‘फ़ोटो बाबा’ स्वामी सुन्दरानंद नहीं रहे

  • 10:34 pm
  • 24 December 2020

वह ऐसे फ़ोटोग्राफ़र थे, जो स्वामी भी थे. वह योगी थे, घुमक्कड़ थे और पर्यावरण के प्रति बेहद संवेदनशील इंसान. मगर उनकी आम पहचान फ़ोटो बाबा के नाम से थी.
97 वर्ष के फ़ोटो बाबा यानी स्वामी सुन्दरानंद का कल रात देहरादून में निधन हो गया.

आंध्र प्रदेश के अनंतपुर शहर से सन् 1948 में गंगोत्री दर्शन के लिए वह आए तो फिर कभी लौटे नहीं. गंगोत्री की तपोवन कुटी के साधक ने सात दशकों तक हिमालय और गंगा के स्वरूप में बदलावों को बहुत क़रीब से देखा, साथ ही उसकी तस्वीरें भी बनाते रहे. ‘हिमालयः थ्रू द लेंस ऑफ़ अ साधु’ उनकी ऐसी ही तस्वीरों की किताब है.

हिमालय क्षेत्र में पर्यावरण के प्रति उनका समर्पण भाव अद्वितीय था. लोगों में जागरूकता के इरादे से गंगोत्री में उन्होंने ‘तपोवनम् हिरण्यगर्भ आर्ट गैलरी’ बनाई, जहाँ प्रकृति, पर्यावरण और हिमालय की सांस्कृतिक छटा संजाए तस्वीरों का बड़ा संग्रह है. उनके संग्रह में क़रीब ढाई लाख फ़ोटोग्राफ़्स हैं.

उत्तरकाशी में अंतिम दर्शन के लिए रखे जाने के बाद उनकी पार्थिव देह शुक्रवार को गंगोत्री ले जाएंगे, जहां तपोवन कुटी के क़रीब उन्हें समाधि दी जाएगी. तपोवन कुटी आजीवन उनकी उनकी साधना स्थली रही है.

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फ़ोटोग्राफ़र

कैटलॉग | इण्डिया – हेनरी कार्तिए-ब्रेसाँ


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