चौथा दिन | मनु और सरबजोत के नाम

पेरिस ओलंपिक का चौथा दिन. जैसे-जैसे प्रतियोगिता आगे बढ़ रही है, खिलाड़ियों के बीच संघर्ष कुछ और सघन होता जा रहा है, श्रेष्ठता के पैमाने ऊंचे होते जा रहे हैं, खेल प्रेमियों की भावनाएं हिलोरें मारने लगी हैं. सफलताओं की नई इबारतें लिखी जाने लगी हैं. कुछ इतिहास मिटा दिए गए, कुछ नए सिरे से लिखे गए. सफलता की नई इबारतें लिखी गई, पुरानी मिटा दी गईं.

मंगलवार को सफलता की एक नई इबारत भारतीय खिलाड़ियों ने भी लिखी. भारतीय खेल इतिहास में एक नया सफ़ा जोड़ा भारतीय निशानेबाजों ने. भारत के लिए एक पदक दांव पर था 10 मीटर एयर पिस्टल की मिश्रित टीम स्पर्धा में. टीम में मनु भाकर और सरबजोत सिंह थे और उनका सामना दक्षिण कोरिया की ली वोन्हो और ओ ये जिन की जोड़ी से था. ओ ये जिन वही खिलाड़ी हैं जिन्होंने रिकॉर्ड के साथ एक दिन पहले ही महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा का स्वर्ण पदक जीता था. लेकिन यहां भारतीय जोड़ी ने शानदार शूटिंग की और दक्षिण कोरियाई जोड़ी को 16-10 से हराकर भारत को कांस्य पदक दिला दिया. भारत का और मनु का ये दूसरा पदक था.

जहां यह जोड़ी ओलंपिक में टीम स्पर्धा का पदक जीतने वाली पहली भारतीय जोड़ी बन गई है, वहीं मनु एक ही ओलंपिक में दो पदक जीतने वाली पहली भारतीय. सरबजोत ने ये पदक जीतकर अपनी पुरुष स्पर्धा के फ़ाइनल में न पहुंच पाने की निराशा को दूर किया. उस स्पर्धा में वे प्रतिद्वंद्वी खिलाड़ी के साथ समान स्कोर पर थे, लेकिन कम इनर 10 लगाने के कारण फ़ाइनल की दौड़ से बाहर हो गए थे. और इस बार दो पदक जीतकर मनु ने टोक्यो ओलंपिक की निराशा को दूर किया.

इस स्पर्धा का स्वर्ण पदक सर्बिया के जोराना अरुनोविक और दामिर मिकेक ने और रजत पदक तुर्की के सेवल इलैदा तारहान और यूसुफ डिकेक ने जीता.

लेकिन निशानेबाज़ी की ट्रैप स्पर्धा में भारतीय शूटरों ने निराश किया. पुरुष स्पर्धा में क्वालिफ़िकेशन राउंड के दूसरे दिन पृथ्वीराज टोंडाइमान 21वें स्थान पर रहे और फ़ाइनल में नहीं पहुंच सके. 37 वर्षीय भारतीय निशानेबाज ने पांच राउंड में 22, 25, 21, 25 और 25 का स्कोर दर्ज किया. टोंडाइमन इस बार पुरुषों की ट्रैप स्पर्धा में डेब्यू करने वाले एकमात्र भारतीय निशानेबाज़ थे. उन्होंने अपने कॅरिअर में एक बार विश्व कप जीता है. तीन साल पहले नई दिल्ली में ट्रैप टीम में स्वर्ण पदक जीता था.

महिला वर्ग में पहले दिन तीन राउंड के बाद राजेश्वरी सिंह 21वें और श्रेयसी सिंह 22वें स्थान पर हैं. शेष दो राउंड आज होंगे.

हॉकी में भारतीय पुरुष टीम ने यवेस-डु-मनोइर स्टेडियम में पूल बी के एक मैच में आयरलैंड के ख़िलाफ़ 2-0 से शानदार जीत हासिल की. तीन अंकों के साथ भारत अब पूल बी में शीर्ष पर पहुंच गया. दोनों गोल भारत के कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने किए. पहला गोल 11वें मिनट में पेनाल्टी स्ट्रोक से और दूसरा गोल 19वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर से आया. अब पेरिस ओलंपिक में उनके गोलों की संख्या चार हो गई. पिछले कांस्य पदक विजेता भारत का पहले हाफ़ में दबदबा रहा. दूसरे हाफ़ में संघर्ष करने के बावजूद आयरलैंड वापसी करने में विफल रहा. भारत की क्वार्टर फ़ाइनल में जगह पक्की हो गई है.

