सातवां दिन | घटाटोप के बीच स्वप्निल किरण
ज़िंदगी उम्मीद और निराशा, जीत और हार, सुख और दुख की धूप और छाया का खेल है और खेल की ज़िंदगी भी इससे अलग कहां है. जिनसे अधिक की उम्मीद होती है, वे निराश कर देते हैं और जिनसे कोई उम्मीद रहती नहीं, वे ऐन उस वक्त उम्मीद की एक किरण से निराशा के घटाटोप में रोशनी बिखेर देते हैं, जब उसकी सख़्त ज़रूरत होती है.
पेरिस ओलंपिक में बृहस्पतिवार का दिन बिलकुल ऐसा ही था. धूप-छाया सा. जिसमें जीत की थोड़ी-सी धूप थी और हार की निराशा के घने बादल. हार इतनी अप्रत्याशित और निराशा से भर देने वाली थीं कि मिली एक जीत ही बेअसर महसूस होने लगी. ये ऐसी हार थीं जिनसे भारत को पदकों की लगभग निश्चित उम्मीद थी. लेकिन क्या मलाल करना, ज़िंदगी का खेल और खेल की ज़िंदगी ऐसी ही तो होती है.
यह पेरिस ओलंपिक में भारत के लिए एक बेहद निराशाजनक दिन था, जिसमें एक नहीं बल्कि पदक के कई बहुत ही मज़बूत दावेदार खेत रहे. और इस निराशा के बीच शूटिंग में स्वप्निल कुसाले का कांस्य पदक एकमात्र आशा की किरण रहा.
ये दिन की अच्छी शुरुआत थी. पुणे के 28 वर्षीय स्वप्निल कुसाले ने पुरुषों के 50 मीटर एयर राइफ़ल 3 पोज़िशन के फ़ाइनल में 451.4 अंकों के साथ कांस्य पदक जीतकर भारत की पदक तालिका में तीसरा पदक जोड़ा. वे इस इवेंट में पहले भारतीय ओलंपिक पदक विजेता हैं. उन्होंने नीलिंग और प्रोन राउंड में क्रमशः 153.3 और 156.8 का स्कोर किया. इससे पहले वे क्वालिफ़िकेशन राउंड में 590-38x स्कोर के साथ सातवें स्थान पर रहे थे. इस स्पर्धा का स्वर्ण, चीन के लियू यू कुन ने कुल 463.6 के साथ ख़िताब जीता. इस स्पर्धा का विश्व रिकॉर्ड (468.9) भी उनके पास हैं. यूक्रेन के सेरही कुलिश ने 461.3 स्कोर के साथ रजत पदक हासिल किया.
आज़ादी के बाद भारत के लिए एक ओलंपिक में एक खेल के सबसे अधिक पदक इस बार शूटिंग में आए हैं. इससे पहले 2012 के लंदन ओलंपिक में शूटिंग और कुश्ती में और 2020 के टोक्यो ओलंपिक में कुश्ती में दो-दो पदक जीते थे.
और इसके बाद पूरा दिन निराशा से भरा हुआ.
सिफ्त कौर सामरा महिलाओं की राइफ़ल 50 मीटर 3 पोजीशन स्पर्धा की विश्व रिकॉर्ड धारी हैं. उनसे पदक की बहुत उम्मीदें थीं. शूटिंग में ही मिले तीन पदकों के बाद इनसे उम्मीद कुछ और ज्यादा हो चली थी. लेकिन वे इस स्पर्धा के फ़ाइनल में भी जगह बनाने से चूक गईं. 22 वर्षीय सिफ्त ने अपने ओलंपिक डेब्यू पर कुल 575-22x का स्कोर करके 31वां स्थान हासिल किया. इस स्पर्धा में भाग ले रहीं मौदगिल 584-26x के स्कोर के साथ 18वें स्थान पर रहीं. यह उल्लेखनीय है कि अमेरिका की सेगेन मदाल्डेना और चीन की झांग कियोनग्यू ने 593 स्कोर का ओलंपिक क्वालिफ़िकेशन रिकॉर्ड बनाया. सामरा ने 2023 में ही एशियन गेम्स में 469.6 स्कोर का विश्व रिकॉर्ड बनाकर स्पर्धा का स्वर्ण पदक जीता था. उन्होंने पिछले साल वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स में व्यक्तिगत और टीम दोनों स्पर्धाओं में 50 मीटर राइफ़ल 3 पोज़िशन का ख़िताब भी जीता था.
