बहेड़ी वालों को अब बहू के आने का इंतज़ार

  • 10:17 am
  • 18 March 2023

बहेड़ी | ताज बैंक्विट् हॉल वाली सड़क पर आबाद एक घर को दुल्हन का इंतज़ार है. झालरों की रोशनी से जगमग इस घर के बाहर कुछ लोग खड़े बतिया मिले. उनकी बातचीत के केंद्र में शादी के ही क़िस्से हैं, हालांकि इस शादी के किस्से महीने भर से सुर्ख़ियों में हैं.

फ़िल्म अभिनेत्री स्वरा भास्कर का ब्याह इसी घर के बेटे फहद से हुआ है. क़रीब एक महीने पहले कोर्ट में हुई इस शादी की बाक़ी रस्में अभी चल ही रही हैं. बृहस्पतिवार को बारात यहां से दिल्ली गई थी. दो दिनों तक दिल्ली में हुए कार्यक्रमों में शिरकत करके बाराती तो अब लौट आए हैं, मगर दूल्हा-दुल्हन और घर के कुछ ख़ास लोग अभी दिल्ली में ही हैं.

ताज बैंक्विट् हॉल वाली इस सड़क पर शहर की बेहतरीन कोठियाँ हैं. यह हैसियतदार लोगों की रिहाइश वाला इलाक़ा है. इन दिनों नगर पालिका के चुनाव की सरगर्मी के चलते इस सड़क पर रौनक़ कुछ ज़्यादा ही रहने लगी है. इस इलाक़े में रहने वाले कम से कम तीन नेता चेयरमैन पद के चुनाव के मुक़ाबले की तैयारी में हैं. समाजसेवी ज़िरार अहमद का यह घर महीने भर से अचानक चर्चा में आया, जब से उनके बेटे फ़हद अहमद की स्वरा भास्कर से ब्याह की ख़बर की शोहरत यहां आम हुई.

बीता बृहस्पतिवार इस घऱ के लोगों के लिए ख़ास दिन था, जब फ़हद की बारात यहाँ से रवाना हुई थी. कुछ ख़ास लोग ही बाराती के तौर पर दिल्ली गए. वहाँ के कार्यक्रमों में देश के बड़े सियासी नेताओं के भी पहुंचने से आयोजन कुछ और ख़ास हो गया. बारातियों के ब्याह के वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट करने बाद और शादी की दावतों का लुत्फ़ लेकर लौटे बारातियों के तजुर्बे सुनकर तो यहां के लोगों के उत्साह और उत्सुकता में और इज़ाफ़ा हो गया है. बारात में शामिल एक नौजवान को एक मस्जिद के बाहर कुछ लोग घेरे खड़े थे, और दिल्ली के प्रोग्राम के क़िस्से दिलचस्प अंदाज़ में बयान कर रहा था. गर्ज़ यह कि बॉलीवुड से बहेड़ी के इस नए रिश्ते के चर्चे शहर में आम हैं.

ब्याह के चर्चों के बीच हालांकि सियासी नज़रिये के क़यास भी कम नहीं है. दरअसल फ़हद के वालिद सियासत में दख़ल रखते हैं, और नगर पालिका के चेयरमैन का चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे थे. फ़हद ख़ुद भी सियासत में सक्रिय हैं, और महाराष्ट्र में समाजवादी पार्टी से जुड़े हैं. स्वरा भास्कर भी एक्टिविस्ट हैं, और अपने सियासी बयानों की वजह से सियासत में दिलचस्पी रखने वाली समझी जाती हैं.

इन तीनों का सियासी नज़रिया ही लोगों की सियासी चर्चा की वजह बन गया है. सोने पे सुहागा यह कि शादी में तमाम बड़े नेताओं ने शिरक़त की. किसी को लगता है कि हो न हो, आने वाली बहू बहेड़ी-पीलीभीत सीट से चुनाव लड़ जाए. यह भी कि फ़हद के वालिद का चेयरमैनी का चुनाव लड़ना तो अब पक्का है.

टेलीविज़न चैनलों और बरेली के धार्मिक नेताओं के बयान इस ब्याह को अलग नज़रिये से ही देख और पेश कर रहे हैं. उन्हें लेकर भी बहसें हैं. पर इसके साथ ही बहुतों को तो 19 मार्च को बरेली में दावत-ए-वलीमा और बहेड़ी के घर में बहू के क़दम पड़ने का इंतज़ार है.

कवर | स्वरा और फ़हद की तस्वीर ट्वीटर से


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