लाइफ़ | फ़ोटोजर्नलिज़्म के इतिहास की महत्वपूर्ण पत्रिका

गुज़रे ज़माने में एक पत्रिका थी – लाइफ़. न्यूयॉर्क से छपती थी मगर जिसकी दिलचस्पी ज़िंदगी में थी और यही वजह है कि दुनिया भर के लोगों की इस पत्रिका में दिलचस्पी हुआ करती थी. फ़ोटोजर्नलिज़्म के  इतिहास में अहम् इस हफ़्तावार पत्रिका को आज भी उन तस्वीरों के लिए याद किया जाता है, जो ‘लाइफ़’ के फ़ोटोग्राफ़र्स ने बनाईं – दुनिया भर में घूम-घूमकर बनाईं. अल्फ़्रेड आईज़ेनस्टेड, मार्गरेट बर्क-व्हाइट, पीटर स्टैकपोल और थॉमस मैकएवॉय सरीखे फ़ोटोजर्नलिस्ट्स के साथ ही तमाम अमेरिकी फ़ोटोजर्नलिस्ट्स ने ‘लाइफ़’ ने छपने के बाद दुनिया भर में पहचान बनाई और शोहरत पाई. हेनरी कार्तिए-ब्रेसां, रॉबर्ट कापा, यूसूफ़ कार्श, गॉर्डन पार्क्स, डब्ल्यू. यूजेन स्मिथ, पॉल शटज़र, डोरोथिया लांग, निना लीन, हेनरी वेन्सन सरीखे उस्तादों ने ‘लाइफ़’ के लिए समय-समय पर काम किया. यह फ़ेहरिस्त अभी और लंबी है. 

पत्रिका का पहला अंक 23 नवम्बर, 1936 को आया. पचास पन्नों में फ़ोटोग्राफ़ और तस्वीरों के कैप्शन तक सीमित सारा टेक्स्ट. पत्रिका का उद्देश्य ही दुनिया भर की महत्वपूर्ण घटनाओं और गतिविधियों को दिखाना था, फिर चाहे वह शहर में रहने वालों के घरों में हों, या युद्ध के मैदान में, घने जंगलों में, समुद्र की गहराइयों में या फिर अंतरिक्ष में. वह सब कुछ जो देखना आनंदित करता हो, या फिर चकित भी. पत्रिका ने दुनिया को देखने का लोगों का नज़रिया ही बदल दिया. और फिर अगले 36 साल यानी 1972 तक ‘लाइफ़’ वीकली मैग्ज़ीन के तौर पर छपती रही. अमेरिकी लोगों के जीवन, फ़ैशन, फ़िल्म, सेलेब्रेटी और युद्ध की तस्वीरें ख़ास तौर पर ‘लाइफ़’ का कवर बनती रहीं.

पत्रिका नवोदित प्रतिभाओं की खोज का प्लेटफ़ॉर्म भी बनी – फ़ोटोग्राफ़र्स के साथ ही कार्टूनिस्ट, चित्रकार, इलस्ट्रेटर्स के लिए भी. पत्रिका की लोकप्रियता का अंदाज इस बात से भी लगा सकते हैं कि पहले अंक की 3,80,000 प्रतियां छपी थीं और चार महीने बाद पत्रिका की दस लाख से ज़्यादा प्रतियां छप रही थीं. एक वक़्त ऐसा भी था, जब ‘लाइफ़’ की 80 लाख प्रतियां छपतीं.  

नवम्बर 2008 में गूगल ने एक संयुक्त उद्यम के तहत ‘लाइफ़’ की तस्वीरों का डिज़िटल संग्रह तैयार करना शुरू किया. इस संग्रह में ‘लाइफ़’ के आर्काइव्ज़ से मिली ऐसी बहुत सी तस्वीरें शामिल हैं, जो कभी छपी ही नहीं. गूगल कल्चरल इंस्टीट्यूट के मार्फ़त हाई रिजोल्यूशन में ‘लाइफ़’ की 60 लाख तस्वीरें ऑनलाइन देखी भी जा सकती हैं. यहां आप ‘लाइफ़’ के कुछ कवर देख सकते हैं.    


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