बिलकिस बानो केस | सभी दोषियों को फिर जेल जाना होगा

  • 11:06 pm
  • 8 January 2024

गुजरात के बिलकिस बानो केस में दोषियों की जल्दी रिहाई के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने फ़ैसला सुना दिया है. सुप्रीम कोर्ट ने दोषियों की रिहाई का फ़ैसला रद्द कर दिया है. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि महिला सम्मान की हकदार है. राज्य इस तरह का निर्णय लेने के लिए सक्षम नहीं है. कोर्ट ने इसे धोखाधड़ी वाला कृत्य करार दिया. जस्टिस बीवी नागरथाना और उज्जल भुइयां की बेंच ने फ़ैसला सुनाया और कहा कि 11 दोषियों को जल्दी रिहाई को चुनौती देने वाली बिलकिस बानो की याचिका वैध है. सुप्रीम कोर्ट का कहना था कि दोनों राज्यों (महाराष्ट्र-गुजरात) के लोअर कोर्ट और हाई कोर्ट फ़ैसले ले चुके हैं. ऐसे में कोई आवश्यकता नहीं लगती है कि इसमें किसी तरह का दख़ल दिया जाए. ‘डीएनए’ के मुताबिक, अब दो हफ्ते के अंदर दोषियों को समर्पण करना होगा. अगस्त 2022 में गुजरात सरकार ने बिलकिस बानो गैंगरेप केस में उम्रकैद की सज़ा पाए सभी 11 दोषियों को रिहा कर दिया था. दोषियों की रिहाई को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई थी. अब सुप्रीम कोर्ट का फ़ैसला आने के बाद दोषियों को जेल जाना होगा.

महासंघ की राष्ट्रीय कुश्ती को मान्यता नहीं

खेल मंत्रालय ने भारतीय कुश्ती महासंघ की ओर से पुणे में 29 से 31 जनवरी तक घोषित राष्ट्रीय कुश्ती चैंपियनशिप को अमान्य करार दिया है. मंत्रालय की ओर से महासंघ के अध्यक्ष संजय सिंह को जारी आदेश में कहा गया है कि कुश्ती महासंघ के कार्यों और गतिविधियों पर 24 दिसंबर से रोक लगाई जा चुकी है. ऐसे में राष्ट्रीय चैंपियनशिप के आयोजन की घोषणा राष्ट्रीय खेल सहायता 2011 का उल्लंघन है. ‘अमर उजाला’ ने खबर दी है कि महासंघ अगर यह चैंपियनशिप कराता है तो न तो उसके पदकों को खेल मंत्रालय मान्यता देगा और न ही इसके प्रमाण पत्र मान्य होंगे. भारतीय ओलंपिक संघ की तदर्थ समिति की ओर से कराई जा रही राष्ट्रीय चैंपियनशिप के पदक और प्रमाण पत्र ही मान्य होंगे. यह चैंपियनशिप दो से पांच फरवरी तक जयपुर में होनी है. कुश्ती महासंघ खेल मंत्रालय से मान्यता प्राप्त लेटरहेड का भी प्रयोग नहीं कर सकता है.

केरल का गांव, जहां बाइबिल की कथाओं पर भी कथकली
केरल का अयिरूर कथकली ग्रामम् देश का पहला कथकली गांव है. गांव के 92 फ़ीसदी लोगों को कथकली का पूरा ज्ञान है. इसी नाते अब यह पर्यटक स्थल भी बन गया है. गांव के महादेव मंदिर में हर साल होने वाला राष्ट्रीय कथकली उत्सव इस बार 8 से 14 जनवरी तक होगा. इसमें कथकली सीखने वाले करीब 20 हज़ार बच्चे भाग लेते हैं. इस उत्सव में कथकली को लेकर विशेष प्रदर्शन होते हैं. अयिरूर ग्राम पंचायत की अध्यक्ष अनिता कुरुप ने ‘दैनिक भास्कर’ को बताया कि गांव में कथकली म्यूजियम का निर्माण भी शुरू हो गया है. यह कथकली पर आधारित देश का पहला संग्रहालय होगा. इसे केरल सरकार के पर्यटन को बढ़ावा देने वाले विशेष अभियान के तहत बनाया जा रहा है. गांव में ईसाई समुदाय के लोग भी बाइबिल की कथाओं पर कथकली का मंचन करते हैं. जिला कथकली क्लब के सचिव विमल राज ने बताया कि अयिरूर में महाभारत के अलावा बाइबिल के ‘अब्राहम का बलिदान’ या ‘द प्रोडिगल सन’ भी ईसाइयों में ख़ासे लोकप्रिय हैं. ईसाई लोग क्लब के बड़े समर्थक हैं और इसे दान भी देते हैं.