तीरंदाज़ी में भारत का ख़राब प्रदर्शन चौथे दिन भी जारी रहा. महिलाओं की व्यक्तिगत स्पर्धा में अंकिता भकत पहले दौर में ही बाहर हो गईं. 26 वर्षीय 11वीं रैंकिंग वाली भकत पोलैंड की 54वीं रैंकिंग वाली वियोलेटा मैसजोर से 6-4 से हार गईं.

भजन कौर ने उम्मीद जगाए रखीं. उन्होंने अपने पहले दौर के मैच में इंडोनेशिया की सईफा नूरफीफा कमल के ख़िलाफ़ 7-3 से जीत हासिल की. इंडोनेशियाई तीरंदाज़ ने दो सेटों के बाद 3-1 की बढ़त ले ली थी लेकिन भजन लगातार तीन सेट जीतकर वापसी की और मुक़ाबला जीत लिया. उसके बाद दूसरे दौर के मैच में पोलैंड की वियोलेटा मैसजोर को 60 से हराकर प्री क्वार्टर फ़ाइनल में प्रवेश किया.

उधर पुरुषों की व्यक्तिगत स्पर्धा में धीरज बोम्मादेवरा दूसरे दौर के मैच में कड़े मुक़ाबले में कनाडा के एरिक पीटर्स से शूट ऑफ़ में हार गए.

बैडमिंटन में भारत के तीसरी वरीयता प्राप्त सात्विकसाईराज रेंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की जोड़ी ने अपने अंतिम ग्रुप सी मैच में इंडोनेशियाई जोड़ी फ़जर अल्फियान और मुहम्मद रियान अर्दियांतो को सीधे सेटों में 21-13, 21-13 से हरा दिया. इस जोड़ी ने अब क्वार्टरफ़ाइनल में जगह पक्की कर ली है और ऐसा करने वाली ये पहली भारतीय जोड़ी है. सात्विक-चिराग दो मैचों में दो जीत के साथ ग्रुप सी स्टैंडिंग में शीर्ष पर रहे.

लेकिन महिला युगल स्पर्धा में तनीषा क्रेस्टो और अश्विनी पोनप्पा की भारतीय बैडमिंटन जोड़ी ग्रुप मैच में ऑस्ट्रेलिया की सेत्याना मापसा और एंजेला यू की जोड़ी से खिलाफ 21-15, 21-10 से हार गईं. भारतीय जोड़ी की ये लगातार तीसरी हार थी. ग्रुप में सबसे नीचे रहते हुए उन्होंने अपना अभियान समाप्त किया.

मैच के बाद पोनप्पा ने घोषणा की कि उन्होंने अपना आख़िरी ओलंपिक मैच खेल लिया है. तीन बार की ओलंपियन पोनप्पा ने कहा, “यह भावनात्मक और मानसिक रूप से बहुत बड़ी बात है, मैं दोबारा इससे नहीं गुज़र सकती. यह आसान नहीं है, अगर आप थोड़े छोटे होते हैं तो आप इन सब चीज़ों से गुज़र सकते हैं. इतने लंबे समय तक खेलने के बाद , मैं इसे अब और नहीं सह सकती.” अपने अंतरराष्ट्रीय कॅरिअर में, पोनप्पा ने छह कॉमनवेल्थ गेम्स पदक जीते हैं, जबकि विश्व चैंपियनशिप और एशियाई खेलों के पोडियम पर भी जगह बनाई है.

मुक्केबाज़ी में भी भारतीय मुक्केबाज़ों का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा. अमित पंघल पुरुषों के 51 किग्रा वर्ग में राउंड ऑफ 16 में हार गए. एशियन गेम्स के चैंपियन पंघल एक क़रीबी मुक़ाबले में जाम्बिया के तीसरी वरीयता प्राप्त पैट्रिक चिनयेम्बा से 4:1 से हार गए. महिलाओं के 57 किलोग्राम वर्ग के राउंड ऑफ 32 में भारत की जैस्मीन लम्बोरिया फिलिपींस की नेस्टी पेटेसियो से 50 से हार गईं. प्रीति पवार भी महिलाओं के 54 किलोग्राम वर्ग के राउंड ऑफ़ 16 मुक़ाबले में कड़े संघर्ष के बाद कोलंबिया की येनी एरियास से 3:2 से हार गईं.

