उस दौर में जब फ़ोटोग्राफ़ी की दुनिया के उस्ताद रंगीन तस्वीरों को गंभीरता से नहीं लेते थे, और पश्चिमी दुनिया में ब्लैक एण्ड व्हाइट फ़ोटो ही कलात्मकता की पहचान थे, रघुबीर सिंह ने हिन्दुस्तान को रंगीन तस्वीरों की मार्फ़त देखने-दिखाने की पहल की. [….]
पिछली सदी की तमाम महत्वपूर्ण घटनाओं को हम जिन तस्वीरों की मार्फ़त जानते-समझते आए हैं, और जो हमारे अवचेतन का हिस्सा भी हैं, उनके फ़ोटोग्राफ़र के तौर पर सुनील जाना का नाम मगर बहुतों की स्मृति में नहीं मिलता. [….]