डिवीलिर्स का सवाल…तीसरा टेस्ट क्यों नहीं
दक्षिण अफ्रीका के दिग्गज बैटर एवी डिवीलिर्स ने भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच सिर्फ़ दो ही टेस्ट मैच कराए जाने पर गहरी नाख़ुशी जाहिर की है. उन्होंने कहा कि दोनों टीमों के बीच तीसरा टेस्ट भी कराया जाना चाहिए था. डिवीलियर्स ने कहा कि दो ही टेस्ट मैच कराए गए और इसके लिए दुनिया भर में तेज़ी से बढ़ रहे टी20 लीग को ज़िम्मेदार ठहराया जा रहा है. उन्होंने कहा कि वह नहीं जानते कि किसे दोष दिया जाना चाहिए लेकिन कुछ तो ग़लत हुआ है. सीरीज़ में तीसरा टेस्ट नहीं कराए जाने से वह खुश नहीं हैं. ‘द ट्रिब्यून’ ने दिग्गज बल्लेबाज़ को यह कहते हुए लिखा है कि यदि आप चाहते हैं कि देखा जा सके कि दुनिया की श्रेष्ठ टेस्ट टीम कौन-सी है तो बदलाव की ज़रूरत है. बता दें कि दक्षिण अफ्रीका दौरे पर गई भारतीय टीम ने वहां दो टेस्ट मैचों की सीरीज़ खेली थी. दोनों टीमों के एक-एक मैच जीतने से यह सीरीज़ ड्रा रही. भारत ने अपना मैच केपटाउन में जीता था जहां अब तक कोई भी एशियाई टीम दक्षिण अफ्रीका को टेस्ट में पराजित नहीं कर पाई थी.

उत्सव अयोध्या में, मुरादाबाद के कारोबार में उछाल

अयोध्या में राम मंदिर निर्माण और प्राण प्रतिष्ठा समारोह के कारण मुरादाबाद के कारोबारियों को इन दिनों बड़े पैमाने पर पीतल की मूर्तियां बनाने के आर्डर मिल रहे हैं. इससे पिछले कुछ वर्षों से सुस्त पड़े यहां के कारोबार में तेजी आई है. पीतल के बर्तन, सजावटी वस्तुओं और इन पर खूबसूरत कारीगरी के लिए मुरादाबाद पीतल नगरी के नाम से मशहूर है. उद्यमी शोएब शम्सी ने ‘द हिंदू’ को बताया कि उनके पास 40 कारीगरों की फौज है, जिनमें ज्यादातर मुस्लिम है, लेकिन उन्हें आर्डर पूरा करने में मुश्किल आ रही है. उन्होंने बताया कि राम मंदिर के निर्माण ने उनके व्यवसाय को बड़ा सहारा दिया है. उनके पास हर महीने पीतल की राम मूर्ति के करीब सौ आर्डर आ रहे हैं. कुछ वर्षों पहले राम की मूर्ति के आर्डर कम ही आया करते थे लेकिन प्राण प्रतिष्ठा समारोह के कारण इनमें काफी तेजी आई है. आरएम हैंडीक्राफ्ट के सुधांशु अग्रवाल ने बताया कि यह साइज और डिजाइन पर निर्भर करता है लेकिन आमतौर पर पीतल की एक मूर्ति तैयार करने में कम से कम 15 दिन लगते हैं. व्यवसायी मोहित मेहरोत्रा ने बताया कि ज्यादातर मांग राममंदिर की प्रतिकृति और राम दरबार की है. उन्होंने भी माना कि बढ़ती मांग से कारोबार को नया जीवन मिला है. उम्मीद भी करते हैं कि यह बना रहेगा.

चयन-संपादन | शरद मौर्य/ सुमित चौधरी


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