पदक की एक और प्रबल दावेदार मुक्केबाज़ निखत जरीन थीं. वे महिलाओं के 50 किलोग्राम भार वर्ग में लगातार दो साल से 2022 और 2023 की विश्व चैंपियन हैं. लेकिन कल उन्हें भी प्री-क्वार्टर फ़ाइनल में सर्व-सम्मत निर्णय से हार का सामना करना पड़ा. नॉर्थ पेरिस एरिना में खेले गए इस मुक़ाबले में उनका सामना चीन की शीर्ष वरीयता प्राप्त वू यू से था. वे शुरू से ही निखत पर हावी रहीं. हालांकि निखत ने रविवार को शानदार अंदाज में ओलंपिक में डेब्यू किया था और राउंड ऑफ़ 32 में जर्मनी की मैक्सी कैरिना क्लोएट्ज़र को सर्वसम्मत निर्णय से हराया था.
बैडमिंटन में भी भारत के लिए दिन निराशाजनक रहा.
पुरुष युगल क्वार्टरफ़ाइनल में सात्विक साईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी, मलेशिया के आरोन चिया और सोह वूई यिक से 21-13, 14-21, 16-21 से हार गए. बैडमिंटन रैंकिंग में तीसरे स्थान काबिज़ और टोक्यो 2020 की कांस्य पदक विजेता चिया-सोह की जोड़ी ने इस जीत के बाद ओलंपिक में लगातार दूसरी बार सेमीफ़ाइनल में जगह बनाई है. पहले गेम में भारतीय जोड़ी हावी रही और गेम आसानी से 21- 13 से जीत लिया. लेकिन चिया-सोह ने पलटवार करते हुए दूसरा गेम 21- 14 से जीत लिया. निर्णायक तीसरे गेम में, मलेशियाई जोड़ी ने धैर्य बनाए रखा और ये गेम 21-16 से जीता. सात्विक-चिराग के ख़िलाफ़ पिछले चार मैचों में ये चिया सोह की पहली जीत है. पिछले साल एशियन गेम्स के ख़िताब की राह में सात्विक-चिराग ने सेमीफ़ाइनल में चिया-सोह को हराया था.
लक्ष्य सेन और एच एस प्रनॉय के बीच प्री-क्वार्टर फ़ाइनल मैच इस दृष्टि से बेहद निराशाजनक था कि दोनों भारतीय प्री-क्वार्टर फ़ाइनल स्टेज पर ही आमने-सामने थे और इससे कम से कम एक भारतीय का सफ़र यहीं ख़त्म हो जाना था. हालांकि इसका एक सकारात्मक पक्ष ये था कि एक भारतीय का क्वार्टर फ़ाइनल में पहुंचना सुनिश्चित था. इस मैच में लक्ष्य सेन ने आसानी से लक्ष्य सेन ने एचएस प्रणॉय को आसानी से 21- 12,21- 06 से हरा दिया. 22 वर्षीय सेन ओलंपिक में क्वार्टरफ़ाइनल में जगह बनाने वाले सिर्फ़ तीसरे भारतीय पुरुष एकल बैडमिंटन खिलाड़ी हैं. इससे पहले केवल पारुपल्ली कश्यप (लंदन 2012) और किदांबी श्रीकांत (रियो 2016) ने यह उपलब्धि हासिल की थी. क्वार्टरफ़ाइनल में कल सेन का मुकाबला 12वीं वरीयता प्राप्त चीनी ताइपे के चाउ टिएन चेन से होगा. उन्होंने लक्ष्य सेन के ख़िलाफ़ अपने पिछले चार मैचों में से तीन में जीत हासिल की है.
पेरिस में भारत के लिए पदक की एक और दावेदार और पिछले दो ओलंपिक में पदक विजेता पीवी सिंधु को चीन की ही बिंग जियाओ के ख़िलाफ़ 19-21, 14-21 से हार का सामना करना पड़ा. ला चैपल एरिना में 56 मिनट तक चले मैच के पहले गेम में दुनिया की 13वें नंबर की खिलाड़ी सिंधु ने शानदार खेल दिखाया. पर गेम 19-21 से हार गईं. चीनी शटलर ने दूसरे गेम में शुरुआती आठ अंकों की बढ़त हासिल कर ली. हालांकि सिंधु ने वापसी की कोशिश की लेकिन तब तक देरी हो चुकी थी.
