फ़िल्मी दुनिया में शैलेन्द्र ऐसे गीतकार हुए हैं, जिन्होंने अपने गीतों के ज़रिए आम आदमी के जज़्बात को बड़े फ़लक तक पहुंचाया. उनके सुख-दुःख में अपने गीतों के मार्फ़त वे शरीक हुए. उन्हें नया हौसला, नई उम्मीद दी. यही वो बात है कि शैलेन्द्र के गीत आज भी उतने ही लोकप्रिय हैं, जितने कल थे और आगे भी रहेंगे. सही मायने में वह जनगीतकार थे. [….]