नरगिस मोहम्मदी का नोबल पुरस्कार उनके बच्चों ने लिया

  • 9:52 pm
  • 11 December 2023

ईरान की जेल में क़ैद मानवाधिकार कार्यकर्ता नरगिस मोहम्मदी के नाम का नोबल पुरस्कार नार्वे की राजधानी ओस्लो में इतवार को उनके जुड़वां बच्चों ने प्राप्त किया, जिन्हें उन्होंने वर्षों से नहीं देखा है. ‘द हिंदू’ ने लिखा है कि नरगिस महिला अधिकारों और मृत्युदंड के ख़िलाफ़ संघर्ष के लिए जानी जाती हैं. इसी संघर्ष के कारण वह जेल में बंद हैं. ‘अमर उजाला’ ने लिखा है कि 17 साल की कियाना रहमानी और अली रहमानी जब मंच की बढ़ रहे थे तो उपस्थित लोगों ने अपने स्थान पर खड़े होकर तालियां बजाईं. इन बच्चों ने मंच से अपनी मां का संदेश भी पढ़ा. इसमें मोहम्मदी ने चेतावनी दी है कि सत्तावादियों के कारण मानवािधकारों के उल्लंघन के व्यापक परिणाम होंगे. उन्होंने अपने देश की सरकार को निरंकुश धार्मिक सरकार के साथ-साथ स्वतंत्रता, समानता और लोकतंत्र की आत्मा को कुचलने वाला बताया. नरगिस ने कहा कि अत्याचार जीवन को मृत्यु में, आशीर्वाद को विलाप में और आराम को पीड़ा में बदल देता है. जीत आसान नहीं लेकिन एक दिन ज़रूर मिलेगी.

इलेक्ट्रिक वाहनों का कमाल, तेल की मांग में रोज 10 लाख बैरल घटी
भारत सहित एशिया व अफ्रीका के कई देशों में इलेक्ट्रिक वाहनों के बढ़ते चलन से तेल की मांग अब रोज 10 लाख बैरल घट गई है. दो और तीन पहिया इलेक्ट्रिक वाहनों की संख्या लगातार बढ़ भी रही है. रिसर्च कंपनी ब्लूमर्ग एईएफ की रिपोर्ट के हवाले से ‘दैनिक भाष्कर’ ने छापा है कि पूरी दुनिया में तेल की मांग में करीब 18 लाख बैरल रोज की कमी आई है. तेल की मांग में आई कमी में लगभग 60 फीसदी तिपहिया वाहनों की वजह से है. ब्लूमर्ग का अनुमान है कि इसके बाद भी इस साल तेल की कुल मांग में चार फीसदी की ही कमी आएगी. फिर भी यह बदलाव इसलिए भी अहम है कि दुनिया से हो रहे ग्रीन हाउस गैसों के उत्सर्जन में 20 प्रतिशत हिस्सा परिवहन साधनों का है. विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार वायु प्रदूषण से हर साल 70 लाख मौतें होती हैं. इस हिसाब से भी तेल की मांग का घटना महत्वपूर्ण है. नैरोबी में इलेक्ट्रिक मोटर साइकिल टैक्सी बनाने वाली कंपनी के फाउंडर जेसी फॉरेस्टर ने बताया कि केन्या में यह बदलाव क्रांति की तरह है. तमाम कंपनियां इलेक्ट्रिक वाहन बना रही हैं. भारत में सरकार द्वारा इन वाहनों पर छूट देने का अच्छा असर पड़ा है. रिलायंस इंडस्ट्री अपने तिपहिया कार्गो वाहनों को इलेक्ट्रिक में बदल रही है.

भारतीय कलाओं की प्रस्तुति का बड़ा मंच बना गीता महोत्सव
हरियाणा के कुरुक्षेत्र में आयोजित अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव भारत के विभिन्न राज्यों की लोककला और सांस्कृतिक विविधता के प्रदर्शन मंच बना हुआ है. सबसे बड़ी बात यह है कि ये सांस्कृतिक आयोजन 48 कोस में स्थित 164 तीर्थस्थानों पर आयोजित हो रहे हैं. ब्रह्मसरोवर के घाट मुख्य मंच हैं जहां उत्तर क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र के कलाकार हरियाणा-पंजाब, हिमाचल और राजस्थान आदि राज्यों की संस्कृति के रंग बिखेर रहे हैं. वहीं, शिल्प और सरस मेले में चौथे दिन भी पर्यटकों की बड़ी संख्या उमड़ी. यहां 750 स्टालों में तमाम राष्ट्रीयस्तर पर पुरस्कृत शिल्पकारों के भी हैं. कुरुक्षेत्र के डिप्टी कमिश्नर शांतनु शर्मा ने बताया कि क्रॉफ्ट व सरस मेला 24 दिसंबर तक चलेगा. ‘द डेली गार्जियन’ ने खबर दी है कि अंतरराष्ट्रीय गीता सेमिनार, दीपोत्सव, वैश्विक गीता पथ व संत सम्मेलन जैसे आयोजन 17 से 24 दिसंबर तक होंगे. ये दिन में होंगे और शाम को छह बजे से सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे.

खान यूनिस शहर के बीच तक पहुंचे इस्राइली सेना के टैंक

युद्ध रोकने के संयुक्त राष्ट्र के प्रस्ताव पर अमेरिका के वीटो करने के दूसरे दिन इस्राइली सेना के टैंक दक्षिणी गाजा पट्टी के शहर खान यूनिस के बीच तक जा पहुंचे हैं. भोजन-पानी और दवा जैसी जरूरी सुविधाओं का अभाव झेल रहे फलस्तीनी लोगों को संदेह है कि रात को घमासान लड़ाई हो सकती है. हमास के खात्मे की प्रतिबद्धता और बंधक बनाए गए लोगों को मुक्त कराने में अमेरिका के दिए गए साथ पर इस्राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन का आभार जताया है. उन्होंने संयुक्त राष्ट्र में समर्थन के अलावा 1000 मिलयन डॉलर मूल्य के टैंक व गोला-बारूद देने को मंजूरी देने के लिए भी अमेरिका को धन्यवाद दिया. ‘द ट्रिब्यून’ के मुताबिक, उन्होंने कहा कि इससे हमास के खिलाफ युद्ध जारी रखने में उसे मजबूती मिलेगी. नेतन्याहू ने एक बार फिर हमास की सैन्य ताकत को पूरी तरह नष्ट कर देने का संकल्प दोहराया है.

चयन-संपादन | शरद मौर्य
कवर | इंटरनेट से साभार


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