भारतीय पुरुष हॉकी टीम को पूल बी के अपने मैच में मौजूदा ओलंपिक चैंपियन बेल्जियम से 2-1 से हार का सामना करना पड़ा. 18वें मिनट में फॉरवर्ड अभिषेक ने गोल करते हुए भारत को पहले हाफ़ में बढ़त दिला दी. लेकिन दूसरे हाफ़ के शुरू में ही 33वें मिनट में थिब्यू स्टॉकब्रोएक्स बराबरी दिला दी. इसके बाद 44वें मिनट में जॉन डोहमेन ने विजयी गोल किया. भारत की ये पहली हार थी. भारत ने अपने पिछले दो मैच न्यूज़ीलैंड से 3-2 से और आयरलैंड से 2-0 से जीते थे जबकि अर्जेंटीना के साथ मुकाबला 1-1 से बराबरी पर रहा. बेल्जियम ने अपनी जीत का सिलसिला बरकरार रखा. इससे पहले बेल्जियम ने आयरलैंड को 2-0 से, न्यूज़ीलैंड को 2-1 से हराया और टोक्यो 2020 के रजत पदक विजेता ऑस्ट्रेलिया को 6-2 से हराया था. भारत पहले ही क्वार्टरफ़ाइनल में अपनी जगह पक्की कर चुका है.
एथलेटिक्स में भारतीय एथलीट प्रियंका गोस्वामी 20 किलोमीटर पैदल चाल में 41वें स्थान पर रहीं. 28 वर्षीय धावक ने अपने दूसरे ओलंपिक प्रदर्शन में ट्रोकाडेरो में 1:39:55 का समय दर्ज किया. पेरिस में इस इवेंट में वह एकमात्र भारतीय प्रतिभागी थीं. चीन की यांग जिआयु ने 1:25:54 के सीज़न-सर्वश्रेष्ठ समय के साथ स्वर्ण पदक जीता. स्पेन की मारिया पेरेज़ ने भी सीज़न का सर्वश्रेष्ठ 1:26:19 दर्ज करते हुए रजत पदक जीता और ऑस्ट्रेलिया की जेमिमा मोंटेग ने 1:26:25 के ओशिनियाई रिकॉर्ड के साथ कांस्य पदक जीता.
पुरुषों की 20 किलोमीटर पैदल चाल स्पर्धा में भारत के 28 वर्षीय विकास सिंह ने 1:22:36 समय दर्ज किया और 30वें स्थान पर रहे. इस स्पर्धा में हिस्सा लेने वाले तीन भारतीय एथलीटों में वे सबसे आगे रहे. वे पिछले साल एशियन गेम्स में इस स्पर्धा में पांचवें स्थान पर रहे थे. परमजीत सिंह बिष्ट अपने ओलंपिक डेब्यू में 1:23:48 समय के साथ 37वें स्थान पर रहे. जबकि राष्ट्रीय रिकॉर्ड होल्डर अक्षदीप सिंह 06 किलोमीटर के बाद बाहर हो गए. वे रेस पूरी नहीं कर सके. इस स्पर्धा का स्वर्ण पदक 1:18:55 समय के साथ इक्वाडोर के ब्रायन डेनियल पिंटाडो ने जीता. ब्राजील के काइओ बोनफिम ने 1:19:09 का समय निकाल कर रजत और स्पेन के अल्वारो मार्टिन ने 1:19:11 के समय के साथ कांस्य पदक जीता.
तीरंदाज़ी में भारतीय तीरंदाज़ों का प्रदर्शन कल भी जारी रहा. प्रवीण जाधव पुरुषों की एकल स्पर्धा के राउंड ऑफ़ 64 में चीन के काओ वेन चाओ से 6-0 से हार गए. और उनका दूसरा ओलंपिक भी बिना पदक के समाप्त हो गया. इस मैच में उनके चीनी प्रतिद्वंद्वी ने बहुत कम ग़लतियां की. उन्होंने अपने नौ तीरों में से छह में 10 का स्कोर किया. इस बीच, 28 वर्षीय जाधव ने जवाब में केवल चार बार 10 पर निशाने लगा पाए और इस तरह काओ वेनचाओ ने तीन सेटों के बाद प्रतियोगिता जीत ली. इससे पहले, जाधव भारतीय पुरुष तीरंदाज़ी टीम का भी हिस्सा थे और क्वार्टरफ़ाइनल में कांस्य पदक विजेता तुर्की से हार गए थे.
