नई पीढ़ी की आकाश मिसाइल का सफल परीक्षण

  • 10:33 pm
  • 12 January 2024

भारत ने आज ओडिशा के चांदीपुर अपतटीय क्षेत्र स्थित एकीकृत परीक्षण रेंज (आईटीआर) से नई पीढ़ी की आकाश मिसाइल का सफल परीक्षण किया. ‘नवभारत टाइम्स’ के मुताबिक, अधिकारियों ने बताया कि परीक्षण रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) द्वारा बहुत कम ऊंचाई पर उच्च गति वाले मानवरहित हवाई लक्ष्य को निशाना बनाकर किया गया. परीक्षण के दौरान अस्त्र प्रणाली ने लक्ष्य को सफलतापूर्वक रोका और नष्ट कर दिया. स्वदेशी रूप से विकसित रेडियो फ्रीक्वेंसी सीकर, लॉन्चर, बहु कार्य रडार और कमान, नियंत्रण एवं संचार प्रणाली के साथ मिसाइल से युक्त संपूर्ण अस्त्र प्रणाली का कामकाज सटीक साबित हुआ.

धरती की कक्षा में दस लाख से ज़्यादा सेटेलाइट होंगे, अंतरिक्ष में बढ़ेगा प्रदूषण
सरकारी एजेंसियां और कंपनियां हर साल कई सेटेलाइट पृथ्वी की कक्षाओं में स्थापित कर रही हैं. वैज्ञानिकों का अनुमान है कि कुछ साल में धरती के चारों ओर घूम रहे इन सेटेलाइट की संख्या दस लाख तक पहुंच जाएगी. इन्हें भेजने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले रॉकेटों से उत्सर्जन का स्तर भी बहुत ज्यादा बढ़ जाएगा. इससे पृथ्वी के वायुमंडल की प्राचीन परतों को भारी नुकसान पहुंचेगा. पुराने खराब सेटेलाइट का कचरा भी धरती पर गिरता रहेगा. 1990 में नासा द्वारा कई रॉकेट भेजने भेजने के बाद केप कनेवरल के ठीक ऊपर ओजोन में एक छोटा छेद हो गया था. 2022 में अध्ययन से मालूम हुआ कि रॉकेट भेजने की दर दस गुना बढ़ी है. इससे आसमान के कुछ हिस्सों में तापमान दो डिग्री सेल्सियस बढ़ गया है. वायुमंडल का ऊपरी हिस्सा अंतरिक्ष यानों से निकलने वाली धातुओं से भरा है. ‘दैनिक भास्कर’ के मुताबिक, वैज्ञानिकों को चिंता है कि अंतरिक्ष एजेंसियां रॉकेट की सफलता से जुड़े जोखिमों का आंकलन करती हैं. मगर इन्हें भेजने से हो रहे प्रदूषण को कम करने पर नियम निर्धारित नहीं किए जाते हैं. वैज्ञानिक बढ़ती अंतरिक्ष अर्थव्यवस्था को सीमित नहीं करना चाहते हैं. पर उन्हें डर है कि इससे होने वाले गंभीर परिणामों को हम नजरअंदाज न कर दें.

यूपीआई से हर माह सौ अरब से ज्यादा का लेन-देन
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने एक कार्यक्रम में कहा कि भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई) की ओर से विकसित यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) बेहद सफल रहा है. देश में यूपीआई के जरिए मासिक लेनदेन कई महीने पहले ही सौ अरब का आंकड़ा पार कर गया है. आरबीआई अब अन्य देशों के केंद्रीय बैंकों के साथ इसके विस्तार पर चर्चा कर रहा है. सिंगापुर और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) सहित कुछ देशों में पहले से ही यूपीआई का इस्तेमाल हो रहा है. इसकी मदद से देश में डिजिटल लेनदेन को काफी बढ़ावा मिला है. खासकर ग्रामीण भारत के इलाकों में. यह दुनिया की सबसे अच्छी भुगतान प्रणाली है. ‘अमर उजाला’ के मुताबिक, दास ने कहा कि केंद्रीय बैंक क्रिप्टोकरेंसी नियमों पर दूसरों का अनुकरण नहीं करेगा. जो दूसरे बाजार के लिए अच्छा है, जरूरी नहीं कि वह हमारे लिए भी अच्छा हो. इसलिए, आरबीआई और व्यक्तिगत रूप से हमारे विचार वही रहेंगे. उनका यह बयान अमेरिकी प्रतिभूति एवं विनिमय आयोग की ओर से अमेरिका में बिटकॉइन एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड के निर्माण के लिए बदलावों को मंजूरी देने के बाद आया है.

दिल्ली में न्यूनतम तापमान 3.9 डिग्री सेल्सियस
दिल्ली में शुक्रवार को न्यूनतम तापमान 3.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो इस मौसम के औसत तापमान से तीन डिग्री कम है और इस सर्दी का सबसे कम तापमान है. मौसम विभाग ने यह जानकारी दी. आईएमडी ने कहा कि यह पिछले पांच सालों में सबसे कम न्यूनतम तापमान है. शहर के कई हिस्सों में घना कोहरा छाया रहा. पालम वेधशाला के मुताबिक, सुबह साढ़े पांच बजे दृश्यता शून्य थी. भारतीय रेलवे के अनुसार, दिल्ली आ रही 23 ट्रेंने कोहरे की वजह से एक से छह घंटे की देरी से चल रही हैं. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकडों के अनुसार, सुबह नौ बजे समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 348 दर्ज किया गया.

मराठा आंदोलन के खिलाफ पीआईएल पर तत्काल सुनवाई नहीं
बॉम्बे हाईकोर्ट ने शुक्रवार को एक जनहित याचिका (पीआईएल) पर तत्काल सुनवाई से इनकार कर दिया. इसमें मुंबई में मराठा आरक्षण के मुद्दे पर हड़ताल और विरोध प्रदर्शन पर प्रतिबंध लगाने की मांग की गई थी. ये याचिका इसलिए दायर की गई है क्योंकि मराठा नेता मनोज जारांगे पाटिल की ओर से मुंबई में आंदोलन का एलान किया गया है. ‘आज तक’ के अनुसार, हाईकोर्ट ने कहा कि हम इस आशंका के आधार पर मामलों पर विचार करना शुरू नहीं कर सकते कि 1-2 करोड़ लोग बॉम्बे में इकट्ठा होने वाले हैं. हमारे पास और भी जरूरी काम हैं. अधिकारियों के पास जाओ हम यहां कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने के लिए नहीं बैठे हैं. दरअसल, याचिकाकर्ता हेमंत पाटिल का प्रतिनिधित्व करने वाले वकील आरएन कछवे ने याचिका की तत्काल सुनवाई के लिए उल्लेख किया था. कछवे ने तर्क दिया कि जारांगे-पाटिल के नेतृत्व में दक्षिण मुंबई के आजाद मैदान में लगभग 1-2 करोड़ लोगों के इकट्ठा होने की संभावना है.

चयन-संपादन | सुमित चौधरी


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