प्रवासी परिंदों की तादाद इस बार आधी रह गई

  • 11:05 pm
  • 17 January 2024

हरियाणा के सुल्तानपुर राष्ट्रीय पार्क में इस बार प्रवासी पक्षियों का आगमन 50 फीसदी कम रहा. यह तथ्य यहां कराए गए एशिय़न जलीय पक्षी गणना-2024 में सामने आया. पक्षी विज्ञानी टीके रॉय के नेतृत्व में कराई गई इस गणना में पक्षियों की संख्या में ही रिकार्ड गिरावट दर्ज नहीं की गई बल्कि उनके प्रजातियों की संख्या भी 10 प्रतिशत घटी. इस पर पक्षी विज्ञानी ही नहीं पर्यावरणविदों ने भी गहरी चिंता जताई है. ‘द ट्रिब्यून’ ने लिखा है कि सर्वे में 2,686 प्रवासी पक्षी पाए गए जबकि पिछले वर्ष यह संख्या 9,026 थी. इस साल 43 विभिन्न प्रजातियों के पक्षी दर्ज हुए जिनमें 26 स्थानीय और 17 प्रवासी रहे. गत वर्ष 51 प्रजातियों के पक्षी देखे गए थे जिनमें 21 स्थानीय और 30 प्रवासी थे. पिछले वर्ष दुर्लभ व लुप्तप्राय श्रेणी के छह प्रवासी पक्षियों के मुकाबले इस साल पांच ही आए. पक्षियों की संख्या में आई इस कमी का बड़ा कारण दुनिया भर में हो रहा जलवायु परिवर्तन माना जा रहा है. वर्षा में कमी, वेटलैंड का कम होना और देर से पड़ी ठंड इसके दूसरे कारण हैं.

कारोबार पर असर डालेगा एआई
वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम सम्मेलन स्विट्जरलैंड के दावोस में शुरू हो चुका है. इसमें भू-राजनीति और आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआई) के भविष्य और जलवायु परिवर्तन पर विशेष चर्चा चल रही है. प्राइस वाटर हाउस कूपर्स की ओर से 105 देशों 4,702 कंपनियों के लीडर्स पर सर्वे के अनुसार, यदि वे खुद को वक्त के अनुसार नहीं ढालेंगे तो 10 वर्षों में उनका कारोबार बंद हो सकता है. इन जरूरतों में एआई भी शामिल है. यह चिंता 2023 में 39 प्रतिशत से ज्यादा है. हालांकि 38 प्रतिशत सीईओ अगले एक साल में वैश्विक आर्थिक विकास की संभावनाओं पर आशावादी हैं, जो 2023 के 18 प्रतिशत ज्यादा है. आर्थिक गिरावट की आशंका 2023 की 73 प्रतिशत की तुलना में 45 प्रतिशत पर आ गई है. ‘दैनिक भास्कर’ के मुताबिक, दावोस में भारत की ओर से वी-लीड नाम से महिला लाउंज लॉन्च किया गया. इस मौके पर केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी ने कहा-भारत 2028 तक 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था होगा.

अफ्रीका से आए एक और चीते की मौत
अफ्रीका से लाकर मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में रखे गए 20 चीतों में से एक और मर गया. सरकारी अधिकारियों ने गत दिवस इसकी पुष्टि की. मृत चीते का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है. अभी उसके मौत की वजह सामने नहीं आई है. नामीबियाई वंश के इस चीते का भारत में शौर्य नामकरण किया गया था. चीता प्रोजेक्ट के साथ करीब से जुड़े और राष्ट्रीय बाघ संरक्षण अभिकरण के वरिष्ठ अधिकारी एसपी यादव ने ‘द हिंदू’ को बताया कि शौर्य 15 जनवरी तक पूरी तरह स्वस्थ था. बीस आयातित चातों में से यह सातवीं मौत है. पिछले साल कई की मौत के बाद जंगल में छोड़ दिए गए इन चीतों को वापस बाड़े में लाया गया था. यादव ने बताया कि उम्मीद है कि आने वाले कुछ महीनों में एक बार फिर से सभी चीते जंगल में छोड़ दिए जाएंगे.

गाड़ी छीनी, फाइनेंस कंपनी अब हर्जाना देगी
कोरोनाकाल में गाड़ी की दो किस्त न चुका पाने से फाइनेंस कंपनी द्वारा वाहन छीनकर बेच देने के मामले में राज्य उपभोक्ता आयोग ने पीड़ित को नया वाहन देने के अलावा 5.50 लाख रुपए मानसिक कष्ट व खर्च के रूप में देने का फैसला सुनाया है. अकबरपुर कानपुर देहात के सुरेंद्र सिंह ने चोला मंडलम इन्वेस्टमेंट एंड फाइनेंस कंपनी के वाणिज्यिक वाहन के लिए 6.75 लाख रुपए का फाइनेंस कराया था. सितंबर 2021 तक सुरेंद्र सिंह ने करीब 2.14 लाख रुपए कंपनी को दिए. कोरोना की अबधि में दो किस्तों की धनराशि वह नहीं पाए. सात नबंवर 2021 को फाइनेंस कंपनी के बाउंसरों व कर्मचारियों ने बीच रास्ते में गाड़ी छीन ली. इसके बाद गाड़ी को बेच दिया. नियमतः तीन किस्तें अदा न करने पर लोनधारक को डिफाल्टर माना जाता है. इसके बाद नोटिस दिया जाता है. मगर इस मामले में ऐसा कुछ नहीं किया गया. न्यायमूर्ति ने कहा कि कोरोनाकाल में पूरी दुनिया में गतिविधियां ठप थीं. न्यायालय तक बंद थे. केंद्र और राज्य सरकार हर तरह की मदद कर रहे थे. ऐसे दौर में सिर्फ दो किश्तें चुका न पाने की वजह से गाड़ी छीनकर बेच देना अमानवीय है.

संक्षेप में
किन्नौरः सड़क हादसे में पांच लोगों की मौत
सांगला में एक मोटर सड़क से गहरी खाई में जा गिरी. इस हादसे में पांच लोगों की जान चली गई. जानकारी मिली कि एक नई बोलेरो कैंपर में सवार ये लोग रिकांगपिओ से शिरडी संपर्क मार्ग से सांगला की ओर जा रहे थे. शुदारंग से करीब पांच-छह किलोमीटर आगे गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हो गई.
पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर ईरान का हमला
ईरान ने आतंकवादी समूह जैश अल-अदल के पाकिस्तान के अंदर स्थित ठिकानों पर मंगलवार देर रात को हमले किए. पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने जानकारी देते हुए बताया कि इस घटना में दो बच्चों और तीन लड़कियों की मौत हुई है. हमले के लिए मिसाइल और ड्रोन का इस्तेमाल किया गया. जैश- अल-अदल सुन्नी आतंकवादी समूह है जो मुख्य तौर पर पाकिस्तान से अपनी गतिविधियों को अंजाम देता है.

चयन-संपादन | शरद मौर्य/ सुमित चौधरी


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