सेलिंग में नेत्रा कुमानन डिंगी सेलिंग रेस 1 स्पर्धा में छठे स्थान पर रहीं. इस स्पर्धा में कुल 10 रेस होंगी. सीरीज के अंत में शीर्ष 10 में जगह बनाने वाली नौकाएं पदक राउंड में पहुंचेंगी. 26 वर्षीय नेत्र टोक्यो में 35वें स्थान पर रही थीं और पिछले साल एशियन गेम्स के चौथे स्थान पर. जबकि पुरुषों के डिंगी इवेंट में हिस्सा लेते हुए विष्णु सरवनन अपनी पहली रेस में 10वें और दूसरी में 34वें स्थान पर रहे. इस तरह कुल मिला कर 25 वर्षीय सरवनन 44 अंकों के साथ 25वें स्थान पर हैं. परागुवे के स्टेफानो पेस्चिएरा पहले,ऑस्ट्रेलिया के मैट वेर्न दूसरे और पुर्तगाल के एडुआर्डो मार्क्स तीसरे स्थान पर काबिज हैं. सरवनन टोक्यो में 20वें स्थान पर रहे थे. जबकि पिछले साल हांगझोऊ में आयोजित एशियन गेम्स में कांस्य जीता था.
गोल्फ़ में शुभंकर शर्मा और गगनजीत भुल्लर ने पहला राउंड पूरा किया. दोनों गोल्फ़रों ने आज ओलंपिक डेब्यू किया. शुभंकर कुल 70 के स्कोर के साथ T29 रैंक पर रहे, जबकि भुल्लर कुल 75 के साथ T56 स्थान पर रहे. इस कोर्स के लिए पार 71 है.
कल सातवें दिन की समाप्ति पर पदक तालिका में काफ़ी फेरबदल हो गया है. अब चीन सबसे ऊपर है. उसने अब तक 11 स्वर्ण, 07 रजत और 06 कांस्य पदक सहित कुल 24 पदक जीते हैं. अमेरिका अब दूसरे स्थान पर आ गया है. उसने 09 स्वर्ण, 15 रजत और 13 कांस्य पदक सहित कुल 37 पदक जीते हैं. जबकि फ्रांस 08 स्वर्ण, 11 रजत और 08 कांस्य सहित कुल 27 पदक लेकर तीसरे स्थान पर बना हुआ है. भारत 03 कांस्य पदकों के साथ 44वें स्थान पर आ गया है.
और चलते चलते
एक, तो यह कि अगर ओलंपिक में विवाद न हों और स्कैंडल न हों तो काहे के ओलंपिक. ऐसे ही एक विवाद के चलते कनाडा फ़ुटबॉल टीम की मुख्य कोच बेव प्रिस्टमैन ने अपने पद से इस्तीफ़ा दे दिया है. यह कदम उन्होंने फीफा द्वारा उन पर 12 महीने का प्रतिबंध लगाने के बाद लिया है. उन पर आरोप है कि उन्होंने अपनी प्रतिद्वंद्वी टीम न्यूजीलैंड टीम के प्रैक्टिस सेशन की ड्रोन के ज़रिये जासूसी कराई.
दो, ‘गेम ऑफ़ थ्रोन्स’ का ‘द रेन्स ऑफ़ कैस्टामेरे’ एपिसोड याद है न, जो रेड वेडिंग के लिए जाना जाता है. इसमें स्टार्क परिवार को उत्तरी सेना के साथ लॉर्ड वाल्डर फ्रे के हाथों काफ़ी नुक़सान उठाना पड़ा था. आयरिश तैराक डैनियल विफेन अपने जुड़वा भाई के साथ एक कलाकार के रूप में प्रतिष्ठित एपिसोड में थे. इसका प्रसारण जून 2013 में हुआ था. ग्यारह साल बाद, अब 23 साल के विफेन ने पेरिस ओलंपिक में पुरुषों की 800 मीटर फ़्रीस्टाइल स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता.
अपने दूसरे ओलंपिक खेलों में तैराकी करते हुए उन्होंने 7:38.19 का समय लेकर ओलंपिक रिकॉर्ड तोड़ दिया. इससे पहले टोक्यो 2020 में 7:41.28 समय के साथ तैराकी का यह रिकॉर्ड यूक्रेन के मायखाइलो रोमनचुक के नाम दर्ज था.
तीन, दक्षिण कोरिया की किम ये जिन के बाद अब तुर्की के 51वर्षीय शूटर यूसुफ डोकिक भी अपने स्वैग और कूल स्टाइल के लिए चर्चा में आ गए हैं. वे स्पेशल लैंस, आई गार्ड और इयर प्रो के शूटिंग कर रहे थे.
कवर | X/@tendulkar
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