दो बार की सिंचाई में ही तैयार होगी गेहूँ की फ़सल

  • 11:07 pm
  • 31 January 2024

चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के गेहूं व जौ अनुभाग ने गेहूं की नई किस्म डब्ल्यूएच 1402 विकसित की है. इसकी ख़ासियत यह है कि सिर्फ़ दो बार की सिंचाई में ही फ़सल पककर तैयार हो जाएगी. खाद भी कम लगाना होगा. देश के उत्तर पश्चिमी मैदानी इलाकों में यह किस्म उगाई जा सकेगी. इस क्षेत्र में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर के मैदानी इलाके आते हैं. कुलपति प्रो. बीआर काम्बोज ने ‘दैनिक भास्कर’ को बताया कि डब्ल्यूएच 1402 की दो पानी में औसत 50 क्विंटल और अधिकतम 60 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक फसल ली जा सकेगी. इसमें पीला रतुआ, भूरा रतुआ व अन्य बीमारियों का खतरा भी नहीं रहेगा. यह कम पानी वाली दूसरी किस्म के मुकाबले 7 प्रतिशत उपज ज्यादा देती है. गेहूं व जौ अनुभाग के प्रभारी डॉ. पवन ने बताया कि 1402 किस्म 100 दिन में बालियां निकालती है और 147 दिन में पक कर तैयार हो जाती है. ऊंचाई 100 सेंटीमीटर होती है और इनके गिरने का खतरा न बराबर होता है.

चीनी सैनिकों से पूर्वी लद्दाख में भिड़े भारतीय चरवाहे
पूर्वी लद्दाख में एलएसी के पास काकजंग इलाके में भारतीय चरवाहों की बहादुरी सामने आई है. चीनी सैनिकों ने उन्हें वहां मवेशियों को चराने से मना किया तो वे उनसे भिड़ गए. किसी स्थानीय व्यक्ति द्वारा बनाए गए वीडियो को पूर्वी लद्दाख के चुशुल से पार्षद कोंचोक स्टेन्जिन ने एक्स पर शेयर किया. उन्होंने लिखा- मैं हमारे बंजारों को सलाम करता हूं, जो हमेशा हमारी जमीन की रक्षा के लिए देश की दूसरी संरक्षक शक्ति के रूप में खड़े रहते हैं. इस महीने की शुरुआत में यह घटना लद्दाख के न्योमा निर्वाचन क्षेत्र के अंतर्गत काकजंग में पेट्रोलिंग पॉइंट (पीपी) 35 और 36 के पास हुई. चीनी सैनिक इसे अपना क्षेत्र बता रहे थे जबकि चरवाहे इसे भारतीय क्षेत्र बताते रहे. उन्होंने सैनिकों पर पत्थर भी फेंके. न्योमा के पार्षद इशी स्पालजैंग ने ‘द हिंदू’ को बताया कि विवादित क्षेत्र वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के बारे में भारत की धारणा के अनुरूप है. वीडियो में क्षेत्र में चीनी सैनिकों और उनके वाहनों की मौजूदगी देखी गई. बाद में 12 जनवरी को वहां सेना और आईटीबीपी के जवानों ने दौरा किया.

देश के कुल 718 हिम तेंदुओं में सर्वाधिक 477 लद्दाख में
देश में कुल 718 हिम तेंदुए हैं. इनमें सर्वाधिक 477 की संख्या लद्दाख में पाई गई. यह बात ‘द स्नो लेपेर्ड पापुलेशन असेसमेंट इन इंडिया’ (एसपीएआई) की जारी रिपोर्ट में सामने आई है. हिम तेंदुओं की गिनती का यह काम 2019 से 2023 तक चला. इस दौरान हिमालयीय क्षेत्र के 1,20,000 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैले हिम तेंदुओं के आवासीय क्षेत्र में पड़ताल की गई. लद्दाख के बाद नंबर उत्तराखंड का है जहां 124 हिम तेंदुए पाए गए. हिमाचल प्रदेश में 51, अरुणाचल प्रदेश में 36 तथा सिक्किम व जम्मू-कश्मीर में 21 की संख्या का पता चला. ‘द ट्रिब्यून’ ने लिखा है कि द वाइल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया को इस गणना का समन्वयक बनाया गया था. नेचर कंजरवेशन फाउंडेशन और डब्लूडब्लूएफ-इंडिया उसके सहयोगी रहे. रिपोर्ट में कहा गया है कि पर्यावरण एवं वन मंत्रालय के अधीन हिमतेंदुओं के लिए विशेष प्रकोष्ठ का गठन किया जाए. इसके अलावा, ये दुर्लभ वन्यजीव लंबे समय तक जीते रहें इसके लिए जरूरी है कि राज्य व केंद्रशासित प्रदेशों की सरकारें हर चार साल पर इनकी गणना कराते रहें.

बलूचिस्तान में आतंकी हमले में 15 लोगों की मौत
पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में हथियारों से लैस आतंकवादियों ने तीन समन्वित हमले किए. जिनमें चार अधिकारी और दो नागरिक मारे गए. इस दौरान गोलीबारी शुरू हो गई. जिसमें नौ आतंकवादी ढेर हो गए. ‘नवभारत टाइम्स’ में छपी खबर के मुताबिक, अधिकारियों ने यह जानकारी देते हुए बताया कि तीन हमलों में से एक हमला उच्च सुरक्षा वाली जेल पर भी किया गया. उन्होंने बताया कि ये हमले सोमवार को प्रांतीय राजधानी क्वेटा से करीब 70 किलोमीटर दूर माच शहर में हुए. मंगलवार रात ‘इंटर सर्विसेज पब्लिक रिलेशन्स’ (आईएसपीआर) की ओर से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया कि 29 और 30 जनवरी की रात को आत्मघाती हमलावरों सहित कई आतंकवादियों ने बलूचिस्तान में माच और कोलपुर परिसरों पर हमला किया.

इमरान खान की बेगम बुशरा बीबी को 14 साल की सजा
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की बेगम बुशरा बीबी को 14 साल की जेल की सजा सुनाई गई है. पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के चीफ की पत्नी के खिलाफ यह एक्शन तोशाखाना केस में हुआ है. आज सुबह वहां के समाचार चैनल “जियो न्यूज” की रिपोर्ट में इस बात की पुष्टि की गई है. अदालत ने इसके साथ ही इमरान खान और उनकी पत्नी दोनों को 10 साल तक किसी भी सार्वजनिक पद पर बहाल होने से रोक दिया है. अदालत ने उन पर 78.7 करोड़ रुपये रुपए का सामूहिक जुर्माना भी लगाया गया है. बुशरा बीबी आज कोर्ट में पेश नहीं हुईं थीं. इमरान खान के लिए लगातार दो दिन में यह दूसरा झटका है. एक दिन पहले ही पाकिस्तान की एक विशेष अदालत ने इमरान खान और पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री शाह महमूद को साइफर मामले में 10 साल की कैद की सजा सुनाई थी.

चयन-संपादन | शरद मौर्य/ सुमित चौधरी


अपनी राय हमें  इस लिंक या feedback@samvadnews.in पर भेज सकते हैं.
न्यूज़लेटर के लिए सब्सक्राइब करें.