ज्यादा याद रहते हैं हाथ से लिखे गए नोट्स

  • 11:17 pm
  • 29 January 2024

की-बोर्ड से लिखने के बजाय यदि विद्यार्थी हाथ से लिखते हैं तो वे इस सामग्री को ज्यादा अच्छे से समझ और याद कर सकते हैं. ऐसा लेखन के मस्तिष्क से जुड़ाव के कारण होता है. यह बात एक नए शोध में सामने आई है. नार्वियन यूनिवर्सिटी ऑफ़ साइंस एंड टेक्नोलॉजी के शोधकर्ता आंद्रे वॉन मीर ने शोध के निष्कर्ष के तौर पर यह जानकारी दी. वह जर्नल फ्रंटियरिज इन साइकोलॉजी में प्रकाशित अध्ययन के सह-लेखक हैं. ‘हिंदुस्तान टाइम्स’ ने लिखा है कि शोधकर्ताओं ने विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले 36 स्टूडेंट के दिमाग़ में चल रही हलचलों को रिकार्ड किया, जब उनसे की-बोर्ड पर एक उंगली से टाइप करने और डिज़िटल पेन से टचस्क्रीन पर लिखने को कहा गया. शोधकर्ताओं ने पाया कि जब वे हाथ से लिख रहे थे तो उनके दिमाग के विभिन्न हिस्सों में गतिविधियां बढ़ जाती थीं जो कि की-बोर्ड से टाइप करने पर नहीं होती थीं. इससे उन्होंने हाथ से लिखने का दिमाग़ से गहरा संबंध होने का नतीजा निकाला.

परिवारों के आकार घटेंगे, कम होंगे चचेरे-ममेरे भाई-बहन
दुनिया भर के देशों में पारिवारिक ढांचे के आकार पर किए गए अध्ययन के नतीजे चौंकाने वाले हैं. यह बताता है कि पारिवारिक संरचना और सदस्यों की संख्या में कुछ दशकों बाद बड़ा बदलाव होने जा रहा है. अध्ययनकर्ताओं के अनुसार आकार घटेगा और परिवार ‘वर्टिकल’ होंगे. यानी दादा-दादी व परदादा जैसे सदस्य ज्यादा होंगे लेकिन चचेरे-ममेरे भाई, भतीजे-भतीजी कम होंगे. ‘दैनिक भास्कर’ के मुताबिक यह दावा प्रोसीडिंग्स ऑफ़ नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेज में प्रकाशित एक अध्ययन में किया गया है. स्टडी कहती है कि परिवार का आकार 35 प्रतिशत तक कम हो सकता है. जर्मनी के डेमोग्राफ़िक रिसर्च एक्सपर्ट डॉ. डिएगो अल्बुरेज गुतिरेज कहते हैं कि 2095 तक परिवारों के कुल आकार में स्थायी रूप से कमी आएगी. हालांकि यह कमी अलग-अलग देशों में अलग-अलग होगी क्योंकि कुछ देशों में परिवार तुलनात्मक रूप से बड़े होते हैं. परिवार के आकार में सबसे बड़ी गिरावट दक्षिण अमेरिका और कैरेबियाई देशों में देखी जा सकती है.

हिमाचल में छात्रों को आपदा प्रबंधन का पाठ
हिमाचल सरकार ने स्कूली पाठ्यक्रम में आपदा प्रबंधन को बतौर विषय जोड़ने का फ़ैसला किया है. इसके लिए पाठ्य सामग्री तैयार करने के लिए सात सदस्यीय कमेटी का गठन भी कर दिया गया है. अपदा प्रबंधन के निदेशक को इसका अध्यक्ष बनाया गया है. कमेटी से छह माह में अपनी रिपोर्ट देने को कहा गया है. गत दिवस जारी अधिसूचना में शासन ने कहा है कि इस कवायद की मंशा है कि स्कूली बच्चे आपदा की स्थिति में बचाव के जरूरी उपायों से परिचित हों और इसमें वे कुशल भी हों. अपर मुख्य सचिव ओंकार चंद शर्मा ने ‘द ट्रिब्यून’ को बताया कि कक्षा में पढ़ाए जाने वाला पाठ्यक्रम ऐसा होगा कि सभी स्कूली बच्चे आपदा प्रबंधन के आधारभूत सिद्धांतों से परिचित हो सकें. वहीं, राज्य आपदा प्रबंधन अभिकरण की योजना सुबह प्रार्थना सभाओं या स्कूलों के बैगफ़्री-डे पर बच्चों को जागरूक करने की है. बैगफ्री-डे पर उन्हें क्रियात्मक प्रशिक्षण भी दिया जा सकता है. शर्मा ने कहा कि इस पहल से लोगों की सुरक्षा की दिशा में बड़ा फ़ायदा होने वाला है.

