी से अपने-अपने देश लौटना पड़ा. 21 साल की ज़ावरिया ख़ानम 45 दिन के वीजा पर शादी के लिए मंगलवार को भारत आईं तो वाघा सीमा पर उनके मंगेतर और ससुर भी उनकी अगवानी करने पहुँचे. ‘संवाद न्यूज़’ की ख़बर के मुताबिक अगले साल छह जनवरी को दोनों की शादी होनी है.
दिल्ली मेट्रो के सफ़र में विज्ञापन प्रसारण का ट्रायल
दिल्ली मेट्रो रेल कारपोरेशन (डीएमआरसी) ने राजस्व बढ़ाने के लिए एक नए प्रयोग का फ़ैसला किया है. कश्मीरी गेट से बदरपुर बार्डर तक चलने वाली ट्रेन में ऑडियो विज्ञापन का प्रसारण होगा. डीएमआरसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अगर इस रूट पर यह प्रयोग सफल रहा तो इसे दूसरे रूटों पर भी लागू किया जा सकता है. मुंबई समेत अन्य शहरों में भी मेट्रो में विज्ञापन सेवा चल रही हैं. विज्ञापन कंपनी पिनड्राप मेट्रो टेक ने यह प्रस्ताव मेट्रो को दिया था. इस प्रयोग पर मेट्रो के मुसाफ़िरों ने मिलीजुली प्रतिक्रिया दी है. मेट्रो से छह दिन छतरपुर से आईटीओ का सफ़र करने वाले सीए शशांक अग्रवाल ने ‘द हिंदू’ को बताया कि यदि बार-बार रिपीटिशन न हो और बहुत तेज़ आवाज़ में न बजे तो 40 मिनट के सफ़र में विज्ञापन प्रसारण क़बूल किया जा सकता है. वहीं, दिशा सेन जैसी मुसाफ़िर का कहना है कि एक घंटे के सफ़र के दौरान वह पढ़ना पसंद करती हैं, विज्ञापन के कारण वह शांति नहीं रहेगी, जो पढ़ने के लिए चाहिए.
आईआईटी में प्लेसमेंट देने वाली कंपनियां बढ़ीं
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (आईआईटी) में दो दिसंबर से प्लेसमेंट शुरू हो गए हैं. पिछले चार दिनों में जो सामने आया है, उसके मुताबिक कैंपस में आने वाली कंपनियां तो बढ़ी हैं लेकिन छात्रों को ऑफ़र किए जाने वाले करोड़ प्लस के पैकेज घटे हैं. इस बार ग्लोबल टेक स्लोडाउन हावी है. कंपनियों की तादा बढ़ने के बाद भी सालाना पैकेज 20 प्रतिशत तक घट गया है. सैलरी पैकेज में भी कमी आई है. ‘दैनिक भास्कर’ ने कुछ शिक्षकों के हवाले से बताया है कि अमेज़न, इंफोसिस के अलावा मॉर्गन स्टेनले, डेटाब्रिक्स, बीसीजी, बेन जैसी कंसल्टेंसी कंपनियां भी नहीं आई हैं. टीएमसी ने पहले ही कहा था कि वह फ़्रेशर्स की भर्ती सोच-विचार कर करेगी. पिछले साल सबसे बड़ा 3.7 करोड़ का पैकेज देने वाली जेन स्ट्रीट कैपिटल भी इस बार नहीं आई है. स्टार्ट अप से भी पिछले साल के मुकाबले कम ऑफ़र आए. पिछले साल आईआईटी दिल्ली, बांबे और कानपुर के एक-एक छात्र को पहले ही राउंड में 3.7 करोड़ के पैकेज मिल गए थे. हालांकि इस बार कुछ हाई फ्रीक्वेंसी ट्रेडिंग और क्वांट कंपनियों ने करोड़ प्लस के पैकेज जरूर ऑफ़र किए हैं.
भारी बारिश के बाद तूफान मिचौंग कमज़ोर
चक्रवाती तूफान मिचौंग के कारण भारी बारिश और बाढ़ के बाद चेन्नई में आम जनजीवन ठप हो गया. बारिश से हुई घटनाओं की वजह से शहर में 17 लोगों की मौत हो गई. भारत मौसम विज्ञान विभाग ने कहा कि मिचौंग कमज़ोर होकर दबाव में बदल गया और आंध्र प्रदेश में उत्तर की ओर बढ़ रहा है. मिचौंग के आंध्र प्रदेश में उत्तर की ओर बढ़ने और अगले छह घंटों में एक अच्छी तरह से चिह्नित कम दबाव वाले क्षेत्र में कमज़ोर होने की उम्मीद जताई गई है. ‘एनडीटीवी इंडिया’ के मुताबिक, चेन्नई सबसे ज्यादा साइक्लोन प्रभावित जगहों में से एक है. ग्रेटर चेन्नई पुलिस ने कहा कि डूबने और बिजली का झटका लगने की करीब 10 घटनाओं का पता चला है, प्रभावित लोगों को तुरंत मदद दी गई. तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने कहा कि तूफानी जल नालों पर 4,000 करोड़ रुपये के निवेश ने 47 साल में सबसे ज्यादा बारिश के प्रभाव को कम करने में अहम भूमिका निभाई.
चीन ने अफ़गानिस्तान के राजदूत को दिया राजनयिक दर्जा
चीन अपने यहां अफ़गानिस्तान के राजदूत के रूप में तालिबान द्वारा मनोनीत अधिकारी बिलाल करीमी को राजनयिक दर्जा देने वाला पहला देश बन गया है. इस तरह उसने क़ाबुल में तालिबान संचालित सरकार की वैधता को औपचारिक रूप से मान्यता दे दी है. चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि उनके देश का मानना है कि अफ़गानिस्तान को अंतरराष्ट्रीय समुदाय से बाहर नहीं किया जाना चाहिए. किसी भी अन्य देश ने तालिबान सरकार को औपचारिक रूप से मान्यता नहीं दी है, बल्कि मानवाधिकारों के उल्लंघन और महिलाओं के उत्पीड़न के लिए उसकी आलोचना की है. ‘आकाशवाणी समाचार’ ने बताया है कि युद्धग्रस्त देश से अमेरिकी सैनिकों की वापसी के साथ अगस्त 2021 में तालिबान के सत्ता संभालने के बाद चीन, पाकिस्तान और रूस ने क़ाबुल में अपना दूतावास बनाए रखा है.
चयन-संपादन | शरद मौर्य
कवर | hennaarts.com से साभार
अपनी राय हमें इस लिंक या feedback@samvadnews.in पर भेज सकते हैं.
न्यूज़लेटर के लिए सब्सक्राइब करें.
दुनिया जहान
-
बेसबब नहीं अपनी जड़ों की तलाश की बेचैनीः राजमोहन
-
और उन मैदानों का क्या जहां मेस्सी खेले ही नहीं
-
'डि स्टेफानो: ख़िताबों की किताब मगर वर्ल्ड कप से दूरी का अभिशाप
-
तो फ़ैज़ की नज़्म को नाफ़रमानी की दलील माना जाए
-
करतबी घुड़सवार जो आधुनिक सर्कस का जनक बना
-
अहमद फ़राज़ः मुंह से आग लगाए घूमने वाला शायर
-
फॉर्म या कंटेंट के मुक़ाबले विचार हमेशा अहम्
-
सादिओ मानेः खेल का ख़ूबसूरत चेहरा