जज के जज़्बे से इतिहास का अनजाना कालखंड सामने आया

  • 6:36 pm
  • 25 September 2023

कोलकाता के टाउनहॉल में इन दिनों तस्वीरों की एक प्रदर्शनी चल रही है – ‘द सिटी ऑफ़ कोलकाता एण्ड इट्स लाइफ़: 1870-1920’. ग्लास नेगेटिव से तैयार की गई इन तस्वीरों में शहर और शहरियों की ज़िंदगी की तमाम अनूठी छवियाँ हैं. इस प्रदर्शनी में शामिल 70 फ़ोटोग्राफ़्स में दूसरे विश्व युद्ध के दौरान रेड रोड पर उतरते हुए एयर फ़ोर्स के लड़ाकू विमानों की तस्वीर है तो पहले विश्व युद्ध के दिनों में ईडन गार्डन की छवि और कालीघाट के श्मशान पर अंत्यष्टि करती महिलाओं की तस्वीर भी.
इन तस्वीरों को दुनिया के सामने लाने का श्रेय पश्चिम बंगाल के एडमिनिट्रेटर जनरल और आफ़िशियल ट्रस्टी बिप्लब राय को जाता है, जिनके दफ़्तर के रिकॉर्ड रूम से ग्लास निगेटिव और फ़ोटोग्राफ़्स ख़ासी ख़राब हालत में मिले थे और जिन्हें दुरुस्त करके ये तस्वीरें बनाई गईं. उन्होंने ‘द हिंदू’ को बताया कि यह ज़िम्मेदारी संभालने के पहले वह कृष्णनगर में एडिशनल डिस्ट्रिक्ट जज थे और तब तक धरोहरों को संजोने में उनकी ख़ास दिलचस्पी नहीं थी. बरसों से बंद पड़े उनके दफ़्तर के रिकॉर्ड रूम से ग्लास नेगेटिव्स और तस्वीरों के साथ ही पुराने हथियार, सोने के बटन और कई पेंटिंग्स भी मिली हैं.

मार्को बेज़ेची

इटली के मार्को बेज़ेची बने मोटोजीपी भारत के विजेता
नोएडा के बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट में मोटोजीपी के फ़ाइनल मुक़ाबले में इटली के मार्को बेज़ेची विजेता रहे. ‘प्रभात ख़बर’ के मुताबिक़, भारत में पहली बार हुई इस प्रतियोगिता में मोटोजीपी रेस का ख़िताब जीतने वाले वह पहले रेसर बने. दूसरे स्थान पर स्पेन के जे.मार्टिन और तीसरे नंबर पर रहे आर क्वारतारो के बीच आख़िरी लैप में मुक़ाबला हुआ. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बेज़ेची को भारत के मानचित्र वाली ट्रॉफी दी. (फ़ोटो | विवेक निगम/ इंस्टाग्राम)

11 पदकों के साथ भारत 11 पदकों के साथ पांचवें पायदान पर

एशियन खेलों में दो स्वर्ण, तीन रजत तथा छह कांस्य पदक जीतकर भारत पांचवें पायदान पर है. 32 स्वर्ण, 13 रजत और 5 कांस्य पदकों के साथ चीन पहले स्थान पर है. दक्षिण कोरिया दूसरे, उज्बेकिस्तान तीसरे, जापान चौथे तथा भारत पांचवें नंबर पर है. ‘डीएनए’ में ख़बर है कि निशानेबाज़ी, पुरुषों की 10 मीटर एयर राइफ़ल टीम में दिव्यांश सिंह पंवार, रुद्रांक्ष पाटिल और ऐश्वर्य प्रताप सिंह तोमर की तिकड़ी ने 2023 एशियाई खेलों में भारत को पहला स्वर्ण पदक दिलाया. महिला क्रिकेट भारतीय टीम ने फ़ाइनल में श्रीलंका को 19 रन से हराकर स्वर्ण पदक देश के नाम कर लिया.