पिता की किडनी दान कर दो मरीज़ों की नई ज़िंदगी दी
चंडीगढ़ पीजीआई में भर्ती पिता की मौत के ग़म के बीच भी पटियाला में प्रैक्टिसरत डॉक्टर कमल ने जो किया उससे दो मरीजों को नई ज़िंदगी मिल सकी. उन्होंने पिता के अंगदान का फ़ैसला किया और इसकी जानकारी पीजीआई प्रशासन को दी. उनकी दोनों किडनी दो मरीज़ों को ट्रांसप्लांट कर दी गईं जो लंबे समय से डायलिसिस पर थे और अपनी बीमारी की गंभीरता के कारण जीवन की उम्मीद लगभग छोड़ चुके थे. पीजीआईएमईआर के निदेशक प्रोफ़ेसर विवेक लाल ने ‘द इंडियन एक्सप्रेस’ से कहा कि यह सही है कि डॉक्टर दूसरों को अंगदान की सलाह देते हैं लेकिन अपने ही पिता के शोक के बीच उनके अंगदान के लिए आगे आना हिम्मत की बात है. डॉ. कमल के 58 वर्षीय पिता नछत्तर सिंह को 9 जनवरी को भर्ती कराया गया था. डॉक्टरों ने उन्हें 16 जनवरी को ब्रेन डेड बता दिया. तभी डॉ. कमल ने अंगदान का फैसला लिया. उन्होंने कहा कि उनके पिता जीवन भर दूसरों के लिए कुछ न कुछ करते रहे. अब वह दुनिया से जाते-जाते भी दो लोगों के नए जीवन का कारण बने. उनकी किडनी पाने वाले एक मरीज के परिजन ने भावुक होते हुए कहा कि उनके पास दानदाता परिवार का आभार जताने के लिए शब्द नहीं हैं.

संक्षेप मेः

वज़ीराबाद के पुलिस ट्रेनिंग स्कूल में भीषण आग
दिल्ली के वजीराबाद में पुलिस ट्रेनिंग स्कूल में देर रात भीषण आग लग गई. दमकल विभाग की आठ गाड़ियां मौक़े पर पहुंची और सुबह करीब सवा चार बजे आग पर काबू पा लिया गया. क़रीब 200 चार पहिया और 250 दोपहिया वाहनों में आग लग गई. आग लगने का कारण स्पष्ट नहीं है.

आईएनएस सुमित्रा सोमाली अपहृत मछुआरों को बचाने में जुटा
भारतीय नौसेना का युद्धपोत आईएनएस सुमित्रा अरब सागर में कोच्चि से 700 समुद्री मील पश्चिम में सोमाली समुद्री डाकुओं द्वारा अपहृत मछुआरों को बचाने में जुटा हुआ है. करीब 17 क्रू सदस्यों वाले ईरानी मछली पकड़ने वाले जहाज एमवी इमान को सोमाली समुद्री डाकुओं ने अपहरण कर लिया था. भारतीय रक्षा अधिकारी ने यह जानकारी दी है.

सीबीआई ने 21 लाख नकदी और सामान जब्त
केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने चिनाब वैली पावर प्रोजेक्ट (सीवीपीपीपीएल) में तलाशी के दौरान क़रीब 21 लाख रुपए की नकदी के अलावा डिज़िटल उपकरण, कंप्यूटर, संपत्ति दस्तावेज़ और कुछ आपत्तिजनक दस्तावेज़ बरामद हुए.

सिमी पर बढ़ाया पांच साल का प्रतिबंध
‘स्टूडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (सिमी)’ पर केंद्र सरकार ने पांच साल के लिए प्रतिबंध बढ़ा दिया है. गृह मंत्रालय ने ऐसा आदेश जारी किया है. सिमी पर यह कार्रवाही यूएपीए के तहत की गई है.

चयन-संपादन | शरद मौर्य/ सुमित चौधरी


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