माउंट एवरेस्ट | नई ऊंचाई 8,848.86 मीटर

  • 6:25 pm
  • 8 December 2020

दुनिया की सबसे ऊंची पर्वत चोटी यानी माउंट एवरेस्ट की ऊंचाई 8,848.86 मीटर (29,032 फ़ीट) मापी गई है. नेपाल और चीन के संयुक्त सर्वेक्षण के हवाले से मंगलवार को यह घोषणा की गई.

माउंट एवरेस्ट की यह ऊंचाई सर्वे ऑफ़ इंडिया के सन् 1954 में किए गए माप से 0.86 मीटर ज्यादा है. अभी तक माउंट एवरेस्ट को 8,848 मीटर ऊंचा माना जाता रहा है. कई भूवैज्ञानिक का अब तर यह मानते रहे थे कि सन् 2015 में आए भूकंप और हिमस्खलन के बाद माउंट एवरेस्ट की ऊंचाई घटी होगी.

बीबीसी हिंदी की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि यूनिवर्सिटी ऑफ़ ऑक्सफ़ोर्ड के अर्थ साइंस के प्रोफ़ेसर माइक सिअर्ले के मुताबिक़ 2015 के भूकंप के दौरान नेपाल उत्तर-दक्षिण की ओर हिमालय के देशांतर पर एक मीटर तक खिसक गया. काठमांडू घाटी के उत्तर की पहाड़ियाँ एक मीटर तक उठ गईं. नेपाली अधिकारियों ने बताया है कि इस बार की नाप में स्नो कैप को शामिल किया गया है.

इस पर प्रोफ़ेसर माइक सिअर्ले कहते हैं, “एवरेस्ट की चोटी पर हर मौसम में कई मीटर की ऊंचाई वाले स्नो कैप में अंतर आ जाता है. मॉनसून के दौरान होने वाली बर्फ़बारी की वजह से स्नो कैप दो से तीन मीटर तक बढ़ जाता है हालांकि आम तौर पर पश्चिम से पूर्व की ओर चलने वाली हवा इसे तुरंत नष्ट कर देती है.”

नेपाल की सरकार ने भूकंप तथा दूसरी प्राकृतिक वजहों से एवरेस्ट की चोटी की ऊंचाई में बदलाव की अटकलों के बाद चोटी की सटीक ऊंचाई ख़ुद ही मापने का फ़ैसला किया था. नेपाली वैज्ञानिक सन् 2017 से इस पर काम कर रहे थे. बाद में चीन ने अपने स्तर से ऊंचाई मापने का काम शुरू किया. फिर दोनों देशों ने अपने डेटा साझा किए और आज संयुक्त बयान जारी करके अपने निष्कर्ष दुनिया को बताए.

माउंट एवरेस्ट नेपाली में माउंट सागरमाथा के नाम से पहचाना जाता है और तिब्बती ज़बान में इसे चोमोलोंगमा कहते हैं.


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