केरल के स्कूल में पहली एआई टीचर

केरल के तिरुवनंतपुरम में जो हुआ, उससे शिक्षा के क्षेत्र में नया अध्याय शुरू हो चुका है. यहां के सरकारी स्कूल केटीसीटी हायर सेकेंडरी में देश की पहली एआई टीचर आइरिस ने अपना काम संभाल लिया है. ‘दैनिक भास्कर’ की ख़बर के मुताबिक, इसे नीति आयोग के एटीएल प्रोजेक्ट के तहत मेकरलैब्स एजुकेट ने बनाया है. ये तीन भाषाओं में सभी विषय पढ़ाने में समर्थ है. ‘नवभारत टाइम्स’ ने लिखा है कि साड़ी पहने ह्यूमनॉइड रोबोट है, जो आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआई) से लैस है और एक शिक्षक के रूप में इन्सान से बहुत ज्यादा बुद्धिमत्ता रखती है. ‘पंजाब केसरी’ ने लिखा है कि आइरिस को पिछले महीने ही स्कूल के स्टाफ़ में शामिल किया गया. यह विद्यार्थियों के बीच काफी लोकप्रिय है. मेकरलैब्स ने कहा है कि आइरिस प्रश्नों के जवाब इस तरह देती, जो इंसानी प्रतिक्रियाओं से काफी मिलता-जुलता होता है. इससे सीखना आसान ही नहीं, मज़ेदार भी होगा. स्कूल की प्रधानाचार्य मीरा एमएन ने बताया कि 3000 से अधिक छात्रों वाले इस स्कूल में अगले सत्र से जेनरेटिव एआई रोबोट टीचर की संख्या बढ़ाने पर विचार भी हो रहा है.

पाकिस्तान पर सख़्त निगरानी होः भारत
भारत ने अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) से आग्रह किया है कि नकदी संकट से जूझ रहे पाकिस्तान की मदद के बाद सख़्त निगरानी भी होनी चाहिए. यह देखा जाना चाहिए कि पाकिस्तान को मंज़ूर किए गए तीन खरब डॉलर के ऋण का उपयोग हथियारों की खरीद या दूसरे देशों से लिए गए ऋण को चुकाने में न करे. यह बात भारत की ओर से ऋण समीक्षा बैठक में उसके प्रतिनिधि एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर कृष्णमूर्ति सुब्रमण्यम ने आईएमएफ बोर्ड के सामने रखी. बता दें, इससे पहले पाकिस्तान द्वारा ऋण की मांग पर भारत ने वोट नहीं दिया था. हालांकि पिछले साल जुलाई में ऋण को मंजूरी मिल गई थी. जनवरी में हुई समीक्षा बैठक में भी पाकिस्तान मसले पर हुई वोटिंग में भारत ने हिस्सा नहीं लिया था. इस बार की बैठक में जब 700 करोड़ डॉलर जारी करने पर तैयारी हो रही थी तो भारत ने विकास कार्यों के लिए दिए गए धन का अन्य कार्यों में इस्तेमाल की आशंका पर अपनी चिंता से अवगत कराया. इस बारे में ‘द हिंदू’ को अपने सवालों पर ख़बर देने तक आईएमएफ़ अथवा सुब्रमण्यम की ओर से कोई जवाब नहीं मिला था.

रात में शरण ही नहीं, खाना-नाश्ता भी
दिल्ली के रैनबसेरों में रुकने वालों को सरकार ने नाश्ता और दोनों समय का भोजन भी उपलब्ध कराने का फैसला किया है. मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हुई दिल्ली शहरी रैनबसेरा विकास बोर्ड (डुसिब) की बैठक में इसका फैसला हुआ. एक वरिष्ठ अधिकारी ने ‘द टाइम्स ऑफ इंडिया’ को बताया, हालांकि रैनबसेरों की शुरुआत सिर्फ रात में ही उन लोगों को शरण देने के लिए हुई थी, जिनके पास कोई ठिकाना न हो. लेकिन अब ये वर्ष भर, चौबीसों घंटे उन लोगों के लिए खुले रहते हैं जिनके अपने घर इस शहर में नहीं हैं, लेकिन किसी काम से उन्हें आना पड़ा है.

सर्जरी का कमाल, फिर से मिल गए दोनों हाथ
पेशे से पेंटर राजकुमार के लिए यह नया जीवन पाने जैसा ही है. अक्टूबर 2020 में नांगलोई में साइकिल से रेलवे लाइन पार करते समय गिर जाने से उनके दोनों हाथ वहां से गुजर रही ट्रेन से कट गए थे. तीन साल बाद एक महिला के अंगदान किया. सर गंगाराम अस्पताल के डॉक्टरों ने 12 घंटे लंबे आपरेशन के बाद उसके दोनों हाथ राजकुमार को लगा दिए. यह ट्रांसप्लांट जनवरी में प्लास्टिक एवं कॉस्मेटिक सर्जरी विभाग के अध्यक्ष डॉ. महेश मंगल और 11 डॉक्टरों उनकी टीम ने किया. इस टीम में शामिल डॉ. स्वरूप सिंह गंभीर ने ‘द इंडियन एक्सप्रेस’ को बताया कि यह एक बहुत ही जटिल आपरेशन था. राजकुमार को आज अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है. अंगदान करने वाली मीना मेहता दक्षिणी दिल्ली के स्कूल की पूर्व प्रशासनिक प्रमुख थीं. उनकी किडनी फोर्टिस अस्पताल गुरुग्राम और दोनों हाथ, लिवर व कॉर्निया मरीजों को ट्रांसप्लांट करने के लिए सर गंगा राम अस्पताल को मिले थे.

सरकार की तीसरी आंख बनेगा चक्षु पोर्टल
सरकार की ओर से एक नया चक्षु पोर्टल लॉन्च किया है. यह नया पोर्टल केंद्र सरकार के संचार साथी पोर्टल के तहत काम करेगा. इस पोर्टल से फर्जी कॉल और मैसेज करके लोगों के ठगने वालों पर कार्रवाई की जा सकेगी. इस पोर्टल को केंद्रीय संचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने लॉन्च किया है. इसके अलावा डॉट का डिज़िटल इंटेलिजेंस प्लेटफॉर्म लॉन्च किया गया है. इसकी मदद से साइबर क्राइम और बैंकिंग फ्रॉड को रोकने में मदद मिलने की उम्मीद है. चक्षु एक अतिरिक्त सिटिजन सेंट्रिक सुविधा है, जो कि पहले से संचार साथी पोर्टल पर उपलब्ध है. ‘नवभारत’ के मुताबिक, इस सुविधा में यूज़र्स को फ्रॉड कॉल, मैसेज और वॉट्सऐप चैट की शिकायत करने का विकल्प मिलेगा. साथ ही बैंक अकाउंट अपडेट, केवाईसी अपडेट, पेटीएम वॉलेट, नया सिम, गैस कनेक्शन, इलेक्ट्रिसिटी कनेक्शन समेत सभी तरह के फ्रॉड रिपोर्ट किए जा सकेंगे. साइबर और वित्तीय फ्रॉड की शिकायत साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 1930 और केंद्रीय वेबसाइट https://www.cybercrime.gov.in पर भी की जा सकेगी.

चयन-संपादन | शरद मौर्य/ सुमित चौधरी

कवर | ट्विटर के सौजन्य से


अपनी राय हमें  इस लिंक या feedback@samvadnews.in पर भेज सकते हैं.
न्यूज़लेटर के लिए सब्सक्राइब करें.