न्यूजर्सी में दुनिया के दूसरे बड़े मंदिर का उद्घाटन 8 अक्टूबर को
भारत के बाहर दुनिया का सबसे बड़े मंदिर का उद्घाटन आठ अक्टूबर को न्यूजर्सी में होगा. अंकोरवाट के बाद यह दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मंदिर है. ‘नवभारत टाइम्स’ के मुताबिक़, स्वामीनारायण अक्षरधाम मंदिर न्यूजर्सी के रॉबिंसविले शहर में स्थित है. इसका निर्माण 2011 में शुरू हुआ था, और इसे 183 एकड़ ज़मीन में बनाया गया है. यह मंदिर प्राचीन भारतीय संस्कृति को ध्यान में रखकर बनाया गया है. इसमें दस हज़ार मूर्तियों, भारतीय संगीत, वाद्ययंत्रों सहित प्राचीन भारतीय संस्कृति को दर्शाया गया है. मंदिर में इस्तेमाल हुए पत्थरों पर नक्काशी का सारा काम भारत में ही हुआ है.

मूडीज़ ने कहा- आधार का बायोमेट्रिक सिस्टम अविश्वसनीय
भारत के आधार कार्ड की सुरक्षा और विश्वसनीयता संदिग्ध है. यह बात ग्लोबल रेटिंग कंपनी मूडीज़ इनवेस्टर्स सर्विस ने कही है. उसने इसे मौसम से जोड़ा है. हालांकि उसने आधार को दुनिया का सबसे बड़ा डिजिटल पहचान पत्र कार्यक्रम क़रार दिया है. फिर भी, कंपनी ने कहा है कि नम मौसम में यह अक्सर काम नहीं करता. इससे न केवल आधार का बायोमेट्रिक सिस्टम अविश्वसनीय हो जाता है बल्कि आधार कार्ड धारकों की निजी जानकारियों की सुरक्षा पर भी सवाल खड़े होते हैं. ‘द हिंदू’ की ख़बर कहा गया है कि ख़ास तौर से गर्मी-उमस के बीच काम कर रहे मजदूरों की बायोमेट्रिक पहचान पर भरोसा करना मुश्किल है. भारत में ऐसा मौसम आम है.

फ़ोटो | एनबीसी के सौजन्य से

बुद्ध की बेशकीमती मूर्ति चोरी
लॉस एंजिल्स में वेस्ट हॉलीवुड के क़रीब एक आर्ट गैलरी से बुद्ध की क़रीब 250 पाउंड वज़न की मूर्ति चोरी हो गई. जापान के ईदो काल (1603-1867) की बनी इस मूर्ति क़ीमत क़रीब 1.5 मिलियन डॉलर बताई गई है. सीसीटीवी फ़ुटेज से पता चलता है कि चोर सोमवार की सुबह पौने चार बजे एक ड्राइववे गेट से अंदर घुसा और 25 मिनट में मूर्ति लेकर चला गया. एनबीसी के मुताबिक पुलिस चोरी का सुराग लगा रही है.

चार महीने से लापता पत्रकार सुरक्षित
पाकिस्तानी टीवी एंकर इमरान रियाज ख़ान क़रीब चार महीने से लापता थे. अब वह अपने घर पर घर के लोगों के साथ रह रहे हैं. पंजाब के महानिरीक्षक ने इसकी पुष्टि की है. ‘डॉन’ के मुताबिक़, रियाज ख़ान को आख़िरी बार गिरफ्तारी के बाद कैंट पुलिस स्टेशन और बाद में सियालकोट जेल ले जाने की जानकारी थी. 15 मई को एक कानून अधिकारी ने लाहौर उच्च न्यायालय को बताया कि पत्रकार को लिखित में शपथ-पत्र देने के बाद जेल से रिहा कर दिया गया था. उसके बाद से उनका ठिकाना किसी को नहीं मालूम था.

चयन-संपादन | सुमित चौधरी

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