रोइंग में एकमात्र भारतीय रोवर बलराज पंवार कल पुरुष एकल स्कल्स स्पर्धा के क्वार्टरफ़ाइनल-4 में पांचवें स्थान पर रहे. 25 वर्षीय आर्मी मैन ने 7:05.10 का समय दर्ज किया और मौजूदा ग्रीष्मकालीन खेलों में पदक की दौड़ से बाहर हो गए.

ब्रिटेन के नाथन हेल्स ने अपने ओलंपिक डेब्यू में पुरुषों की ट्रैप शूटिंग प्रतियोगिता नए ओलंपिक रिकॉर्ड के साथ जीत ली. 28 वर्षीय ब्रिटिश निशानेबाज ने फ़ाइनल में 48 का स्कोर बनाया. उन्होंने डेविड कोस्टेलेकी के टोक्यो में बनाए गए 43 के स्कोर का रिकॉर्ड तोड़ा. हेल्स ने जुलाई 2023 में 49 के स्कोर के साथ विश्व रिकॉर्ड भी बनाया है. इस स्पर्धा का रजत पदक चीन की क्यूई यिंग ने और ग्वाटेमाला के जीन पियरे ब्रोल कर्डेनस ने कांस्य पदक जीता. यह चीन का पुरुष ट्रैप स्पर्धा का पहला ओलंपिक पदक था जबकि ग्वाटेमाला ने ग्रीष्मकालीन खेलों के इतिहास में अपना दूसरा पदक जीता.

टेनिस की महिला एकल स्पर्धा में दूसरी वरीयता प्राप्त अमेरिका की कोको गफ क्रोशिया की वेकिक से सीधे सेटों में हारकर प्रतियोगिता से बाहर हो गई.

चौथे दिन की समाप्ति के बाद पदक तालिका में जापान 07 स्वर्ण, 02 रजत और 04 कांस्य पदक सहित कुल 13 पदकों के साथ शीर्ष पर बना हुआ है. चीन नंबर दो पर आ गया है. उसने अब तक 06 स्वर्ण, 06 रजत और 02 कांस्य पदक जीते हैं. तीसरे स्थान पर ऑस्ट्रेलिया है. उसने 06 स्वर्ण, 04 रजत और 01 कांस्य पदक जीता है. भारत दो कांस्य पदक जीतकर 33वें स्थान पर है.

और चलते-चलते यह कि मिस्र की तीन बार की ओलंपियन फेंसर नादा हफीज ने इस प्रतियोगिता में अकेले भाग नहीं लिया बल्कि उनके साथ था उनका सात माह का गर्भस्थ शिशु.

उन्होंने पहले दौर के मैच में 10वीं वरीयता प्राप्त खिलाड़ी एलिजाबेथ टार्टाकोवस्की के ख़िलाफ़ मैच 15/17 से जीत लिया.लेकिन अगले दौर के मैच में दक्षिण कोरिया की जियोन हायोंग से 07/15 से हार गईं. इसके बाद इंस्टा पर उन्होंने लिखा- ‘आपको पोडियम पर दो खिलाड़ी दिखलाई दे रहे थे, असल में वे तीन थे. मैं, मेरी प्रतिद्वंद्वी और मेरा दुनिया में आने वाला छोटा बच्चा. मेरे और मेरे बच्चे के सामने कई चुनौतियां थीं, चाहे शारीरिक हो या मानसिक….मैं ये पोस्ट यह कहने के लिए लिख रही हूं कि राउंड ऑफ़ 16 में अपनी जगह पक्की करने पर मुझे गर्व महसूस हो रहा है.’

यह एक खिलाड़ी के खेल के प्रति प्यार और जुनून का ख़ूबसूरत निर्देशन हैं. मातृत्व सुख के साथ अपने पैशन का आनंद उनके साहस का बायस है. एक खिलाड़ी का भाव कितने ही स्त्री विमर्श पर भारी है. ऐसी भावना और कहानियां ही खेलों और दुनिया को थोड़ा और ख़ूबसूरत बना जाती है.

कवर | एक्स/मनु भाकर

सम्बंधित

पेरिस ओलंपिक में भारत और मनु भाकर का निशाना


अपनी राय हमें  इस लिंक या feedback@samvadnews.in पर भेज सकते हैं.
न्यूज़लेटर के लिए सब्सक्राइब करें.